भारत में लोग कई तरह की सब्जियों का सेवन करते हैं और इनमें गोभी हर घर में लोगों की डाइट का प्रमुख हिस्सा है। आपने भी बंदगोभी से लेकर पत्तागोभी का सेवन कई बार किया होगा। लेकिन क्या आप कोहलराबी के बारे में जानती हैं। बंदगोभी की तरह नजर आने वाली कोहलराबी यूरोप और एशिया में आमतौर पर खाई जाने वाली सब्जी है। भारत में, इसे अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग नाम से पुकारा जाता है। यह कश्मीरी व्यंजनों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जहां इसे ’मोनज-हख’, ’मॉन्ज’ को गोल हिस्सा, और ’हख’ को पत्तेदार हिस्सा कहा जाता है। वहीं उत्तर भारत में, कोहलराबी को गांठ गोभी के नाम से जाना जाता है। कोहलराबी को खाने के कई तरीके हैं। आप इसे कच्चा या पकाकर किसी भी रूप में खा सकती हैं। इसके अलावा, इसकी पत्तियों व तने दोनों को पकाकर खाया जा सकता है। तो चलिए आज हम आपको कोहलराबी से मिलने वाले स्वास्थ्य लाभों के बारे में बता रहे हैं-
कोहलराबी के सेवन का एक लाभ यह होता है कि इसमें विटामिन सी, एंथोसायनिन और आइसोथियोसाइनेट जैसे एंटीऑक्सिडेंट्स की एक विस्तृत श्रृंखला पाई जाती है। यह प्लांट कंपाउंड आपके सेल्स को फ्री रेडिकल डैमेज से बचाते हैं। एंटी-ऑक्सीडेंट्स की उच्च मात्रा मधुमेह, चयापचय संबंधी बीमारी और समय से पहले मौत के जोखिम को कम करने में मददगार है।
कोहलराबी डायटरी फाइबर का एक अच्छा स्त्रोत है, जो डाइजेस्टिव हेल्थ में सुधार करता है। फाइबर आपके बाउल मूवमेंट को बेहतर बनाता है, जो कब्ज, ऐंठन और सूजन को कम करता है। यह आम तौर पर आपके गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल सिस्टम की गुणवत्ता में सुधार करता है। साथ ही आपकी पोषक तत्वों की क्षमता को अधिकतम करता है।
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जर्नल इंटीग्रेटिव मेडिसिन में प्रकाशित एक रिपोर्ट में, शोधकर्ताओं ने कोहलराबी को वजन कम करने वाले आहार के लिए एकदम सही सब्जी कहा। ऐसा इसलिए है क्योंकि यह कैलोरी में कम है, फाइबर में उच्च है, और लाभकारी पोषक तत्वों के साथ पैक किया जाता है। फाइबर हमें लंबे समय तक भरा हुआ महसूस कराता है, जिससे आप ओवरईटिंग से बच जाती हैं और वजन को मेंटेन रखने में आसानी होती है।
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जैसे-जैसे हम बड़े होते जाते हैं, हमारी हड्डियां कमजोर होती जाती हैं, लेकिन उस प्रक्रिया से बचने या इसे धीमा करने का सबसे अच्छा तरीका है मिनरल रिच फूड्स का सेवन करना। कोहलराबी भी ऐसी ही एक सब्जी है, जिसमें मैंगनीज, लोहा और कैल्शियम की उच्च मात्रा होती है।
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अगर आप अक्सर खुद में ऊर्जा की कमी का अहसास करती हैं तो ऐसे में आपको कोहलराबी को अपनी डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए। यह पोटेशियम में समृद्ध है और अगर इसका सही तरह से सेवन किया जाए तो आप खुद को अधिक एनर्जेटिक बना सकती हैं।
हार्वर्ड विश्वविद्यालय के डॉ. जियांग हे ने एक अध्ययन में खुलासा किया कि ऊर्जा के स्तर पर इसके प्रभाव के अलावा, पोटेशियम एक वैसोडिलेटर के रूप में भी कार्य करता है, रक्त वाहिकाओं और धमनियों के तनाव को कम करके हृदय प्रणाली पर तनाव को कम करता है। यह पूरे शरीर में परिसंचरण को बढ़ा सकता है, प्रमुख क्षेत्रों को ऑक्सीजन कर सकता है, और स्ट्रोक या दिल के दौरे जैसी हृदय संबंधी घटनाओं के जोखिम को कम कर सकता है। इसलिए अगर कोहलराबी को डाइट में शामिल किया जाए तो इससे रक्तचाप को बेहद आसानी से रेग्युलेट किया जा सकता है।
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