हम सभी हेल्दी रहना चाहते हैं, लेकिन बिजी लाइफस्टाइल, खानपान की गलत आदतों, फिजिकल एक्टिविटी की कमी जैसे कई कारणों से कोई न कोई रोग हमें घेर लेता है और हम जल्द बीमार हो जाते हैं। इसके अलावा, कुछ रोग ऐसे होते हैं, जो हमारे शरीर के ग्लैंड्स से जुड़े होते हैं। इन्हीं में से एक थायरॉइड है। यह थायरॉइड ग्लैंड से जुड़ा होता है।
थायरॉइड गले में पाया जाने वाला तितली के आकार का ग्लैंड है, जो गले में बिल्कुल सामने की ओर मौजूद होता है। थायरॉयड ग्लैंड हार्मोन बनाता है, जो शरीर के मेटाबॉलिज्म (हम जो भोजन खाते हैं, यह उसे उर्जा में बदलने का काम करता है)को बढ़ाता है और बॉडी में सेल्स को नियंत्रित करने का काम करता है। थायरॉइड हार्मोन शरीर की सभी प्रक्रियाओं को नियंत्रित करता है। इस ग्लैंड में गड़बड़ी होने से थायरॉइड से संबंधित रोग होते हैं।
आज हम आपको बताएंगे कि थायरॉइड किन चीजों से बढ़ने लगता है। इसकी जानकारी हमें नूट्रिशनिस्ट मनोली मेहता दे रही हैं। वह डायबिटीज शिक्षक और वेट मैनेजमेंट स्पेशलिस्ट हैं।लेकिन सबसे पहले थायरॉइड बढ़ने के लक्षणों के बारे में जान लेते हैं।
थायरॉइड बढ़ने के लक्षण
- वेट लॉस
- बालों का झड़ना
- मसल्स में कमजोरी और दर्द
- ज्यादा भूख लगना
- घबराहट
- अनिद्रा
- चिड़चिड़ापन
- ज्यादा पसीना आना
- दिल की धड़कन बढ़ना
- पीरियड्स में गड़बड़ी
1. सेलेनियम की कमी
हाशिमोटो (यह एक ऑटोइम्यून विकार है, जो थायरॉयड सेल्स को नष्ट कर देता है) से पीड़ित लोगों में सेलेनियम की कमी सबसे आम पोषक तत्व की कमी है। यह थायरॉइड के कामों के लिए एक महत्वपूर्ण पोषक तत्व है और इसलिए इसके सप्लीमेंट लेने से न केवल ऑटोइम्यून रोग के ट्रिगर्स से बचने में मदद मिल सकती है बल्कि थायरॉइड एंटीबॉडी के हाई लेवल को भी कम किया जा सकता है।
इसके अलावा, सेलेनियम ग्लूटाथियोन का उत्पादन करता है, जो थायरॉयड ग्लैंड को सूजन से बचाता है। एक एंटीऑक्सीडेंट के रूप में काम करता है और बालों को झड़ने से रोकता है।
2. ग्लूटेन का सेवन
ग्लूटेन में मौजूद प्रोटीन को ग्लियाडिन कहा जाता है, इसकी मॉलिक्यूलर संरचना थायरॉइड की तरह होती है। इसलिए, जब आप ग्लूटेन वाला खाना खाते हैं, तब यह ब्लडस्ट्रीम में प्रवेश कर जाता है और इस भोजन को पचाने के बजाय उस पर हमला करना शुरू कर देता है।
इसके अलावा, ग्लूटेन के सेवन से शरीर में सूजन और एलर्जी की समस्या हो सकती है।
3. कॉर्ब्स से भरपूर ब्रेकफास्ट
कोशिश करें कि डाइट में कम से कम कार्बोहाइड्रेट वाली चीजों को शामिल करें। इनमें कैलोरी की मात्रा अधिक होती है, जो थायरॉइड के काम में बाधा उत्पन्न कर सकती है। इसके अलावा, कार्ब्स का सेवन करने से मेटाबॉलिक रेट धीमा हो जाता है।
इसे जरूर पढ़ें:थायरॉइड की समस्या को मैनेज करने के लिए लाइफस्टाइल में करें ये छोटे-छोटे बदलाव
अपने दिन की शुरुआत अच्छी गुणवत्ता वाले प्रोटीन कॉम्प्लेक्स कार्ब्स और गुड फैट जैसे अंडे, एवोकाडो और ग्लूटेन फ्री ब्रेड या ओट्स, ब्लूबेरी और अखरोट के साथ बादाम के दूध से करें।
इन चीजों को करने से थायरॉइड बढ़ने लगता है। अगर आप भी थायरॉइड को कंट्रोल में रखना चाहते हैं, तो इनसे बचने की कोशिश करें। आपको भी हेल्थ से जुड़ी कोई समस्या है, तो हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं और हम अपनी स्टोरीज के जरिए इसका हल करने की कोशिश करेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
Recommended Video
Image Credit: Freepik.com