अगर आप प्रेग्नेंट हैं और आपके मन में भी ऐसे कई सवाल आ रहे हैं जैसे कि "क्या प्रेग्नेंसी में ब्रेस्ट में दूध आना नॉर्मल है?", "क्या प्रेग्नेंसी में ब्रेस्ट लीक होने का मतलब दूध की अच्छी आपूर्ति है?" या "क्या प्रेग्नेंसी ब्रेस्ट लीकिंग का मतलब शिशु का जन्म जल्दी हो रहा है?" तो आप अकेली नहीं हैं। यह एक बहुत ही नॉर्मल जिज्ञासा है, जो कई प्रेग्नेंट महिलाओं को होती है। यह आर्टिकल आपकी इन सभी जिज्ञासाओं को शांत करने में मदद करेगा। आशा आयुर्वेदा की डायरेक्टर और जानी-मानी गायनेकोलॉजिस्ट डॉक्टर चंचल शर्मा आपको इन सभी जरूरी सवालों के जवाब देंगी और विस्तार से बताएंगी कि आखिर कुछ महिलाओं को प्रेग्नेंसी में ब्रेस्ट लीक क्यों होते हैं।
प्रेग्नेंसी के आखिरी महीनों में ब्रेस्ट लीकेज होना काफी आम है। ऐसा हार्मोनल बदलाव के कारण होता है। कई बार ब्रेस्ट टिशू के बढ़ने से भी यह समस्या हो सकती है। इसमें चिंता करने वाली कोई बात नहीं है, क्योंकि प्रेग्नेंसी के दौरान ब्रेस्ट से लीकेज होना बिल्कुल नॉर्मल प्रोसेस है। आप इसे कपड़ों पर लगने से बचाने के लिए ब्रेस्ट पैड का इस्तेमाल कर सकती हैं, जो आसानी से मार्केट में मिल जाते हैं। लेकिन, अगर आपको ब्रेस्ट लीकेज के साथ-साथ बुखार, ठंड लगना या दर्द जैसे कोई और लक्षण भी महसूस हों, तो आपको तुरंत अपने डॉक्टर को दिखाना चाहिए। ये किसी अन्य समस्या का संकेत हो सकते हैं।
डॉक्टर चंचल शर्मा के अनुसार, प्रेग्नेंसी के दौरान ब्रेस्ट से लीकेज होना नॉर्मल प्रोसेस है। कुछ महिलाओं में लीकेज कई कारणों से हो सकती है, जिनमें से कुछ कारण नीचे दिए गए हैं।''
हार्मोनल बदलाव
शरीर में मिल्क बनाने और बाहर निकालने के लिए अलग-अलग हार्मोन जिम्मेदार होते हैं। प्रेग्नेंसी के दौरान इन हार्मोन्स का प्रोडक्शन नॉर्मल से कई गुना बढ़ जाता है। इसमें, प्रोलैक्टिन हार्मोन मिल्क बनाने का काम करता है, जबकि ऑक्सीटोसिन हार्मोन का लेवल बढ़ने से ब्रेस्ट से लीकेज शुरू हो जाती है। यह शरीर का शिशु के लिए नेचुरल तैयारी का हिस्सा है।
एक्साइटमेंट
कई बार सेक्शुअल रिलेशन के कारण प्रेग्नेंट महिलाओं के ब्रेस्ट एक्साइटेड हो जाते हैं। इस कंडीशन में शरीर में ऑक्सीटोसिन हार्मोन तेजी से निकलता है, जिसके कारण भी ब्रेस्ट से लीकेज शुरू हो सकती है। यह एक नेचुरल प्रतिक्रिया है।
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कोलोस्ट्रम का बनना
प्रेग्नेंसी के दौरान महिला का शरीर हर पड़ाव पर शिशु के जन्म और पोषण के लिए खुद को तैयार करता है। इसी तैयारी का एक जरूरी हिस्सा है पहले मिल्क का बनना, जिसे कोलोस्ट्रम कहते हैं। यह बच्चे के पोषण के लिए बहुत जरूरी और पौष्टिक होता है। इसी कोलोस्ट्रम के बनने और जमा होने के कारण प्रेग्नेंसी के दौरान ब्रेस्ट से लीकेज शुरू हो जाती है।
ब्रेस्ट लीकेज: शिशु के लिए तैयारी का संकेत
प्रेग्नेंसी में ब्रेस्ट लीकेज इस बात का भी संकेत हो सकता है कि आपका शरीर अब ब्रेस्टफीडिंग के लिए पूरी तरह से तैयार हो रहा है। प्रेग्नेंसी के सेकंड ट्राइमेस्टर में ब्रेस्ट टिश्यू की ग्रोथ शुरू हो जाती है और थर्ड ट्राइमेस्टर तक लीकेज शुरू हो जाती है। ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि कई बार शिशु 9 महीने से पहले ही पैदा हो जाते हैं। ऐसे में, यह लीकेज सुनिश्चित करता है कि शिशु के जन्म के तुरंत बाद तुरंत ब्रेस्टफीडिंग कराई जा सके और सही और जरूरी पोषण बिना किसी देरी के मिल सके।
यदि आपके ब्रेस्ट से पानी के साथ ब्लड भी आता है, तो इसे बिल्कुल भी हल्के में न लें। इस कंडीशन में आपको तुरंत किसी गायनेकोलॉजिस्ट से मिलना चाहिए, ताकि वह इसकी सही वजह का पता लगा और सही सलाह दे सकें।
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Image Credit: Shutterstock.com
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