PCOS यानी पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम एक हार्मोनल डिसऑर्डर है। इससे आज के समय में काफी महिलाएं प्रभावित हैं और उन्हें इसकी वजह से रोजमर्रा की जिंदगी में कई चैलेंजेस का सामना करना पड़ता है। इसमें महिलाओं के पीरियड्स अनियमित हो जाते हैं, वजन बढ़ जाता है, मूड स्विंग्स और एक्ने होते हैं। मौसम और उम्र के हिसाब से भी कई बार इस कंडीशन में बदलाव आता है। गर्मियों में मौसम में होने वाले बदलावों के कारण शरीर को एक हेलदी बैलेंस मिलता है PCOS के लक्षण कम होने लगते हैं। इसके पीछे कई कारण हैं। PCOS और हार्मोनल हेल्थ पर तेज गर्मी का क्या असर होता है और इसे किन टिप्स की मदद से मैनेज किया जा सकता है। चलिए, एक्सपर्ट से जानते हैं। यह जानकारी Dr. Keerthana V, MBBS, DNB (OBGYN), FNB (Reproductive Medicine), Fertility Specialist, Oasis Fertility दे रहे हैं।
गर्मियों में PCOS और हार्मोनल हेल्थ को मैनेज करने के लिए इन टिप्स को करें फॉलो
- एक्सपर्ट का कहना है कि गर्मियों की नेचुरल रिदम के कारण, शरीर में काफी बदलाव आते हैं। इस मौसम में सूरज का जल्दी उगना, हल्के मील्स लेना और रूटीन में बदलाव, शरीर में हार्मोन्स के लिए अच्छे वातावरण को पैदा करते हैं। इस मौसम में कुछ खास टिप्स की मदद से आप हार्मोनल हेल्थ का ध्यान रख सकती हैं।
- गर्मियों में हाइड्रेशन बहुत जरूरी है। यह हार्मोनल हेल्थ के लिए भी बहुत अच्छा है। सही हाइड्रेशन मेटाबॉलिज्म को सुधारता है, शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालता है और डाइजेशन को सुधारता है।
- गर्मियों में अधिक से अधिक पान पिएं। इसके साथ ही PCOS को मैनेज करने के लिए नींबू, पुदीना, या चिया सीड्स का डिटॉक्स वॉटर पिएं। इनमें मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट्स सेहत के लिए फायदेमंद है।
- इसके अलावा हल्की-फुल्की एक्सरसाइज भी शरीर को डिटॉक्स करने, हार्मोनल हेल्थ को सुधारने और ब्लोटिंग को कम करने में मदद करते हैं।
- गर्मियों में एंटी-इंफ्लेमेटरी और हार्मोनल फ्रेंडली डाइट सेहत के लिए फायदेमंद हो सकती है। फाइबर, एंटी-ऑक्सीडेंट्स और विटामिन्स से भरपूर सीजनल फल और सब्जियां, इंसुलिन लेवल और वजन को मैनेज करने में मदद कर सकती हैं। ये दोनों ही चीजें PCOS के लक्षणों को कम करने के लिए जरूरी हैं।
- प्रोसेस्ड फूड्स, शुगर वाले ड्रिंक् और अधिक कैफीन का सेवन न करें। इससे हार्मोन्स में उतार-चढ़ाव होता है।
- PCOS को मैनेज करने में रेगुलर एक्सरसाइज भी अहम भूमिका निभाती है। सुबह या शाम के वक्त जब तापमान कम हो, तब एक्सरसाइज करें। स्वीमिंग, ब्रिस्क वॉकिंग और योगा कोर्टिसोल लेवल को कम करने और PCOS के लक्षणों को मैनेज करने में मदद कर सकते हैं।
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- गर्मी में दिन अधिक लंबे होते हैं और इसका असर स्लीप पैटर्न पर होता है। नींद, हार्मोनल बैलेंस के लिए बहत जरूरी है। ऐसे में गर्मियों में बेड टाइम रूटीन का ध्यान रखें, सोने से पहले फोन का इस्तेमाल न करें और सोने के लिए एक ठंडा और सुकून भरा वातावरण बनाएं।
- अच्छी नींद इंसुलिन, कोर्टिसोल और मेलाटोनिन हार्मोन को मैनेज कर सकती है। ये सभी PCOS के लक्षणों को कम या ज्यादा करने के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं।
- गर्मियों में 10-15 मिनट सूरज की रोशनी में रहना ओवरियन फंक्शन को सुधारता है, शरीर में विटामिन-डी के लेवल को मैनेज करता है, इंफ्लेमेशन को कम करता है और मूड को सुधारता है। हालांकि, सूरज की धूप सुबह या शाम के वक्त ही लें।
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गर्मियों में PCOS और हार्मोनल हेल्थ को मैनेज करने में ये उपाय मदद कर सकते हैं। अगर आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या है, तो हमें आर्टिकल के ऊपर दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम अपने आर्टिकल्स के जरिए आपकी समस्या को हल करने की कोशिश करेंगे।
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Image Credit: Shutterstock, Freepik
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