बच्चों आमतौर पर जल्द बीमार पड़ते हैं और उन्हें केवल मौसमी बीमारियां ही नहीं होती हैं, बल्कि ओरल हेल्थ से जुड़ी भी कई समस्याएं हो सकती हैं। इन्हीं समस्याओं में से एक है बच्चों के मसूड़ों में सूजन होना। बच्चों के मसूड़ों में सूजन होना एक आम समस्या है, लेकिन जब बच्चे के मसूड़े में सूजन होती है, तो उसे बहुत दर्द, जलन व भूख न लगना जैसी अन्य भी कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे समय में बच्चों को संभालना मुश्किल हो सकता है। हालांकि, बच्चे को यह समस्या ना हो, इसके लिए पहले उसके कारणों पर विचार करना बेहद आवश्यक है।
दरअसल, ऐसी कई छोटी-छोटी गलतियां हैं, जो बच्चों के मसूड़ों में सूजन की वजह बन सकती हैं। इसमें सिर्फ ओरल हेल्थ का ठीक तरह से ख्याल ना रखना ही एक कारण नहीं है। बल्कि बच्चे की डाइट से भी ओरल हेल्थ और मसूड़े काफी प्रभावित हो सकती है। तो चलिए आज इस लेख में सरोज अस्पताल के डेंटल केयर डिपार्टमेंट के एचओडी व सीनियर कंसल्टेंट डॉ राहुल नरुला आपको उन कारणों के बारे में बता रहे हैं, जो बच्चों के मसूड़ों में सूजन की वजह बन सकते हैं-
बच्चों को जंक फूड खाना बेहद पसंद होता है। लेकिन आवश्यकता से अधिक जंक फूड का सेवन करना बच्चों के मसूड़ों में सूजन की वजह बन सकता है। दरअसल, मसूड़ों को हेल्दी बनाए रखने के लिए कई तरह के विटामिन्स जैसे विटामिन ए, विटामिन डी, विटामिन ई, विटामिन के आदि की जरूरत होती है।
लेकिन जंक फूड से बच्चे को ऐसा कोई भी विटामिन नहीं मिल पाता है, जिससे मसूड़ों को कोई लाभ नहीं होता है। इसके अलावा, जंक फूड कभी बहुत अधिक गर्म तो कभी बहुत मसालेदार होता है, जिससे मसूड़ों को नुकसान होता है और उसमें सूजन हो सकती है। इसलिए बच्चे को सप्ताह में कम से कम छह बार घर का बना हुआ हेल्दी खाना ही खाना चाहिए।
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ओरल हेल्थ का ख्याल रखने दिन में दो बार ब्रश करना बेहद जरूरी होता है। लेकिन अक्सर बच्चे नाइट ब्रशिंग को अवॉयड करते हैं, जिससे उनके दांतों व मसूड़ों को नुकसान होता है। खासतौर से, अगर बच्चे के दांत दूध के हैं तो इससे मसूड़ों में सूजन होने की संभावना बढ़ जाती है। दरअसल, दूध के दांत अपेक्षाकृत कमजोर होते हैं। जिसके कारण अगर बच्चे नाइट ब्रशिंग नहीं करते हैं, तो दांतों के बीच गैप हो जाते हैं। इन होल्स में अक्सर खाना फंस जाता है, जिससे मसूड़ों में सूजन होनी शुरू हो जाती है।
यह एक बहुत बड़ा कारण है बच्चों के मसूड़ों में सूजन होने का। विटामिन सी सिर्फ प्रतिरक्षा तंत्र पर ही सकारात्मक प्रभाव नहीं डालता, बल्कि यह ओरल हेल्थ का भी ख्याल रखता है। आजकल यह देखने में आता है कि बच्चे पैकेज्ड फूड आइटम को खाना अधिक पसंद करते हैं, लेकिन नेचुरल चीजें कम खाते हैं। जिसके कारण उनकी डाइट विटामिन सी और विटामिन डी रिच नहीं हो पाती। आहार में इन विटामिन्स की कमी मसूड़ों की सूजन की वजह बन जाती है।
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लोग मानते हैं कि फिट और एक्टिव रहने के लिए फिजिकल एक्टिविटी करना जरूरी होता है। लेकिन वर्कआउट ओवरऑल हेल्थ पर असर डालता है, फिर चाहे बात मसूड़ों की ही क्यों ना हो। दरअसल, जब बच्चे फिजिकल एक्टिव होते हैं, तो पूरे शरीर में ब्लड की सप्लाई बढ़ती है। मसूड़ों के भीतर भी ब्लड सप्लाई होती है।
इसलिए फिजिकल एक्टिविटी और मसूड़ों की एक्सरसाइज का आपस में गहरा कनेक्शन है। भागते समय जॉ की एक्सरसाइज होती है और मसूड़े हेल्दी बनते हैं। लेकिन वर्तमान समय में, बच्चे बिल्कुल भी फिजिकल एक्टिव नहीं हैं और इसलिए उन्हें स्वास्थ्य समस्याओं के साथ-साथ मसूड़ों की सूजन का भी सामना करना पड़ता है।
तो अब इन कारणों को जानने के बाद आप भी बच्चे को मसूड़ों की सूजन की समस्या से बचाव कर सकती हैं। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें व इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकीअपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।
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