रमजान के पाक महीने में रोजा रखते हैं। इस दौरान दो समय ही खाना खाया जाता है। पहले सहरी में और फिर इफ्तार के समय। सहरी सूरज उगने से पहले खाई जाती है। इफ्तार का समय सूरज के छिपने के बाद का होता है। इस दोनों समय के बीच रोजा रखा जाता है इस दौरान पानी भी नहीं पीना होता है। सहरी और इफ्तार के बीच का समय काफी लंबा होता है। ऐसे में जो लोग रोजा रखते हैं उन्हें लगता है कि उनका वजन कम होगा, लेकिन वास्तविकता में ऐसा नहीं होता है। रमजान वजन घटने की जगह बढ़ जाता है। इस विषय में हमने फैट टू स्लिम ग्रुप की सेलिब्रिटी इंटरनेशनल डाइटीशियन और न्यूट्रिशनिस्ट शिखा अग्रवाल शर्मा से बात की उन्होंने बताया है कि रोजा रखने के बाद भी वजन बढ़ने का सबसे बड़ा कारण है एक बार में ज्यादा भोजन का सेवन करना। एक्सपर्ट ने बताया है कि इफ्तार के समय में लोग तला हुआ है और मीठा भोजन का अधिक सेवन करते हैं जिसकी वजह से वजन बढ़ जाता है। इसके अलावा भी बहुत से कारण है। आइए जानते हैं। रोजा रखने के बाद भी क्यों बढ़ जाता है वजन।
रोजा के दौरान दिनभर में केवल दो समय ही खाना खाया जाता है। डायटिशन ने अनुसार लंबे समय तक भूखा रहने से मेटाबॉलिज्म कम होने लगता है। जिसकी वजह से शरीर में मौजूद कैलोरी खत्म नहीं हो पाती है। इसी वजह से वजन बढ़ने लगता है। ऐसे में हेल्दी डाइट का सेवन करें।
रमजान के पवित्र महीने में इफ्तार का समय बहुत ही खास होता है। इस समय परिवार साथ बैठकर रोजा खोलते हैं। इस दौरान बिरयानी, तला हुआ है भोजन, चावल और मीठा खाने का अधिक सेवन किया जाता है। जिसकी वजह से वजन बढ़ने लगता है। वहीं इस दौरान सॉफ्ट ड्रिंक का अधिक मात्रा में सेवन किया जाता है।
रमजान के दौरान अक्सर लोग सामान्य दिनों की अपेक्षा में अधिक तेल का सेवन करने लगते हैं। शाम को इफ्तार के समय बिरयानी, पकौड़ी, फ्रेंच फ्राइज का अधिक सेवन करते हैं। जिसकी वजह से रमजान में वजन बढ़ने लग जाता है।
रोजा के दौरान काफी लंबे समय तक के लिए पानी नहीं पीना होता है। एक्सपर्ट के अनुसार कम पानी पीने से ज्यादा भूख लगने लगती है। जिसकी वजह से रमजान के दौरान वजन बढ़ने लगता है। शाम को रोजा खोलने के बाद लोग बिंज ईटिंग करते हैं जिसकी वजह से वजन काफी बढ़ जाता है। बिंज ईटिंग का अर्थ होता है बिना सोचे समझे खाते रहना।
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शाम को रोजा खोलते समय अक्सर लोग मीठा का अधिक सेवन करते है। रमजान में जाने-अनजाने मीठा और शुगर का अधिक सेवन किया जाता है। जो कि वजन बढ़ने का सबसे बड़ा कारण होता है। इसके अलावा रोजा खोलते समय फलों का सेवन कम किया जाता है। जिसकी वजह से शरीर में जरूरी पोषक तत्वों की कमी हो जाती है। (मीठा खाने के नुकसान)
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रोजे के दौरान संतुलित आहार लेने से वजन मेंटेन रहता है। सहरी के समय आप अंडा, दूध और फल का सेवन कर सकते हैं। जैसे नॉर्मल दिनों में नाश्ता किया जाता है। शाम को इफ्तार के समय जूस, फल और हरी सब्जियों का सेवन करें। इसके बाद रात को डिनर टाइम पर सामान्य खाना खाएं, जैसे दाल, चावल, रोटी और सब्जी।
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रमजान के दिनों में लोग खाने पीने को लेकर बहुत ही ज्यादा कंफ्यूजन में रहते है। रोजा के दौरान क्या खाना चाहिए और क्या नहीं। अगर आप भी इस समस्या को लेकर परेशान हैं तो इस दौरान तला हुआ भोजन कम सेवन करें। इसके अलावा कबाब, फास्ट फूड और बिरयानी और सोडा युक्त भोजन से बचना चाहिए। (हेल्दी फूड्स)
रमजान में रोजा के दौरान लंबे समय तक पानी का सेवन नहीं किया जाता है। जिसकी वजह से बॉडी डिहाइड्रेट हो जाती है। ऐसे में आपको अपनी डाइट का खास ध्यान देना होगा जिससे आपकी बॉडी हाइड्रेट बनी रही। इफ्तार के समय नारियल पानी, नींबू पानी का सेवन करना चाहिए। रमजान के दिनों में चाय और कॉफी का सेवन न करें। इसके अलावा आप फल और जूस का सेवन कर सकते हैं। (नारियल पानी के फायदे )
रमजान के दिनों में रोजा रखने से बहुत लोगों को लगता है इससे वजन कम हो जाता है, लेकिन ऐसा नहीं है गलत खान-पान की वजह से वजन बढ़ जाता है। हमें आशा है कि यह जानकारी आपके काम आएगी। आपको यह आर्टिकल कैसा लगा? हमें फेसबुक पर कमेंट करके जरूर बताएं। हेल्थ से जुड़े ऐसे ही लेख पढ़ने के लिए हरजिंदगी से जुड़े रहें।
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