Scanty Periods:क्या आपके पीरियड्स भी दो से तीन दिनों में ही खत्म हो जाते हैं? जानिए कारण और बचाव के उपाय

क्या आपके पीरियड्स भी 5 दिन के बजाए दो या तीन दिनों में ही खत्म हो जाते हैं? अगर हां तो यह चिंता की बात है। जानते हैं इसके कारण और बचाव के टिप्स।

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Scanty Periods:पीरियड्स एक नेचुरल प्रोसेस है,जिससे हर महिला को गुजरना पड़ता है,महिलाओं के लिए ये काफी कठिन दिन होते हैं। इस दौरान मूड स्विंग,चिड़चिड़ापन और पेट दर्द जैसी कई समस्याएं होती हैं। हर महीने हर महिला का मेंस्ट्रुअल साइकल का फ्लो अलग-अलग हो सकता है। कई बार फ्लो सामान्य से ज्यादा हो जाता है,लेकिन कई बार ये 2 से 3 दिन में ही सिमट कर रह जाता है। कभी-कभार ऐसा होना सामान्य है, लेकिन अगर ऐसा बार-बार हो रहा है, तो ये चिंता की बात हो सकती है। ऐसा क्यों होता है और इससे बचने के लिए क्या उपाय करना चाहिए, इसकी जानकारी दे रही हैं हेल्थ एक्सपर्ट शिखा सिन्हा। आइए जानते हैं इस बारे में ।

शॉर्ट पीरियड होने के कारण?(Scanty Periods)

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  • एस्ट्रोजन हार्मोन की कमी होने पर पीरियड साइकल साइकिल अनियमित हो जाता है। इस कारण भी आपको कम दिन का पीरियड हो सकता है।
  • एस्ट्रोजन डोमिनेंस के कारण भी पीरियड्स कम दिनों का हो सकता है। एस्ट्रोजन का डोमिनेंस तब देखा जाता है,जब किसी के शरीर में प्रोजेस्टेरोन लेवल की तुलना में एस्ट्रोजन लेवल बढ़ जाता है।
  • वजन आपके शरीर में हार्मोन को रेगुलेट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। अगर आपका वजन काफी ज्यादा कम हो गया है,तो आपका शरीर नियमित रूप से ओव्यूलेट करने में विफल हो सकता है। इसकी वजह से अनियमित फ्लो हो सकता है।
  • कोर्टिसोल हार्मोन को स्ट्रेस हार्मोन के रूप में जाना जाता है। इसके बढ़ने से आपको तनाव और चिंता हो सकती है,जो पीरियड्स अनियमित होने की मुख्य वजह है।

यहां जानिए पीरियड्स को सामान्य करने का सही तरीका( How To Have Healthy Periods)

Healthy Periods

  • संतुलित आहार लेने से हार्मोन उत्पादन को बढ़ाने में मदद मिल सकती है। ऐसे में आप अपनी डाइट में दाल और अलसी जैसे फाइटोएस्ट्रोजेन से भरपूर खाद्य पदार्थों को शामिल करें।
  • इसके अलावा, आप हेल्दी फैट्स के सोर्स जैसे ऑलिव ऑयल,एवोकाडो और नट्स का भी सेवन कर सकते हैं।
  • क्रोनिक तनाव हार्मोन संतुलन को बाधित कर सकता है। तनाव के स्तर को मैनेज करने के लिए योग, ध्यान या गहरी सांस लेने जैसी विश्राम तकनीकों का अभ्यास करें।
  • नियमित रूप से एक्सरसाइज करें। ये हार्मोन के स्तर और ओवर ऑल हेल्थ पर अच्छा असर डाल सकता है।
  • हार्मोन रेगुलेशन के लिए हर रोज पर्याप्त आराम जरूरी है। ऐसे में आप हर रात 7 से 9 घंटे की क्वालिटी नींद जरूर लें।
  • वजन को मेंटेन करने की कोशिश करें, क्योंकि कई बार अतिरिक्त चर्बी हार्मोनल असंतुलन का कारण बन सकती है। ऐसे में आप फाइबर युक्त आहार और रेगुलर एक्सरसाइज करके हेल्दी वेट मेंटेन करने की कोशिश करें।
  • नेचुरल सप्लीमेंट लेने पर भी विचार कर सकते हैं। कुछ जड़ी-बूटियां,जैसे कि चेस्टबेरी, ईवनिंग प्रिमरोज तेल और विटामिन बी 6 हार्मोन संतुलन बनाए रखने में मदद कर सकते हैं। हालांकि,कोई भी सप्लीमेंट आजमाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

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Image Credit: freepik

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