पियर्सिंग कराना मॉडर्न ट्रेंड नहीं है। यह सदियों से चला आ रहा है। पहले के समय में खासतौर पर महिलाएं कान छिदवाती थीं। इससे महिलाओं की खूबसूरती बढ़ जाती है। यही कारण है कि बच्चों के बचपन में ही कान छिदवा दिए जाते हैं। आज के दौर में पियर्सिंग करवाना फैशन बन गया है। लेकिनपियर्सिंगकरवाते समय या करवाने के बाद आपको कई तरह की एहतियात बरतनी चाहिए। खासतौर पर गर्मियों के दौरान क्योंकि इस समय काम में इंफेक्शन होने की संभावना ज्यादा रहती है। गर्मियों में धूल-मिट्टी ज्यादा उड़ती है, जो कान में जम सकती है। जिससे कान में घाव हो सकता है। अगर आप भी कान छिदवाने जा रही हैं तो आपको कुछ बातों का खास ध्यान रखना चाहिए। चलिए जानते हैं इस बारे में।
सही ईयरिंग्स का करें चुनाव
अगर आप कान छिदवा रही हैं तो आपको हमेशा सही ईयरिंग्स का चुनाव करना चाहिए। इसका मतलब है कि आपको नकली धातु की ईयरिंग्स नहीं पहननी चाहिए। क्योंकि इससे आपके कान में इंफेक्शन हो सकता है। जिसके कारण कान में घाव हो जाता है। इसलिए आपको हमेशा चांदी या सोने की ही ईयरिंग्स पहननी चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि चांदी और सोना को शुद्ध माना जाता है। इससे कान पकते नहीं है। लेकिन कई लोगों को सोना सूट करता है तो कई लोगों को चांदी। इसलिए आपको सोना और चांदी के ईयरिंग्स में भी चुनाव करना चाहिए।
नॉन प्रोफेशनल से न कराएं पियर्सिंग
अक्सर आपने देखना होगा कि गली, मोहल्ले और कॉलोनी में फेरी वाले आते हैं, जो कान छेदते हैं। कई लोग सस्ते के चक्कर में इनसे पियर्सिंगकरवा लेते हैं। इन लोगों के पास कोई ट्रेनिंग नहीं होती है। इसलिए यह आपके लिए परेशानी का सबब बन सकता है। आपको ऐसा बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए। आपको इन नॉन प्रोफेशनल लोगों से कान नहीं छिदवाने चाहिए। क्योंकि इससे इंफेक्शन का खतरा बना रहता है। आप चाहें तो ज्वेलरी शॉप पर मौजूद वर्कस से भी ईयर पियर्सिंगकरवा सकती हैं।
गन से कराएं पियर्सिंग
टेक्नोलॉजी ने हमारी जिंदगी को कुछ हद तक आसान बना दिया है। इसी तरह अब कान छिदवाने के लिए पियर्सिंगगन का इस्तेमाल किया जाता है। इस गन से कुछ सेंकड में और बिना दर्द के आप ईयर पियर्सिंगकरवा सकती हैं।कान छिदवाने के लिए यह तरीका सबसे सही और सुरक्षित होता है। आजकल ज्यादातर महिलाएं गन से ही ईयर पियर्सिंग करवाना पंसद करती है।
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कान को साफ रखें
गर्मियों के दौरान अगर आप कान छिदवा रही हैं तो आपको सफाई का बेहद ध्यान रखना चाहिए। क्योंकि गर्मियों के दौरान धूल मिट्टी ज्यादा होती है। जो आपके कान में जम सकती है। धूल औ गंदगी को साफ करने के लिए आपको डेटॉल का इस्तेमाल करना चाहिए। डेटॉल इंफेक्शन होने से बचाता है। यही कारण है कि चोट घाव में न बदले इसके लिए डेटॉल लगाया जाता है। आप चाहें तो केवल साफ गीले कपड़े से भी कान को साफ कर सकती हैं। (नोज़ पियर्सिंग कराते समय ध्यान रखें ये बातें)
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इन बातों का रखें खास ध्यान
- कान छिदवाने के बाद आपको अपने कान को बार-बार छूना नहीं चाहिए।
- कान में आर्टिफिशियल ज्वेलरी भी न पहनें। इससे इंफेक्शन होने की संभावना बनी रहती है।
- आपको नहाते और कपड़े पहनते वक्त बेहद सावधानी बरतनी चाहिए। क्योंकि इस दौरान ईयरिंग्स बालों में फंस सकती है, जिसके कारण आपको दर्द होगा। (ऑनलाइन ज्वैलरी शॉपिंग के लिए टिप्स)
- आपको कान में थोड़ा सा तेल लगाकर ईयरिंग्स को हमेशा घुमाते रहना चाहिए। इससे घाव नहीं होता है।
- अगर आप चाहती हैं कि आपका कान न पके तो इसके लिए हल्दी और तेल का पेस्ट लगाएं।
- कान छिदवाने के बाद खाने का भी बेहद ख्याल रखें। गर्म तासीर वाला खाना नहीं खाना चाहिए।
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Image Credit: freepik
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