भागदौड़ भरी जिंदगी के बीच जब पूरा परिवार एक साथ इकट्ठा होता है, तो पापा या भाई जाकर मिठाई की दुकान से दही और जलेबी लेकर आ जाते हैं। चाशनी में डूबी गोल, रसीली जलेबी को देखते ही मुंह में पानी आ जाता है। भारतीय लोगों की पसंदीदा मिठाई आज भी लोगों के खास मौके त्योहारों से लेकर सुबह के नाश्ते में अपनी जगह बना रखी है। अब ऐसे में हम इसे बड़े चाव के साथ खाना पसंद करते हैं। लेकिन क्या आपने कभी इसके बनावट पर गौर किया है। अक्सर हम किसी भी चीज के आकार पर ज्यादा ध्यान नहीं देते है। खासकर तब तब जब उस चीज का स्वाद में इतनी स्वादिष्ट हो। लेकिन आपको बता दें कि जलेबी के आकार न केवल एक डिजाइन बल्कि इसके पीछे एक खास वजह है। अगर आप भी उन लोगों में से हैं जिन्होंने कभी इस बारे में नहीं सोचा, तो आपको जलेबी के गोल होने के पीछे के कारण को जानकर हैरानी होगी। इस लेख में आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि क्यों जलेबी का आकार सीधा, चौकोर या फिर आयताकार न रखकर गोल क्यों रखा गया है।
जलेबी का आकार क्यों होता है गोल?
आमतौर पर अगर गौर करें तो एक ही नहीं बल्कि अधिकतर मिठाई का आकार गोल होता है। लेकिन जरूरत या अपने मनपसंद आकार में रसगुल्ला, गुलाब जामुन, पेड़े या अन्य मिठाइयों को दे सकते हैं। यहां तक कि दुकान पर ये अलग-अलग आकार में देखने को मिल जाते हैं। लेकिन अगर बात जलेबी की करें, तो यह गोल ही नजर आएगी। अब ऐसे में मन में प्रश्न आता है कि आखिर ऐसा क्यों।
बता दें कि गोल बनाने के पीछे का पहला कारण इसे बनाने प्रोसेस से जुड़ा हुआ है। जलेबी को बनाने के लिए इसके घोल को पतला बनाया जाता है। फिर इसे एक कपड़े या कोन में भरकर गर्म तेल में गोल-गोल घुमाते हुए डाला जाता है। यह आकार इसे एक समान रूप से पकाने में मदद करता है। अगर इसे सीधा या अन्य आकार में डाला जाए तो यह बिखरने के साथ ही इसे अच्छे से पकाना मुश्किल हो सकता है।
इसे भी पढ़ें-जलेबी का शेप नहीं बनता सही.. घोल हो जाता है पतला, तो काम आएंगे ये हैक्स
दूसरा कारण
दूसरा कारण सरफेस से जुड़ा है। गोल आकार के कारण जलेबी का सतह क्षेत्र ज्यादा हो जाता है। तेल में पकने के बाद जब उसे चाशनी में डाला जाता है, तो इसका घुमाव आकार इसे अच्छे से सोख लेता है। इससे जलेबी अंदर तक रसीली और मीठी बनती है, जो इसका मुख्य स्वाद है।
तीसरा कारण
गोल आकार होने के कारण जलेबी को पलटने और तलने में मदद करता है। साथ ही यह टूटती नहीं है और पकाते समय तेल में आसानी से घूम जाती है, जिससे यह एक समान रूप से सुनहरी और कुरकुरी बनती है। इसके अलावा गोल आकार में इसे कम समय में ज्यादा मात्रा में बनाया जा सकता है।
इसे भी पढ़ें-कितनी तरह की होती हैं जलेबियां, आप भी जानिए
इस आर्टिकल के बारे में अपनी राय भी आप हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। साथ ही,अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें। इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हर जिन्दगी के साथ
Image credit-Freepik
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों