Thyroid के लिए चमत्कारी हो सकती है ये जड़ी-बूटी, हार्मोंस भी करती है बैलेंस

कचनार एक आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है, जो थायराइड, हार्मोनल असंतुलन, पीरियड से जुड़ी समस्‍याओं और त्वचा रोगों में चमत्कारी रूप से लाभकारी मानी जाती है। इसके गुण, उपयोग और सावधानियों के बारे में आयुर्वेदिक एक्‍सपर्ट से जानें  
kanchanar for hormonal issues
kanchanar for hormonal issues

भारत में एक ऐसी चमत्कारी जड़ी-बूटी पाई जाती है, जिसे सदियों से कई बीमारियों के इलाज के लिए इस्तेमाल किया जाता रहा है? जी हां, हम कचनार की बात कर रहे हैं। यह जड़ी-बूटी अपने अद्भुत गुणों के कारण काफी फेमस है, लेकिन क्‍या आप जानती हैं कि कचनार थायराइड और हार्मोनल से जुड़ी समस्याओं के लिए खासतौर पर फायदेमंद है। आयुर्वेद में कचनार को शक्तिशाली औषधि माना गया है, जिसके गुण और प्रभाव दोनों ही काफी प्रभावशाली हैं।

कचनार के आयुर्वेदिक गुण

  • गुण- यह पचने में हल्का और ड्राई होता है।
  • रस (स्वाद)- इसका स्वाद कसैला होता है।
  • तासीर- इसकी तासीर ठंडी होती है, जो इसे कई बीमारियों के लिए उपयोगी बनाती है।
  • असर - इसका सबसे खास असर गंडमाला नाशन है, यानी यह गर्दन की ग्रंथियों में होने वाली सूजन, थायराइड से जुड़ी परेशनियों और गोइटर जैसी समस्याओं में बेहद असरदार होती है।
  • त्रिदोष पर प्रभाव: यह जड़ी-बूटी कफ और पित्त दोष को शांत करती है।

कचनार का इस्‍तेमाल कैसे करें?

आयुर्वेद के अनुसार, कचनार का इस्‍तेमाल कई तरह की बीमारियों के इलाज के लिए किया जाता है, लेकिन हमारी एक्‍सपर्ट आपको इसके तीन मुख्य उपयोग बता रही हैं।

diseases is cure by kachnar

  • थायराइड और हार्मोंस में गड़बड़ी- कचनार थायराइड ग्‍लैंड के काम को बैलेंस करता है। यह जड़ी-बूटी न केवल थायराइड से जुड़ी समस्याओं, बल्कि गोइटर जैसी गर्दन से जुड़ी बीमारियों में भी काफी असरदार मानी जाती है। साथ ही, यह यूटेरिन फाइब्रॉएड (uterine fibroids) जैसी हार्मोन से जुड़ी समस्याओं कों कंट्रोल करने में भी मदद करती है।
  • पीरियड से जुड़ी समस्याएं- ठंडी तासीर के कारण कचनार महिलाओं के पीरियड्स से जुड़ी समस्याओं में भी बेहद लाभकारी है। यह पीरियड्स के दौरान होने वाली हैवी ब्लीडिंग (heavy menstrual bleeding) को कंट्रोल करती है। इसके अलावा, यह ब्‍लीडिंग से जुड़ी अन्‍य समस्‍याओं को भी कम कर सकती है, जिससे महिलाओं को आराम मिलता है।
  • स्किन से जुड़ी समस्‍याएं- आयुर्वेद में कचनार को 'कुष्ठघ्न' (Kushtaghna) भी कहा जाता है, जिसका सीधा अर्थ है त्वचा रोगों को नष्ट करने वाला। यह जड़ी-बूटी त्वचा से जुड़ी विभिन्न समस्याओं, जैसे कि दाने, खुजली और अन्य इंफेक्‍शन के इलाज में कारगर है। साथ ही, यह मुंह के छालों को ठीक कर सकती है, जिससे यह संपूर्ण स्वास्थ्य समाधान बन जाती है।

kanchanar for thyroid

हालांकि, कचनार एक शक्तिशाली जड़ी-बूटी है, लेकिन इसका उपयोग किसी आयुर्वेदिक एक्‍सपर्ट की सलाह से ही करना चाहिए। अपनी बीमारी के अनुसार सही मात्रा और विधि जानने के लिए डॉक्टर से सलाह लेना बेहद जरूरी है।

इसे जरूर पढ़ें: 30 की होते ही डाइट में शामिल करें ये 4 हर्ब्स, पार्लर में पैसे खर्च किए बिना उम्र से जवां आएंगी नजर और धीमी होगी बुढ़ापे की रफ्तार

इसे जरूर पढ़ें: इन 1 देसी चाय में छिपा है महिलाओं की 15 मुश्किलों का हल, नानी-दादी भी मानती हैं इसे फायदेमंद

अगर आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या है, तो हमें आर्टिकल के ऊपर दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम अपने आर्टिकल्स के जरिए आपकी समस्या को हल करने की कोशिश करेंगे। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

Image Credit: Shutterstock & Freepik

HerZindagi Video

HzLogo

HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!

GET APP