मूंगफली के सेहत के लिए कई तरह से बेहद ही फायदेमंद होती है। कई लोग इसे पानी में भिगोकर खाना पसंद करते हैं तो कई अलग-अलग रेसिपीज में भी इस्तेमाल करके खाना पसंद करते हैं। खासकर घरवालों के साथ गप्पे मरते हुए इसे खाना बहुत से लोग पसंद करते हैं।
साबुत मूंगफली खाने या रेसिपी में शामिल करने के लिए लगभग हर किसी को मार्केट में ही खरीदने के लिए जाना होता है। लेकिन अगर आपसे यह बोला जाए कि आप मूंगफली के पौधे को आप आसानी से गार्डन में लगा सकते हैं तो फिर आपका जवाब क्या होगा?
जी हां, इस लेख में हम आपको कुछ गार्डनिंग टिप्स बताने जा रहे हैं जिन्हें फॉलो करके आप आसानी से किचन गार्डन में मूंगफली का पौधा लगा सकते हैं। आइए जानते हैं।
- मूंगफली का पौधा लगाने के लिए सामग्री
- मूंगफली का बीज
- खाद
- गमला (मिट्टी का)
- पानी
मूंगफली का बीच करें सही चुनाव
यह हम सभी जानते हैं कि किसी भी फल और सब्जी का पौधा गार्डन में लगाने के लिए बीज का सही होना बहुत ज़रूरी है। अगर बीज सही नहीं तो सभी मेहनत बेकार हो सकती है। इसलिए किचन गार्डन में मूंगफली का पौधा लगाने के लिए सही बीज का होना बहुत ज़रूरी है।
मूंगफली का बीच खरीदने के लिए आपको इधर-उधर नहीं बल्कि बीज भंडार जाना चाहिए। बीज भंडार में अच्छे और सस्ते बीज आसानी से मिल जाते हैं। इसके अलावा आप किसी नर्सरी से भी बीज खरीद सकते हैं।
इसे भी पढ़ें: Herbs Plants के लिए बेस्ट हैं 3 ये खाद, पौधों की ग्रोथ होगी अच्छी
मूंगफली का बीज लगाने से पहले करें ये काम
- मूंगफली का बीच लगाना कोई मुश्किल काम नहीं है, लेकिन बीज लगाने से पहले आपको कुछ गार्डनिंग टिप्स को फॉलो करने की ज़रूरत है। जैसे-
- जिस मिट्टी को गमले में इस्तेमाल करने वाले हैं उसे मिट्टी को फोड़कर 1-2 दिन के लिए धूप में रख दें। 2 दिन बाद मिट्टी को फिर से फोड़कर बारीक़-बारीक़ कर लें, क्योंकि मूंगफली के लिए महीन मिट्टी की ज़रूरत पड़ती है।
- अब मिट्टी में 2-3 कप खाद को डालकर अच्छे से मिक्स कर लें। खाद मिक्स करने के बाद गमले में डालकर बराबर कर लें।
- मिट्टी बराबर करने के बाद गमले में बीच में बीज को लगभग 1-2 इंच गहरा दबाकर मिट्टी को बराबर कर लें।
- गमले मिट्टी बराबर करने के बाद ऊपर से हल्का खाद और पानी को डालकर गमले को छांव में रख दें।
- नोट: मूंगफली के लिए आप जैविक खाद का ही इस्तेमाल करें। जैविक खाद से पौधे की ग्रोथ काफी तेज होती है। इससे पौधे में फल भी अधिक होते हैं और मजबूती भी मिलती है।
- नोट: आपको यह भी बता दें कि कैल्शियम एवं जैव पदार्थों से युक्त बलुई दोमट मिट्टी मूंगफली पौधे के लिए उत्तम होती है। मिट्टी भुरभुरी होती है तो मूंगफली भी अधिक होती है।
- नोट: मूंगफली का पौधे गमले में लगाने से अच्छा खुली जगह लगाना अच्छा माना जाता है। इससे जड़ को फैलने में आसानी होता है। (कफ की समस्या दूर करने वाला पौधा गार्डन में लगाएं)
मूंगफली का बीच लगाने के बाद इन बातों का रखें ध्यान
मूंगफली का बीच गार्डन में लगाना ही काफी नहीं है, बल्कि लगाने के बाद भी आपको कुछ बातों पर आपको ध्यान देनें की ज़रूरत है। जैसे-
- मूंगफली की पौधे की वृद्धि अच्छी चाहते हैं तो फिर आपको नियमित समय पर पौधे में खाद और पानी का डालना बहुत ज़रूरी होता है। यानी समय-मसय पर सिंचाई बहुत ज़रूरी है।
- पौधे में अधिक फल हो, इसके लिए आप बीज के साइड-साइड से मिट्टी को लूज कर लें। इससे पौधे की ग्रोथ अच्छी से होती है।
- पौधे में और मिट्टी में किसी भी तरह के कीड़े न लगे इसके लिए आपको कीटनाशक स्प्रे का छिड़काव नियमित करते रहना चाहिए। इसके लिए आप बेकिंग सोडा या नींबू के रस से कीटनाशक स्प्रे बना सकते हैं।
- लगभग पांच से सात महीने में मूंगफली के पौधे में फल होने लगते हैं।
अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर जरूर शेयर करें और इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ। लेख के अंत में कमेंट सेक्शन में आप भी ज़रूर कमेंट करें।
Image Credit:(@yates,balconygardenweb)