पीरियड्स से पहले ब्रेस्ट में दर्द होना आम समस्या है और यह महिलाओं के लिए शारीरिक और मानसिक रूप से काफी असहज हो सकती है। इसका मुख्य कारण प्रोलैक्टिन हार्मोन का असंतुलन होता है। प्रोलैक्टिन एक ऐसा हार्मोन है, जो शरीर में कई जरूरी प्रोसेस पर असर डालता है, खासकर महिलाओं के रिप्रोडक्टिव सिस्टम से जुड़े कामों पर। यह हार्मोन जब संतुलन से बाहर हो जाता है, तब इसका असर सीधे ब्रेस्ट टिश्यू और पीरियड्स पर पड़ता है।
इस हार्मोन का असंतुलन कई कारणों से होता है, जैसे लगातार ज्यादा तनाव लेना, थायराइड की समस्या, PCOD (पॉलीसिस्टिक ओवरी डिजीज) या फिर अनियमित जीवनशैली। इन कारणों से महिलाओं में न सिर्फ पीरियड्स से पहले ब्रेस्ट में दर्द और भारीपन महसूस होता है, बल्कि धीरे-धीरे यह कई और हेल्थ प्रॉब्लम्स को जन्म देता है। इनमें शामिल हैं-
अगर आपको भी हर महीने पीरियड्स से पहले ब्रेस्ट में दर्द, सूजन या असहजता महसूस होती है या आपके पीरियड्स समय पर नहीं आते, तो यह संकेत हो सकता है कि आपके शरीर में हार्मोनल असंतुलन बढ़ रहा है। इन समस्याओं को आप पूरी तरह से नेचुरल तरीकों से कंट्रोल और बैलेंस कर सकती हैं।
आज हम आपको 2 ऐसे सुपरफूड्स के बारे में बता रहे हैं, जो प्रोलैक्टिन हार्मोन को नेचुरली बैलेंस कर सकते हैं। इन दोनों चीजों से ब्रेस्ट पेन और पीरियड्स से जुड़ी तकलीफों में राहत मिलती है और आपकी हेल्थ भी अच्छी रहती है। इसकी जानकारी डाइटिशियन मनप्रीत दे रही हैं। उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से न्यूट्रिशन्स में मास्टर्स किया है। वह हार्मोन और गट हेल्थ कोच हैं और रीबूट गट हेल्थ केयर प्राइवेट लिमिटेड, दिल्ली की फाउंडर और डायरेक्टर हैं।
प्रोलैक्टिन हार्मोन का बैलेंस महिलाओं की सेहत के लिए जरूरी है। इसमें कद्दू के बीज और मेका रूट जैसे फूड्स आपकी मदद कर सकते हैं।
कद्दू के बीजों को अक्सर नॉर्मल स्नैक माना जाता है, लेकिन ये बीज विटामिन्स, हेल्दी फैट्स और मिनरल्स जैसे जिंक, मैग्नीशियम और आयरन से भरपूर होते हैं, जो इम्यूनिटी बढ़ाते हैं, हार्ट हेल्थ और डाइजेशन को दुरुस्त रखते हैं। क्या आप जानती हैं कि यह आपकी हार्मोनल हेल्थ के लिए पावरहाउस हैं।
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कद्दू के बीजों में मौजूद जिंक और मैग्नीशियम जैसे मिनरल्स पिट्यूटरी ग्लैंड को पोषण देते हैं और प्रोलैक्टिन के लेवल को रेगुलर करते हैं। डेली डाइट में एक चम्मच कद्दू के बीज शामिल करने से हार्मोनल बैलेंस में काफी मदद मिलती है।
मेका रूट एडाप्टोजेन है, जिसका मतलब है कि यह आपके शरीर को तनाव और थकान के अनुकूल बनाने में मदद करता है। यह आपके पिट्यूटरी-हाइपोथैलेमस एक्सिस को सपोर्ट करता है। यह एक्सिस शरीर में हार्मोनल बैलेंस को बनाए रखने के लिए सेंटर नर्वस सिस्टम की तरह काम करता है।
तनाव के कारण अक्सर हार्मोन का बैलेंस बिगड़ जाता है, लेकिन मेका रूट इस प्रोसेस को कंट्रोल करने में मदद करता है। इस तरह, यह आपके शरीर को बिना किसी साइड इफेक्ट के हार्मोन को बैलेंस रखने में मदद करता है, खासकर जब आप तनाव में हों।
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आप भी इन दो सुपरफूड्स को डाइट में शामिल करके प्रोलैक्टिन हार्मोन को बैलेंस कर सकती हैं। अगर आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या है, तो हमें आर्टिकल के ऊपर दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम अपने आर्टिकल्स के जरिए आपकी समस्या को हल करने की कोशिश करेंगे। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
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