
थकान, चेहरे पर सूजन, अचानक भूख लगना और हमेशा सुस्ती महसूस होना, ये सभी लक्षण मैं महीनों से महसूस कर रही थी। ऐसा लग रहा था कि मेरे शरीर में कुछ गड़बड़ हो रहा है। कई बार लगा कि शायद यह नींद पूरी न लेने या तनाव की वजह से हो रहा है, लेकिन अंदर ही अंदर यह भी महसूस हुआ कि कहीं यह मेरी डाइट की वजह से तो नहीं।
एक दिन मैंने सोचा, क्यों न अपनी ही खाने की आदतों को परखकर देखा जाए? इसलिए मैं अपनी थाली से चावल को कुछ दिनों के लिए हटा दिया।

चावल छोड़ने के बाद पहले कुछ दिन तो बहुत आसान लगे, लेकिन जैसे-जैसे दिन बढ़ते गए तो मन में आया कि क्यों न एक कटोरी चावल खा लिया जाए?
मैंने खुद को रोका और डॉक्टर सिमरन सैनी, जो न्यूट्रीशनल विभाग की हेड हैं और नई दिल्ली की मशहूर वेट लॉस कंसल्टेंट से बात की। उन्होंने बताया कि चावल एकदम छोड़ने से शरीर में ब्लोटिंग कम होती है, लेकिन असली फायदा तब है, जब आप हेल्दी विकल्प चुनती हैं। जब मैंने 10 दिनों तक बिल्कुल भी चावल नहीं खाए, तब मुझे खुद में कुछ बदलाव महसूस हुआ।
पहले हफ्ते में ही जब वजन मशीन पर 800 ग्राम कम दिखा, तब मैं चौंक गई। ऐसा इसलिए हुआ, क्योंकि चावल में कार्ब ज्यादा होते हैं, जो शरीर में पानी रोकते हैं। इसे हटाते ही शरीर हल्का होने लगता है।
मेरी दिन-भर की थकान और झुंझलाहट कम होने लगी। मैं समझ गई थी कि अब मेरा ब्लड शुगर अचानक ऊपर-नीचे नहीं जा रहा।

मुझे रात में खाना खाने के बाद भारीपन महसूस होता था, लेकिन चावल छोड़ने के बाद पेट एकदम हल्का महसूस होने लगा। ये बदलाव मुझे अंदर तक राहत दे रहा था, लेकिन सब आसान नहीं था…
तीसरा हफ्ता सबसे चुनौतीपूर्ण था।
क्रेविंग्स का तूफान-रात में गर्मागरम चावल की खुशबू याद आने लगती।
मूड स्विंग्स और चिड़चिड़ापन- कभी-कभी बिना वजह गुस्सा, कभी उदासी।
मैंने हिम्मत नहीं हारी और चावल की क्रेविंग के लिए इन चीजों को डाइट में शामिल किया।
जब मैंने चावल की जगह क्विनोआ, ओट्स, मल्टीग्रेन दलिया जैसे विकल्प अपनाने शुरू किए, तब शरीर में काफी बदलाव महसूस हुआ।
अब ये सिर्फ 'चावल छोड़ने' का प्रयोग नहीं रहा। ये लाइफस्टाइल अपग्रेड जैसा लगने लगा।

एक महीने बाद जब मैंने खुद को आईने में देखा, तो लगा…मैं वही हूं, लेकिन शारीरिक और मानसिक दोनों रूप से हल्की।
जब मैंने डाइटिशियन से आखिरी बार पूछा, 'क्या मुझे चावल बिल्कुल छोड़ देना चाहिए?' तब उन्होंने बताया कि चावल सेहत का दुश्मन नहीं है। बस सही मात्रा और सही समय पर खाना जरूरी है।
इसे जरूर पढ़ें: क्या रोज 1 कटोरी चावल खाने से वाकई Weight बढ़ सकता है? एक्सपर्ट से जानें सच्चाई
चावल छोड़ने से अच्छे बदलाव आते हैं, लेकिन असली असर तब होता है, जब आप इसे हेल्दी विकल्प से बदलती हैं।
अगर आप भी ऐसा ही कुछ करने की सोच रही हैं, तो याद रखिए कि यह सिर्फ एक महीने की जर्नी नहीं, बल्कि खुद के शरीर को अच्छी तरह समझने का तरीका है।
हरजिंदगी के वेलनेस सेक्शन में हम इसी तरह अपने आर्टिकल्स के जरिए स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं के बारे में आप तक सही जानकारी पहुंचाने की कोशिश करते रहेंगे। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
Image Credit: Shutterstock
हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, compliant_gro@jagrannewmedia.com पर हमसे संपर्क करें।