Real Banana Identify Tricks: बाजार में धड़ल्ले से बिक रहे हैं केमिकल में पके हुए केले? इन 3 तरीकों से करें पहचान

How to identify chemically ripened banana: आजकल बाजार में केमिकल से पके हुए केले बहुत बिक रहे हैं। ऐसे में आज हम आपको इन्हें पहचानने के तरीके  बताने जा रहे हैं।
chemically ripened bananas,

Chemical se pake hue kele kaise pahchane: केला खाना सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है। यह एक पौष्टिकता से भरपूर फल है। कुछ लोग हर दिन एक केले या बनाना शेक का सेवन जरूर करते हैं। केला खाने से पूरे दिन शरीर में एनर्जी बनी रहती है। इस फल में मौजूद कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, फाइबर की मात्रा शरीर को सेहतमंद बनाने में मदद करती हैं, लेकिन आजकल बाजारों में केमिकल में पके हुए फलों की धड़ल्ले से बिक्री हो रही है। उनमें से एक केला भी है। बाजार में ठेले पर बिकने वाले केले में से अधिकतर कार्बाइड में पके हुए होते हैं। ऐसे में केमिकल से पके हुए केले खाने से हमारी सेहत बिगड़ सकती है।

केमिकल से पके केले के सेवन से उल्टी, दस्त, सिर दर्द और चक्कर जैसी समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे में हमें कार्बाइड से पके हुए केले खाने से बचना चाहिए। अब सवाल आता है कि आखिर कैसे हम बाजार में मिलने वाले केले में से नकली और असली के बीच का फर्क पता करें। आज हम आपको इस लेख में नेचुरल और आर्टिफिशियल तरीके से पके हुए केले के बीच का अंतर करने के तरीकों के बारे में बताएंगे, ताकि आप ऐसे केमिकल वाले केले खाकर अपनी सेहत के साथ खिलवाड़ नहीं करें। आइए जान लेते हैं, कार्बाइड से पके हुए केले को पहचानने के 3 तरीके।

इन 3 तरीकों से करें केमिकल से पके केले की पहचान (How to Identify chemically ripened banana)

नीचे बताए जा रही इन आसान ट्रिक्स की मदद से आप असली और नकली केले को आसानी से पहचान सकती हैं।

1 छिलके के रंग से पहचान

real vs fake banana

आप असली केले की पहचान उसके छिलके से लगा सकती हैं। केमिकल से पके हुए केले का छिलका हल्के पीले रंग का और उसकी सतह एकदम चिकनी होती है। जबकि नेचुरल तरीके से पकाए गए केले का रंग डार्क पीला होगा और उसपर हल्के काले धब्बे भी होंगे। साथ ही,केले का छिलकाचमकदार नहीं होगा।

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2 छूकर करें पता

identify carbide ripened bananas

आप केले को छूकर भी असली और नकली केले की पहचान कर सकती हैं। इसके लिए आपको केला हाथ में लेना है। तो वह हल्का सॉफ्ट लगेगा। वहीं, केमिकल से पका हुआ केला छूने पर आपको सख्त लगेगा। यानी बाहर से आपको केला पूरा पका हुआ दिखेगा जबकि अंदर से वो एकदम टाइट रहेगा।

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3 पानी से करें टेस्ट

केमिकल से पके हुए केले का पता आप पानी से भी कर सकती हैं। इसके लिए आपको एक बर्तन में पानी लेना है। अब आप उसमें केला डाल दें। थोड़ी देर बाद अगर केला पानी में डूब जाए, , तो इसका मतलब है कि यह केमिकल फ्री है। यदि केला पानी की सतह पर तैरता नजर आ रहा है, तो वह आर्टिफिशियल तरीके से पकाया गया है।

अब आप जब कभी भी मार्केट से केले खरीदकर लाएं, तो केमिकल वाले केलों का पता लगाने के लिए आप ऊपर बताए गए इन तरीकों को जरूर ट्राई करके देखें। इससे आपकी सेहत अच्छी रहेगी।

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Image Credit: Freepik/shutterstock

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FAQ

  • केमिकल से पके हुए केले की कैसे पहचान करें?

    केमिकल से पके हुए केले का छिलका हल्के पीले रंग का होता है। जबकि नेचुरल तरीके से पका हुआ केला डार्क पीले रंग का होगा। 
  • केला कौन से केमिकल से पकाया जाता है?

    केले को केमिकल कम्पाउंड कैल्शियम कार्बाइड से पकाया जाता है।