आज के समय में अधिकतर लोग अपने बढ़ते वजन के कारण काफी परेशान रहते हैं। ऐसे में वे वजन कम करने के लिए कई तरीके अपनाते हैं। लेकिन सबसे जरूरी होता है कि आप अपने खान-पान पर फोकस करें। यही कारण है कि वेट लॉस के लिए कैलोरी डेफिसिएट डाइट लेना काफी अच्छा माना जाता है। इस डाइट में हम शरीर की जरूरत को ध्यान में रखते हुए उससे कुछ कम कैलोरी लेना होता है, जिससे शरीर पहले से जमा चर्बी को बर्न कर सके।
यह देखने में आता है कि कैलोरी डेफिसिएट डाइट से वजन कम करने में काफी अच्छा रिजल्ट मिलता है। लेकिन कई बार इससे आप वह गोल हासिल नहीं कर पाते हैं, जिसकी आपको चाहत होती है। ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि कैलोरी डेफिसिएट डाइट लेते समय कुछ छोटी-छोटी गलतियां कर बैठते हैं। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको कैलोरी डेफिसिएट डाइट लेते समय की जाने वाली कुछ ऐसी ही गलतियों के बारे में बता रहे हैं-
अनरियलिस्टिक गोल सेट करना
जब भी लोग कैलोरी डेफिसिएट डाइट लेते हैं तो वे एक सबसे बड़ी गलती यह कर बैठते हैं कि वे खुद के लिए अनरियलिस्टिक गोल सेट कर लेते हैं। वे जल्द से जल्द अपना वजन कम करना चाहते हैं तो एकदम से कैलोरी इनटेक आधा कर लेते हैं। लेकिन इससे उनका शरीर सही तरह से फंक्शन नहीं कर पाता है। उन्हें चक्कर आने से लेकर थकान, मतली आदि कई समस्याएं हो सकती है।
कैलोरी इनटेक को ट्रैक ना करना
कैलोरी डेफिसिएट डाइट लेते समय एक गलती यह भी होती है कि हम अपने कैलोरी इनटेक को ट्रैक नहीं करते हैं। आमतौर पर, हम अंदाज से खाते हैं, लेकिन ऐसा करके हम सही कैलोरी काउंट का पता नहीं लगा पाते हैं। खासतौर से, जब आप बाहर खाना खा रहे हों या चलते-फिरते नाश्ता (नाश्ता रेसिपी ) कर रहे हों, तो ऐसे में कैलोरी इनटेक पर नजर रखना काफी मुश्किल हो जाता है। अपने कैलोरी इनटेक पर नज़र न रखने से आपका पूरा वेट लॉस प्रोसेस गड़बड़ा सकता है। इसलिए, इस गलती से बचने के लिए आप फूड डायरी, ऐप या ऑनलाइन ट्रैकर का इस्तेमाल कर सकते हैं।
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मैक्रोन्यूट्रिएंट बैलेंस को नजरअंदाज करना
जब भी लोग कैलोरी डेफिसिएट डाइट लेते हैं तो उनका पूरा ध्यान सिर्फ और सिर्फ दिनभर में ली जाने वाली कैलोरी पर ही होता है। लेकिन सिर्फ ऐसा करने से आप हेल्दी वेट लॉस नहीं कर सकते हैं। अमूमन लोग मैक्रोन्यूट्रिएंट मसलन, कार्ब्स, प्रोटीन और फैट के बैलेंस पर ध्यान नहीं देते हैं। उदाहरण के लिए, बहुत कम प्रोटीन वाला आहार लेने से मसल्स लॉस और स्लो मेटाबॉलिज्म की समस्या हो सकती है।
मील को स्किप करना
जो लोग कैलोरी डेफिसिएट डाइट लेते हैं, वे अक्सर अपने मील्स को स्किप करते हैं, जिससे वे अपनी कैलोरी काउंट को कम कर सकें। लेकिन ऐसा करना अच्छा नहीं माना जाता है। इससे आप अगले मील में ओवरइट कर लेते हैं या फिर इससे आपका मेटाबॉलिज्म भी स्लो हो जाता है। इसलिए, कैलोरी डेफिसिएट डाइट लेते समय कभी भी अपने मील्स को स्किप ना करें। इसकी जगह आप पोषक तत्वों से युक्त आहार लें और अपने पोर्शन साइज पर नजर बनाए रखें।
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