क्या आप जानते हैं कि आपके पीरियड्स हैवी, दर्दनाक या अनियमित क्यों होते हैं? जी हां कई कारण आपके पीरियड्स में बदलाव का कारण बन सकते हैं। रेगुलर पीरियड्स आमतौर पर 3-8 दिनों तक रहते है और हर चक्र 21 से 35 दिनों का होता है। एक नॉर्मल मेंस्ट्रुअल साइकिल में, कुल ब्लड का लॉस लगभग 30-80 मिलीलीटर होता है। इसमें किसी भी तरह का बदलाव या ज्यादा ब्लीडिंग या लंबेे समय तक पीरियड्स कई कारणों से हो सकतेे है।
हैवी और दर्दनाक पीरियड्स के कारण
हैवी और दर्दनाक ब्लीडिंग के मुख्य कारणों में शामिल हैं:
- हार्मोनल असंतुलन
- यूटेराइन फाइब्रॉयड या पॉलीप्स
- प्रजनन अंगों में कैंसर
- इंट्रायूटरिन डिवाइस जैसे बर्थ कंट्रोल का इस्तेमाल करना
- मिसकैरेज या एक्टोपिक प्रेग्नेंसी
- पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज
- मेंस्ट्रुअल फ्लो के कारण थायरॉयड रोग, लीवर और किडनी की बीमारी जैसी सिस्टमिक बीमारियां भी बढ़ सकती हैं।
हैवी ब्लीडिंग निर्धारित कारक
अगर निम्नलिखित चीजें अकेले या कॉम्बिनेशन में होती हैं, तो इनसे पता चलता है कि आप अत्यधिक मेंस्ट्रुअल ब्लीडिंग या हैवी पीरियड्स से ग्रस्त हैं:
- आपको ब्लीडिंग 7 दिनों से अधिक समय तक रहती है।
- जब आप अपने टैम्पोन या पैड को हर घंटे पूरी तरह से भिगा हुआ पाते हैं।
- पीरियड्स फ्लो में देखे जाने वाले ब्लड क्लॉट जो सिक्के की तरह या उससे बड़े होते है।
- अगर आपको गीलेपन के कारण नींद के बीच में पैड बदलने की जरूरत होती है।
अगर आप हैवी पीरियड्स और बहुत अधिक दर्द का सामना कर रहे हैं, तो आपको सही कारण जानने के लिए अपनी गायनेकोलॉजिस्ट से बात करनी चाहिए। जीवन के रिप्रोडक्टिव फेस में इस समस्या को जानने और ठीक करने के लिए आपको निश्चित रूप से सही ट्रीटमेंट से गुजरना पड़ सकता है।
हैवी और दर्दनाक पीरियड्स की तरह, अनियमित पीरियड्स होना भी विशेेेेष हेल्थ प्रॉब्लम्स का संकेत देता है।
अनियमित पीरियड्स के कारण
- जब आपके पीरियड्स 35 दिनों से ज्यादा लंबे समय में होते है, तो यह बताते है कि आपके पीरियड्स अनियमित हैं।
- अनियमित पीरियड्स के संभावित कारणों में रिप्रोडक्टिव चक्र में बदलाव जैसे यौवन, प्रेग्नेंसी, डिलीवरी, ब्रेस्टफीडिंग, मेनोपॉज और बर्थकंट्रोल आदि कारण हो सकते है।
- ये कारण बहुत आम हैं, और इसके लिए आपको मेडिकल सलाह लेने आवश्यकता नहीं होती है।
- हालांकि, अनियमित पीरियड्स होने के अन्य कारण और भी हो सकते हैं। उनमें शामिल है:
हार्मोनल असंतुलन:
हार्मोनल असंतुलन बहुत ज्यादा वजन कम करने या बढ़ने, बहुत अधिक इमोशनल स्ट्रेस, एनोरेक्सिया जैसे ईटिंग डिस्ऑर्डर या मैराथन रनिंग जैसी एंडुरेंस एक्सरसाइज के कारण होता है।
पॉलीसिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम (PCOS):
इस अवस्था में, आप ओव्यूलेट नहीं करते हैं, और इसके कारण अनियमित या पीरियड्स नहीं होते है।
सिस्टेमेटिक डिजीज:
थायरॉयड विकार जैसे रोग जिसमेें आपके थायरॉयड हार्मोन शरीर के मेटाबॉलिज्म को प्रभावित करते हैं और यह आपके पीरियड्स को प्रभावित कर सकते हैं।
पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज और एंडोमेट्रियोसिस:
ये समस्याएं प्रजनन अंगों की सूजन का कारण बनती हैं और नियमित पीरियड्स को प्रभावित करती है।
अनियमित पीरियड्स में, आपके पीरियड्स और ब्लड फ्लो की मात्रा में काफी अंतर होता है। इसलिए आपको हार्मोनल असंतुलन को ठीक करने के लिए, अपनी जीवन शैली में फिजिकल एक्टिविटी को शामिल करने और हेल्दी डाइट लेने की कोशिश करनी चाहिए।
लेकिन अगर आप अपनी जीवनशैली में बदलाव करके भी अपने पीरियड्स को नियमित नहीं कर पा रहे हैं, तो आपको चिकित्सकीय सलाह लेनी चाहिए।