
भारतीय संस्कृति में तुलसी को सिर्फ एक पवित्र पौधा ही नहीं माना जाता है, बल्कि इसे चमत्कारी औषधि का दर्जा भी दिया गया है। आयुर्वेद में तो इसे "जीवनदायिनी" कहा गया है और यह सचमुच कई बीमारियों के लिए एक रामबाण इलाज मानी जाती है। इसके गुणों की लिस्ट बहुत लंबी है, लेकिन क्या आप जानती हैं कि तुलसी आपके लिवर को भी साफ और हेल्दी बनाने में मदद कर सकती है? आइए आयुर्वेदिक एक्सपर्ट सिद्धार्थ एस कुमार से जानते हैं कि तुलसी लिवर को डिटॉक्स करने के लिए कैसे काम करती है।
लिवर शरीर का एक बेहद जरूरी अंग है। यह शरीर के अंदर एक फिल्टर प्लांट की तरह काम करता है। इसके मुख्य कामों में शामिल हैं-

एक्सपर्ट का कहना है, ''आजकल की तनावपूर्ण और प्रदूषण भरी जीवनशैली में लिवर पर अतिरिक्त भार पड़ता है। गलत खान-पान, प्रदूषण, ज्यादा दवाइयां और अल्कोहल जैसी चीजें लिवर को कमजोर कर सकती हैं। ऐसे में, जब बात नेचुरल और घरेलू उपायों की आती है, तब तुलसी बहुत ही असरदार और सुरक्षित विकल्प हो सकती है, जो आपके लिवर को हेल्दी रख सकती है।
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तुलसी कई तरह से आपके लिवर के हेल्थ को बेहतर बना सकती हैं-

तुलसी आपके शरीर की नेचुरल क्लीनिंग प्रोसेस को तेज करती है। यह लिवर के सेल्स में जमा टॉक्सिंस को बाहर निकालती है। जब लिवर से ये हानिकारक चीजें निकल जाती हैं, तब लिवर तेजी और असरदार तरीके से काम कर पाता है।
जैसा कि हमने पहले बताया, तुलसी में भरपूर मात्रा में एंटी-ऑक्सीडेंट्स होते हैं। ये लिवर के सेल्स को फ्री-रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाते हैं। ये शरीर में बनते हैं और सेल्स को डैमेज करके कई बीमारियों का कारण बन सकते हैं। तुलसी इन हानिकारक कणों को बेअसर करके लिवर को सुरक्षित रखती है।

तुलसी के एंटी-वायरल गुण इसे और भी खास बनाते हैं। यह लिवर को हेपेटाइटिस जैसे वायरस जनित रोगों से बचा सकते हैं। हेपेटाइटिस वायरस लिवर पर हमला करते हैं और गंभीर बीमारियों का कारण बनते हैं। रेगुलर तुलसी लेने से लिवर को ऐसे इंफेक्शन से लड़ने की शक्ति दे सकता है।
कुछ वैज्ञानिक अध्ययनों से यह पता चला है कि तुलसी लिवर में पाए जाने वाले कुछ जरूरी एंजाइम्स जैसे ALT (एलेनिन एमिनोट्रांस्फरेज) और AST (एस्पार्टेट एमिनोट्रांस्फरेज) के लेवल को बैलेंस में रख सकती है। इन एंजाइम्स का बढ़ा हुआ लेवल अक्सर लिवर की सूजन या डैमेज का संकेत होता है। तुलसी इन लेवल को कंट्रोल करके लिवर की सूजन और नुकसान को कम कर सकती है।
किसी भी बीमारी के इलाज के लिए सिर्फ घरेलू नुस्खों पर निर्भर न रहें। अगर आपको लिवर संबंधी कोई गंभीर समस्या है, तो हमेशा डॉक्टर या योग्य आयुर्वेदिक चिकित्सक से सलाह जरूर लें। तुलसी एक सहायक औषधि हो सकती है, लेकिन बीमारी का इलाज नहीं है।
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