शादियों के मौके पर गहने खरीदने की परंपरा हमेशा से चली आ रही है। सोने की चमक जितनी ज्यादा आकर्षित करती है उसका दाम उतना ही बढ़ता जा रहा है। दाम और ज्वेलरी डिजाइन की बात करें तो अब मार्केट में बहुत सी वेराइटी उपलब्ध है। लोग अब 14 कैरेट, 18 कैरेट, 22 कैरेट के बीच अंतर पहचान कर अपने हिसाब से गहने खरीद रहे हैं।
इन दिनों सोने के दाम जिस तरह से बढ़ रहे हैं वो देखकर यकीनन चौंकाने वाले हैं और ज्वेलरी बनाने पर मेकिंग चार्ज देना और भी ज्यादा महंगा हो जाता है।
इसी बीच लोग अब 18 कैरेट की ज्वेलरी की ओर आकर्षित हो रहे हैं और उन्हें लगता है कि ये ज्यादा सस्ती हो सकती है। पर क्या ऐसा वाकई है कि 18 कैरेट की ज्वेलरी खरीदने पर आपको ज्यादा फायदा हो सकता है?
ये जानने के लिए हमने दिल्ली स्थित कृष्णा ज्वेलर्स और सिल्वरस्मिथ के पार्टनर और जाने माने जोहरी प्रद्युमन अग्रवाल से बात की। उन्होंने हमें 18 कैरेट और 22 कैरेट ज्वेलरी के बीच का अंतर साफ बताया और किस ग्राहक को कैसी ज्वेलरी खरीदनी चाहिए इसके बारे में बात की।
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क्या है 10 ग्राम सोने का दाम?
आज 17 मई को सोने के दाम में पहले के मुकाबले ज्यादा अंतर नहीं देखा गया है।
- 24 कैरेट सोने का दाम- 50,450 रुपए प्रति 10 ग्राम है।
- 22 कैरेट सोने का दाम- 47,440 रुपए प्रति 10 ग्राम है।
- 18 कैरेट सोने का दाम- 34,218 रुपए प्रति 10 ग्राम है।
18 कैरेट और 22 कैरेट ज्वेलरी में क्या है अंतर?
जब बात गोल्ड ज्वेलरी की आती है तो 18 कैरेट ज्वेलरी में लगभग 25 प्रतिशत मात्रा में कॉपर मिला होता है और 22 कैरेट में कॉपर या किसी अन्य एलॉय की मात्रा कम होती है।
दरअसल, 24 कैरेट सोने का जो फॉर्म होता है वो बहुत लचीला होता है और उसमें कोई भी ज्वेलरी नहीं बनाई जा सकती है। इसलिए उसमें किसी अन्य मेटल को मिलाया जाता है।
जहां तक 18 कैरेट सोने की बात है तो ये ज्यादा सस्ता होता है क्योंकि इसमें एलॉय ज्यादा होता है। लेकिन अगर रंग और शुद्धता की बात करें तो ये 22 कैरेट की तुलना में थोड़ा कम चमकीला और पीला होता है।
18 कैरेट और 22 कैरेट ज्वेलरी का दाम-
यकीनन 18 कैरेट में सोने की मात्रा कम होती है इसलिए ही इसका दाम कम होता है, लेकिन 18 कैरेट का सोना अधिकतर हीरे की ज्वेलरी में इस्तेमाल किया जाता है इसलिए इससे बनी ज्वेलरी का दाम बढ़ जाता है। अगर आप 18 कैरेट में बनी सिर्फ गोल्ड ज्वेलरी लेते हैं तो उसका दाम कम होगा, लेकिन उसकी रीसेल वैल्यू भी कम होगी और उसकी चमक भी इतनी नहीं होगी।
22 कैरेट ज्वेलरी में स्टोन कम ही लगाए जाते हैं क्योंकि सोने की शुद्धता के कारण ये थोड़ी लचीली होती है। इसलिए अगर आपको सिर्फ सोने से बनी ज्वेलरी खरीदनी है तो आप 22 कैरेट खरीदें जिसकी चमक, रीसेल वैल्यू और शुद्धता ज्यादा होगी।
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क्यों हीरे की ज्वेलरी को 18 कैरेट में बनाया जाता है?
हीरा बहुत ही कीमती स्टोन होता है और ऐसे में ये बहुत जरूरी होता है कि हीरे के लिए ऐसी हीरे की अंगूठी या ज्वेलरी बनाई जाए जो इसे सहेज कर रखे। 22 कैरेट के सोने में हीरे के निकलने का डर रहेगा क्योंकि ये लचीली होती है और इसलिए सोने में कॉपर जैसे मेटल को मिलाकर इसे थोड़ा और मजबूत किया जाता है। कॉपर का रंग लाल होता है और इसलिए हीरे की ज्वेलरी में सोने का रंग अलग होता है और सिर्फ सोने की 22 कैरेट की ज्वेलरी में पीलापन और चमक ज्यादा होती है।
तो हम क्या खरीदें 18 कैरेट या 22 कैरेट?
इसका जवाब सीधा सा है। अगर आप हीरे में निवेश करना चाहते हैं तो 18 कैरेट बेस्ट होगा और अगर सिर्फ सोने की ज्वेलरी खरीदना चाहते हैं तो 22 कैरेट बेस्ट होगा। हालांकि, सोने में भी कुछ डिजाइन ऐसे होते हैं जिन्हें बनने के लिए ज्यादा सख्त सोने की जरूरत होती है जिन्हें 18 कैरेट में बनाया जाता है।
आजकल 14 कैरेट में भी ज्वेलरी आने लगी है, लेकिन उसकी शुद्धता और कम होती है और इसलिए उसका दाम भी और कम होता है।
अगली बार जब भी आप गहने खरीदने जाएं तो ये ध्यान रखें कि आप अपनी जरूरत के हिसाब से ही 18 कैरेट या 22 कैरेट में चुनाव करें। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी से।
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