इस 1 लड्डू से महिलाएं दूर कर सकती हैं अपनी सेहत और त्‍वचा से जुड़ी 6 समस्‍याएं

Sesame Poppy Seeds and Jaggery for Health: सेहतमंद रहने और खूबसूरत दिखने के लिए महिलाएं कई तरह के उपायों की खोज में रहती हैं। इसलिए, आज हम आपको 1 ऐसे लड्डू के बारे में बता रहे हैं,‍ जिसे आप घर पर गुड़ और इन 2 तरह की बीजों की मदद से आसानी से बना सकती हैं। 
image

आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में लगभग हर महिला अपनी सेहत और खूबसूरती को बनाए रखने के लिए नए-नए उपाय खोजती रहती है। सभी जानते हैं कि बैलेंस डाइट और सही न्‍यूट्रिएंट्स की मदद से हम न सिर्फ अपनी सेहत को बनाए रख सकते हैं, बल्कि खूबसूरती को भी निखार सकते हैं। ऐसे में, गुड़ और दो तरह के बीजों जैसे तिल और खसखस से बना एक स्‍पेशल लड्डू आपको न सिर्फ स्वादिष्‍ट लगेगा, बल्कि यह आपके शरीर को एनर्जी और पोषण से भरपूर भी रखेगा।

यह लड्डू न सिर्फ आपके स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है, बल्कि इसमें मौजूद तत्व आपकी त्वचा, बाल, आंखों और डाइजेशन की हेल्‍थ को भी सुधारते हैं। तिल के बीज में मौजूद कैल्शियम और जिंक, खसखस के बीजों में पाया जाने वाला फाइबर और गुड़ में मौजूद आयरन सभी मिलकर हेल्‍थ बूस्टर का काम करते हैं।

क्या आप जानती हैं कि यह लड्डू कैसे आपको न सिर्फ सेहतमंद बनाएगा, बल्कि चेहरे की चमक भी बढ़ाएगा? आइए, इस लड्डू की आसान रेसिपी और इसके अद्भुत फायदों के बारे में जानते हैं। इसके बारे में हमें योग और डाइट एक्‍सपर्ट मुस्‍कान बता रही हैं।

तो चलिए, जानते हैं इस खास लड्डू को बनाने की सामग्री और विधि के बारे में, ताकि आप भी इसे अपनी डाइट में शामिल कर सकें और अपनी हेल्‍थ को बेहतर बना सकें।

लड्डू बनाने की सामग्री

benefits of  sesame poppy seeds and jaggery laddoo

  • तिल के बीज- 5 चम्‍मच
  • खसखस के बीज-5 चम्‍मच
  • गुड़- स्‍वादानुसार

लड्डू बनाने की विधि

  • तिल और खसखस के बीज को ड्राई रोस्‍ट करें।
  • फिर, दोनों बीजों के साथ गुड़ को मिलाएं।
  • इसका पाउडर बना लें।
  • अब इस पाउडर को लड्डू की शेप में बनाएं।
  • रोजाना 1 लड्डू खाएं।

बालों की सेहत में होता है सुधार

seeds laddoo for hair

तिल और खसखस के बीजों में जरूरी पोषक तत्व जैसे जिंक,कैल्शियम और विटामिन-ई होते हैं, जो बालों का झड़ना रोकते हैं। इन दोनों बीजों को डाइट में शामिल करने से बाल मजबूत और हेल्‍दी बनते हैं और तेजी से बढ़ते हैं।

  • तिल के बीजों में मौजूद अमीनो एसिड और एंटी-ऑक्सीडेंट्स ड्राई बालों को फिर से शाइनी बनाते हैं। साथ ही, इसमें ओमेगा-3 फैटी एसिड बालों को मुलायम बनाता है।
  • तिल के बीजों का तेल स्कैल्प को मॉइश्चराइज करता है और ड्राईनेस से राहत देता है। यह खुजली और डैंड्रफ को भी कम करता है।
  • खसखस के बीजों में एंटी-ऑक्सीडेंट्स बालों को समय से पहले सफेद होने से रोकते हैं।
  • गुड़ में आयरन ज्‍यादा होता है, जो खून की कमी को दूर करता है। इससे बालों की ग्रोथ में सुधार होता है।
  • गुड़ शरीर को डिटॉक्स करता है और इससे ब्‍लड फ्लो में सुधार होता है, जो बालों की सेहत के लिए अच्‍छा है।

आंखों का स्वास्थ्य होता है बेहतर

खसखस, तिल के बीजों और गुड़ का कॉम्बिनेशन न सिर्फ आपकी सेहत के लिए अच्‍छा है, बल्कि इससे आंखों का स्वास्थ्य भी बेहतर होता है। रोजाना इसे खाने से आप अपनी आंखों को हेल्‍दी रख सकते हैं।

  • खसखस के बीजों में जिंक और एंटी-ऑक्सीडेंट की मौजूदगी आंखों की सेहत को सुधारती हैं। ये आंखों की रोशनी को सुधारने में मदद करते हैं और मोतियाबिंद के जोखिम को कम करते हैं।
  • तिल के बीजों में भी जिंक होता है, जो आंखों के लिए जरूरी है। ये बीज रेटिना की सुरक्षा करते हैं और आंखों को हेल्‍दी बनाए रखते हैं।
  • गुड़ में आयरन और अन्य पोषक तत्व होते हैं, जो आंखों के लिए अच्‍छे होते हैं। गुड़ आंखों को भीतर से मजबूत बनाता है और हेल्‍दी रखता है।

कब्ज की समस्‍या होती है दूर

laddoo for constipation

तिल के बीज फाइबर से भरपूर होते हैं, जो डाइजेशन के लिए अच्‍छे हैं। वहीं, खसखस के बीज अघुलनशील फाइबर का समृद्ध स्रोत हैं, जो डाइजेस्टिव सिस्‍टम को मजबूत और कब्ज का असरदार इलाज करते हैं।

  • खसखस के बीजों में फाइबर ज्‍यादा होता है, जो डाइजेशन को सुधारता है और मल को सॉफ्ट बनाता है। ये बीज कब्ज से राहत दिलाने में सहायक होते हैं।
  • खसखस की तरह तिल के बीजों में भी फाइबर ज्‍यादा होता है, जो आंतों को एक्टिव करता है और मल त्याग रेगुलर करता है। इनके सेवन से डाइजेस्टिव सिस्‍टम हेल्‍दी रहता है।
  • गुड़ डाइजेस्टिव सिस्‍टम में सुधार लाता है और कब्ज से राहत देता है। यह शरीर में गर्मी पैदा करता है और आंतों की एक्टिविटी को बढ़ाता है।

घुटनों का दर्द होता है कम

खसखस के बीज, तिल के बीज और गुड़ का कॉम्बिनेशन घुटनों के दर्द को कम करता है। इन्हें अपनी डाइट में शामिल करके आप जोड़ों की हेल्‍थ को बेहतर बना सकते हैं।

  • तिल के बीज और तिल के तेल में मौजूद एंटी-आर्थ्रिटिक, एंटी-इन्फ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव, सेसमोल नामक बायोएक्टिव पदार्थ के कारण होते हैं, जो तिल के बीजों में पाया जाता है। साथ ही, तिल के बीज कैल्शियम और मैग्नीशियम का अच्छा स्रोत हैं, जो हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए जरूरी हैं। इसके अलावा, इसमें ऐसे यौगिक होते हैं, जो घुटनों के दर्द को कम और हड्डियों को मजबूत बनाते हैं।
  • खसखस के बीज में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो सूजन और दर्द को कम करते हैं। इनसे घुटनों के दर्द से राहत मिलती है।
  • गुड़ में एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। इसे खाने से दर्द कम होता है और घुटनों की सेहत में सुधार होता है। गुड़ शरीर में गर्मी उत्पन्न करता है, जो जोड़ों के दर्द में राहत देता है।

फर्टिलिटी में होता है सुधार

laddoo for women fertility

खसखस के बीज, तिल के बीज और गुड़ का कॉम्बिनेशन फर्टिलिटी को बढ़ा सकता है। रोजाना इन चीजों से बना लड्डू खाने से शरीर में हार्मोनल संतुलन बनाए रखने, एनर्जी बढ़ाने और फर्टिलिटी में सुधार करने में मदद मिलती है।

  • खसखस के बीज महिलाओं की फर्टिलिटी बढ़ाते हैं। ये फॉलोपियन ट्यूब से म्‍यूकस को हटाते हैं और गर्भधारण में मदद करते हैं। इसके अलावा, ये सेक्‍सुअल डिजायर को बढ़ाकर सेक्‍सुअल हेल्‍थ में सुधार करते हैं। इन बीजों में मैग्नीशियम होता है, जो तनाव को कम करता है और कम तनाव से फर्टिलिटी में सुधार होता है।
  • तिल के बीज में लिग्नान होते हैं, जो महिलाओं में एस्ट्रोजेन लेवल को बैलेंस करते हैं, जिससे फर्टिलिटी में सुधार होता है। इन बीजों में प्रोटीन और फैटी एसिड भी बहुत ज्‍यादा होते हैं, जो एनर्जी लेवल को बढ़ाते हैं और जरूरी एक्टिविटी को करने में मदद करते हैं।
  • गुड़ में आयरन और फॉलिक एसिड होते हैं, जो महिलाओं के रिप्रोडक्‍टिव सिस्‍टम में लिए अच्‍छे होते हैं। साथ ही,गुड़ का सेवन शरीर में ब्‍लड फ्लो को बेहतर बनाता है, जो गर्भधारण में सहायक होता है।

त्वचा दिखती है सुंदर

खसखस के बीज, तिल के बीज और गुड़ का रोजाना खाने से त्वचा की हेल्‍थ बेहतर होती है। इन तीनों का कॉम्बिनेशन त्वचा को न सिर्फ सुंदर बनाता है, बल्कि उसे हेल्‍दी भी रखता है।

  • खसखस के बीजों में मौजूद फैटी एसिड त्वचा को हाइड्रेटेड रखते हैं, जिससे त्वचा की नमी बरकरार रहती है। इनमें एंटी-ऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो त्वचा को फ्री रेडिकल्‍स से होने वाले नुकसान से बचाते हैं, जिससे त्वचा जवां और शाइनी बनी रहती है।
  • तिल के बीजों में जिंक ज्‍यादा होता है, जो कोलेजन के निर्माण में मदद करता है। यह त्वचा को मजबूत और लचीला बनाता है।
  • इनके एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण त्वचा की सूजन और रेडनेस को कम करते हैं।
  • गुड़ शरीर से हानिकारक टॉक्सिन को बाहर निकालता है, जो त्वचा की हेल्‍थ के लिए अच्‍छा होता है। गुड़ में मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट एजिंग प्रोसेस को धीमा और फाइन लाइन्स को कम करते हैं।

इस लड्डू को खाकर आप भी सेहत और त्‍वचा से जुड़ी कई समस्‍याओं को दूर कर सकती हैं। अगर आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या है, तो हमें आर्टिकल के ऊपर दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम अपने आर्टिकल्स के जरिए आपकी समस्या को हल करने की कोशिश करेंगे।

अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

Image Credit: Shutterstock

HzLogo

HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!

GET APP