
PCOS और PCOD को महिलाएं सिर्फ पीरियड्स के अनियमित होने से जोड़कर देखती हैं, लेकिन ऐसा नहीं है। इसका असर महिलाओं की फर्टिलिटी और पूरे शरीर पर होता है। पीसीओडी या पीसीओएस को सिर्फ वजन या ओवरी में होने वाली सिस्ट तक सीमित नहीं माना जा सकता है। इसकी वजह से शरीर में हार्मोनल इंबैलेंस हो जाते हैं और इस इंबैलेंस के कारण महिलाओं के कई बॉडी फंक्शन्स पर असर होता है। इसमें इंसुलिन रेजिस्टेंस और क्रॉनिक इंफ्लेमेशन बढ़ जाता है, एंड्रोजन लेवल बढ़ता है और एस्ट्रोजन-प्रोजेस्टेरोन के बैलेंस पर होता है। ऐसे में PCOS और PCOD को मैनेज करने के लिए शरीर में हार्मोन्स को बैलेंस करना बहुत जरूरी है। यहां हम आपको डाइट में कुछ ऐसी बदलावों के बारे में बता रहे हैं, जो हार्मोन्स को बैलेंस करने में मदद करते हैं। यह जानकारी डाइटिशियन मनप्रीत कालरा दे रही हैं। उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से न्यूट्रिशन्स में मास्टर्स किया है। वह हार्मोन और गट हेल्थ कोच हैं और रीबूट गट हेल्थ केयर प्राइवेट लिमिटेड, दिल्ली की फाउंडर और डायरेक्टर हैं।
View this post on Instagram
यह भी पढ़ें- क्या इंसुलिन रेजिस्टेंस से परेशान महिलाओं को पीसीओएस हो सकता है? एक्सपर्ट से जानें

पीसीओडी में हार्मोन्स को बैलेंस करने के लिए इन चीजों को डाइट में शामिल करें। हर जिंदगी के वेलनेस सेक्शन में हम इसी तरह अपने आर्टिकल्स के जरिए स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं के बारे में आप तक सही जानकारी पहुंचाने की कोशिश करते रहेंगे।
अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
Image Credit:Freepik
यह विडियो भी देखें
Herzindagi video
हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, compliant_gro@jagrannewmedia.com पर हमसे संपर्क करें।