Period Bloating: पीरियड के दिनों में और इससे पहले महिलाओं के शरीर में कई हार्मोनल बदलाव होते हैं। इन बदलावों का असर, महिलाओं के मूड, डाइजेशन और नींद समेत कई चीजों पर होता है। कई महिलाओं को पीरियड्स में और इससे कुछ दिन पहले या पीएमएस के दौरान, ब्लोटिंग महसूस होती है। वहीं, कई महिलाओं को रोने का मन करता है, तो कुछ का स्वाभाव काफी चिड़चिड़ा हो जाता है। पीरियड शुरू होने से पहले कई महिलाओं को पेट फूला हुआ महसूस होता है। वहीं, कई बार ऐसा भी लगता है कि जैसे वजन बढ़ गया हो। पीरियड के दिनों में या इससे पहले होने वाली डाइजेशन की दिक्कतें भी काफी आम हैं। काफी महिलाओं को इस वक्त पर कब्ज हो जाती है और कई बार गैस, एसिडिटी व अन्य कई दिक्कतें भी होने लगती हैं। अगर आपको भी पीरियड्स में ब्लोटिंग महसूस होती है, तो इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं। पीरियड्स में किन वजहों से ब्लोटिंग महसूस होती है, इस बारे में एक्सपर्ट से जानते हैं। यह जानकारी डाइटिशियन मनप्रीत दे रही हैं। उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से न्यूट्रिशन्स में मास्टर्स किया है। वह हार्मोन और गट हेल्थ कोच हैं।
पीरियड्स में इन 5 कारणों से महसूस होती है ब्लोटिंग (Is it normal to be bloated during your period)
- पीरियड्स के दौरान, महिलाओं के शरीर में एस्ट्रोजन और प्रोजस्टेरोन हार्मोन के लेवल में बदलाव होता है।
- इन हार्मोन्स में होने वाले उतार-चढ़ाव के कारण, शरीर में वॉटर रिटेंशन हो सकता है। इसके कारण ब्लोटिंग होती है।
- शरीर में होने वाले हार्मोनल बदलाव, ब्लोटिंग की वजह बनते हैं।
- जिन महिलाओं को पीसीओडी है, उनमें प्रोजेस्टेरोन का लेवल ज्यादा बढ़ जाता है, जिसके कारण शरीर में पानी जमा होने लगता है और इस वॉटर रिटेंशन के कारण, ब्लोटिंग होती है।
- प्रोजेस्टेरोन के बढ़ने की वजह से शरीर में सोडियम रिटेंशन भी हो जाता है। इसकी वजह से भी ब्लोटिंग होती है।
- प्रोजेस्टेरोन का बढ़ना डाइजेशन को भी कमजोर कर देता है। इसके कारण, कब्ज, गैस, एसिडिटी और ब्लोटिंग होने लगती है।
- डाइजेशन से जुड़ी दिक्कतों और हार्मोनल इंबैलेंस का एक कारण, गट परमेबिलिटी का खराब होना भी होता है।
- गट परमेबिलिटी का मतलब होता है कि आपके पेट की अंदरूनी लेयर और आंते, चीजों को कितना आपके खून में मिलने देती हैं।
- इसके खराब होने पर भी ब्लोटिंग होती है।
- प्रोस्टैग्लैंडिंस बढ़े होने पर भी ब्लोटिंग हो सकती है। ये हार्मोन की तरह ही होते हैं। इनकी वजह से मांसपेशियों में दर्द, डायरिया और ब्लोटिंग हो सकती है।
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महिलाओं की सेहत के लिए पीरियड्स का सही समय पर होना बहुत जरूरी है। अगर आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या है, तो हमें आर्टिकल के ऊपर दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम अपने आर्टिकल्स के जरिए आपकी समस्या को हल करने की कोशिश करेंगे।
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