हर साल गणेश चतुर्थी का उत्सव बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है। हालांकि इस साल कोरोना वायरस डर के बीच गणेश चतुर्थी का उत्सव थोड़ा फीका हो सकता है, लेकिन लोगों में आस्था में कोई कमी नहीं दिखाई दे रही है। गणेश चतुर्थी का उत्सव मोदक के बिना अधूरा है। भगवान गणेश का फेवरेट माना जाने वाला मोदक चावल के आटे, नारियल और गुड़ से बनी पारंपरिक मिठाई है। मोदक न केवल स्वादिष्ट है, बल्कि इसके कई हेल्थ बेनिफिट्स भी हैं, सेलिब्रिटी न्यूट्रिशनिस्ट रूजुता दिवेकर ने इस बात का खुलासा किया है। उन्होंने अपने इंस्टाग्राम पर मोदक की एक फोटो शेयर करते हुए विस्तार से बताया कि मोदक में मौजूद सामग्री कैसे हेल्थ को बढ़ावा देती है। आइए इस आर्टिकल के माध्यम से इसके हेल्थ बेनिफिट्स के बारे में जानते हैं।
सबसे बड़ा फायदा तो भक्तों के लिए यह है कि यह बप्पा का फेवरेट होता है।
इसे जरूर पढ़ें: जूही परमार की तरह गणपति बप्पा के लिए घर पर ही टेस्टी मोदक बनाएं
रुजुता का कहना है कि ''मोदक बनाने में इस्तेमाल किया जाने वाला घी आंतों में म्यूकस लाइनिंग का पुनर्निर्माण करता है और शरीर में मौजूद टॉक्सिन्स को खत्म करने में मदद करता है। इस तरह से आप आसानी से कब्ज की समस्या से बच सकती हैं जो आजकल हर किसी को परेशान कर रही है।''
यह विडियो भी देखें
मोदक में मौजूद नारियल में मीडियम चेन ट्राइग्लिसराइड्स होते हैं जो दिल की सुरक्षा करते हैं और बीपी के लेवल को कंट्रोल में रखते हैं।
मोदक बॉडी में गुड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने में मदद करता है। रुजुता के अनुसार, ''मोदक को बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाला नारियल और ड्राई फ्रूट्स में प्लांट स्टेरोल्स होते हैं जो बैड कोलेस्ट्रॉल (एलडीएल) को कम करने में मदद करते हैं और गुड कोलेस्ट्रॉल (एचडीएल) के लेवल में सुधार करते हैं।''
रुजुता के अनुसार, ''मोदक में लो से मीडियम ग्लाइसेमिक इंडेक्स होते हैं और डायबिटीज रोगियों द्वारा सुरक्षित रूप से सेवन किया जा सकता है, वास्तव में इसमें मौजूद चावल, नारियल, गुड़ और घी के कारण एक स्थिर ब्लड शुगर प्रतिक्रिया के लिए फायदेमंद होता है।"
घी में पाया जाने वाला ब्यूटिरिक एसिड शरीर के हर टिश्यु में सूजन को कम करने वाली एक पारंपरिक चिकित्सा है, विशेष रूप से जोड़ों में दर्द और सूजन को यह आसानी से दूर करता है।
पॉलीसिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम महिलाओं द्वारा अनुभव किया जाने वाला एक हार्मोनल विकार है। यह डायबिटीज जैसी अन्य हेल्थ प्रॉब्लम्स के लिए एक जोखिम कारक भी हो सकता है। यह बाहरी किनारों पर छोटे अल्सर के साथ ओवरीज के विस्तार का कारण बनता है। रुजुता के अनुसार, ''मोदक बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला चावल का आटा ब्लड शुगर को स्थिर करने में मदद करता है। इसके अलावा, चावल में विटामिन बी 1 होता है जो पीएमएस (प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम) और शुगर क्रेविंग को कम करने में मदद करता है।
थायरॉयड के लिए मोदक के फायदों के बारे में बताते हुए रुजुता ने लिखा, ''यह एक एंटी-एजिंग मिश्रण के रूप में जाना जाता है, यह एक विनम्रता है जिसके लिए आपका थायरॉयड ग्लैंड आपको धन्यवाद करेगा।''
इसे जरूर पढ़ें: अरे वाह! सिर्फ इस 1 उपाय से हो जाता है थायरॉयड कंट्रोल
''मोदक वजन कम करने में भी आपकी मदद करता है। जी हां यह पारंपरिक मिठाई ग्लाइेसमिक इंडेक्ट में कम और गुड फैट से भरपूर होती है इसलिए इसे न खाने का आपके पास कोई कारण नहीं है। मोदक को फूड "विराया" के रूप में भी जाना जाता है, जिसका अर्थ है "शरीर में ताकत और मन में स्थिरता", रुजुता दीवेकर ने अपनी पोस्ट में यह भी लिखा है।
गणपति बप्पा मोरया!! आप भी बप्पा का फेवरेट मोदक जरूर खाएं और उनके आशीर्वाद को पाने के साथ ही हेल्थ से जुड़े यह फायदे जरूर पाएं। डाइट से जुड़ी ऐसी ही और जानकारी पाने के लिए हरजिंदगी से जुड़ी रहें।
हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, compliant_gro@jagrannewmedia.com पर हमसे संपर्क करें।