घर में आर्थिक समृद्धि बनी रहे, इसके लिए महिलाएं हर संभव प्रयास करती हैं, नियम से पूजा-अर्चना करती हैं, दान करती हैं, तीर्थस्थलों के दर्शन करने जाती हैं। लेकिन कई बार कई प्रयासों के बावजूद बात नहीं बन पाती। ऐसे में महिलाओं को इस बात पर ध्यान देने की जरूरत है कि कहीं घर में वास्तुदोष तो नहीं है। अगर घर में वस्तुएं वास्तु के अनुसार ना हों या उसके उलट हों तो इसका उसमें रहने वालों पर गहरा प्रभाव पड़ता है। इस कारण लगातार धन की हानि होती है। वास्तु के अनुसार दक्षिण, उत्तर-पश्चिम और उत्तर-पूर्व की दिशा को पैसों की दिशा मानी गई है। अगर इन दिशाओं में कोई दोष हो तो घर में आर्थिक समस्या बने रहने का अंदेशा रहता है। अगर कुछ आसान से वास्तु उपाय अपनाए जाएं तो घर से धन की हानि को रोका जा सकता है-
1. उत्तर पूर्व की साफ-सफाई
वास्तु में उत्तर-पूर्व धन की दिशा मानी जाती है। इस दिशा में अगर ठीक से साफ-सफाई ना हो या किसी कारणवश वहां पुराना टूटा-फूटा सामान पड़ा है तो वहां कभी पैसा नहीं टिक पाता। हमेशा किसी न किसी बहाने से पैसों की हानि होती रहती है। इसलिए इस दिशा में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें।
2. उत्तर पूर्व में ना हो अंधेरा
घर में उत्तर-पूर्व की दिशा में अंधेरा होना भी सही नहीं माना जाता, वास्तु के अनुसार अगर इस दिशा में अंधेरा है तो पैसों की हानि होती है। घर के इस कोने में लक्ष्मी का निवास स्थान माना गया है। इसलिए इसमें रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था होनी चाहिए।
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3. दक्षिण दिशा में ना हो तिजोरी
घर की दक्षिण दिशा में अगर तिजोरी रखी है तो यह वास्तु सम्मत नहीं है। वास्तु के अनुसार घर की दक्षिण दिशा यम की दिशा मानी जाती है, इसलिए इस दिशा में तिजोरी ना रखें।
4. रसोई के लिए उत्तर पूर्व सही नहीं
इस बात पर ध्यान दें कि उत्तर-पूर्व दिशा में घर की रसोई ना बनाएं। इस दिशा में रसोई होने पर घर में आर्थिक समृद्धि में बाधा आ सकती है।
5. घर के बीच ना हों सीढ़ियां
घर के बीचों-बीच भारी सामान, सीढ़ियां, शौचालय बने हुए हैं तो इससे घर के सदस्यों को आर्थिक और मानसिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है। भारी सामान को किनारे के स्टोर रूम में रखना बेहतर है। सीढ़ियां उत्तर या उत्तर-पूर्व दिशा में भी नहीं बनवाएं। वहीं सीढ़ियां बनाने के लिए उत्तर-पश्चिम दिशा का सही मानी जाती है।