साइकोलॉजिस्ट और साइकेट्रिस्ट के बीच क्या है फर्क, आप भी जानें

किसी भी इंसान के लिए शारीरिक और मानसिक दोनों तरह से स्वस्थ रहना बहुत जरूरी है। ये दोनों एक दूसरे से कनेक्टेड है, एक यदि बिगड़ जाता है, तो दूसरा भी बिगड़ जाता है।

 
psychologist and psychiatrist are same
psychologist and psychiatrist are same

इंटरनेट और सोशल मीडिया के विस्तार के बाद लोग अब मेंटल हेल्थ को लेकर खुलकर बात करने लगे हैं, साथ ही लोग आवश्यकता होने पर प्रोफेशनल की सहायता भी ले रहे हैं। एक समय ऐसा था जब आधा से ज्यादा लोगों को यह पता ही नहीं था कि मेंटल हेल्थ जैसा कुछ होता है। कुछ मेंटल हेल्थ प्रॉब्लम ऐसे होते हैं, जिसे आप बातचीत करके ठीक कर सकते हैं, लेकिन ऐसी भी परेशानियां है जिसे ठीक करने के लिए दवाइयों का सहारा लेना पड़ता है। मेंटल हेल्थ को ठीक करने वाले ये दो लोग हैं, एक साइकोलॉजिस्ट और दूसरा साइकियाट्रिस्ट, ये दोनों ही मेंटल हेल्थ से जुड़ी समस्याओं के निदान और उपचार करते हैं। बता दें कि ये दोनों एक दूसरे से बेहद अलग हैं, इनकी शिक्षा, कार्य प्रणाली, ट्रीटमेंट और प्रशिक्षण, सभी चीजें बहुत अलग है, तो चलिए इनके बीच का फर्क जान लें।

साइकोलॉजिस्ट और साइकियाट्रिस्ट में क्या अंतर है यहां जानें

Psychologist Vs Psychiatrist

शिक्षा और प्रशिक्षण

साइकोलॉजिस्ट (Psychologist)

  • एजुकेशन बैकग्राउंड: साइकोलॉजिस्ट बनने के लिए व्यक्ति को मनोविज्ञान (Psychology) में स्नातक (BA/BSc), स्नातकोत्तर (MA/MSc) और फिर डॉक्टरेट (PhD या PsyD) की डिग्री प्राप्त करता है।
  • ट्रेनिंग: साइकोलॉजिस्ट को क्लिनिकल, काउंसलिंग या स्कूल साइकोलॉजी में स्पेशल ट्रेनिंग मिलता है। इसके अलावा उन्हें रिसर्च वर्क में भी ट्रेंन्ड किया जाता है।
  • लाइसेंसिंग: प्रोफेशनल तरीके से काम करने के लिए साइकोलॉजिस्ट को संबंधित सरकारी या पेशेवर बोर्ड से लाइसेंस लेना बहुत जरूरी होता है।

साइकियाट्रिस्ट (Psychiatrist)

  • एजुकेशन बैकग्राउंड: साइकियाट्रिस्ट बनने के लिए व्यक्ति को पहले मेडिकल डिग्री (MBBS) लेनी होती है। इसके बाद उन्हें मेंटल हेल्थ में स्पेशियलिटी प्राप्त करने के लिए मनोचिकित्सक में MD या DNB की डिग्री लेनी होती है।
  • ट्रेनिंग: साइकियाट्रिस्ट को मानसिक बीमारियों के लिए बायोलॉजिकल और मेडिकल ट्रीटमेंट में एक्सटेंसिव ट्रेनिंग मिलता है। इसमें दवाओं का उपयोग, मेडिकल प्रोसेस और बीमारी का उपचार शामिल है।
  • लाइसेंसिंग: साइकियाट्रिस्ट को भी मेडिकल बोर्ड से लाइसेंस प्राप्त करना जरूरी होता है जिससे वह आगे मरीजों का मेडिकल ट्रीटमेंट कर सकें।

कार्यक्षेत्र और उपचार के तरीके

Psychiatrists and psychologists,

साइकोलॉजिस्ट(Psychologist)

  • Psychotherapy: साइकोलॉजिस्ट विभिन्न तरह की थेरेपी जैसे कि CBT (Cognitive Behavioral Therapy), पारिवारिक थेरेपी और व्यक्तिगत काउंसलिंग के माध्यम से मरीजों का उपचार करते हैं, इसमें मुख्य रूप से साइकोलॉजिस्ट मरीज से बातचीत करता है।
  • साइकोलॉजिकल टेस्ट: साइकोलॉजिस्ट कई तरह के टेस्ट और असेसमेंट करते हैं- जैसे कि IQ टेस्ट, पर्सनैलिटी असेसमेंट और न्यूरो साइकोलॉजिकल टेस्ट।
  • रिसर्च और एकेडमिक वर्क: साइकोलॉजिस्ट रिसर्च और एकेडमिक वर्क करते रहते हैं, जिससे मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में नई जानकारियां और तकनीकें डेवलप की जा सके।

साइकियाट्रिस्ट (Psychiatrist)

  • दवाओं का उपयोग: साइकियाट्रिस्ट मरीजों के मेंटल हेल्थ के उपचार (मेंटल हेल्थ खराब होने के लक्षण) के लिए दवाओं का उपयोग करते हैं। जैसे कि एंटीडिप्रेसेंट्स, एंटी-साइकोटिक्स और एंटी-एंग्जायटी मेडिसिन जैसे और भी अन्य।
  • मेडिकल ट्रीटमेंट: साइकियाट्रिस्ट मेडिकल और बायोलॉजिकल ट्रीटमेंट भी प्रोवाइड करते हैं, जैसे कि इलेक्ट्रोकोन्वल्सिव थेरेपी (ECT)।
  • डायग्नोसिस और मैनेजमेंट: साइकियाट्रिस्ट कॉम्प्लेक्स मेंटल डिशेज जैसे कि स्किज़ोफ्रेनिया, बायपोलर डिसऑर्डर और गंभीर डिप्रेशन का डायग्नोसिस और मैनेजमेंट करते हैं।

अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर शेयर और लाइक जरूर करें। इसी तरह के और भी आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़े रहें हर जिंदगी से। अपने विचार हमें आर्टिकल के ऊपर कमेंट बॉक्स में जरूर भेजें।

Image Credit: krmangalam.edu.in,miro.medium.com, edumilestones.com

HerZindagi Video

HzLogo

HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!

GET APP