IVF यानी इन विट्रो फर्टिलाइजेशन का प्रोसेस दुनियाभर में फेमस हो रहा है। जो कपल्स नेचुरली कंसीव नहीं कर पाते हैं उनके लिए यह ट्रीटमेंट किसी वरदान से कम नहीं है। आईवीएफ में महिला के एग और पुरुष के स्पर्म को बाहर फर्टिलाइज किया जाता है और जब वह एंब्रियो बनता है, तो उसे महिला के गर्भाशय में ट्रांसफर कर दिया जाता है।
एंब्रियो ट्रांसफर के बाद ही प्रेग्नेंसी टेस्ट होता है। ऐसे में IVF ट्रीटमेंट ले रही महिला को डाइट का खास ख्याल रखने की सलाह दी जाती है। अब सवाल उठता है कि आईवीएफ ले रहीं महिलाओं को अपनी डाइट में किन विटामिन्स और मिनरल्स को शामिल करना चाहिए, जिससे ट्रीटमेंट की सक्सेस और प्रेग्नेंसी के चांस बढ़ सकते हैं। इस बारे में हमें डॉ. ज्योति बाली ने बताया है। डॉ. ज्योति बाली, एमबीबीएस, एमएस- ऑब्स्टेट्रिक्स और गायनोकोलोजिस्ट हैं। वह बेबी सून फर्टिलिटी और आईवीएफ सेंटर की फाउंडर भी हैं।
IVF ट्रीटमेंट के दौरान किन विटामिन्स और मिनरल्स को लेना फायदेमंद?
विटामिन बी12
विटामिन बी 12 की जरूरत रेड ब्लड सेल्स बनाने और डीएनए प्रोसेसिंग में होती है। जो महिलाएं आईवीएफ ट्रीटमेंट ले रही होती हैं उनके लिए विटामिन बी 12 कई तरह से जरूरी होता है। यह हार्मोन लेवल को रेगुलेट करता है और नर्वस सिस्टम को पोषण पहुंचाता है। इतना ही नहीं, यह रिप्रोडक्टिव हेल्थ पर भी सकारात्मक प्रभाव डालता है।
विटामिन बी 12 की कमी से कई तरह की परेशानियां हो सकती हैं, जिसमें इर्रेगुलर मेंसुरल साइकिल भी शामिल है। विटामिन बी 12 ज्यादातर एनिमल प्रोडक्ट्स में पाया जाता है, ऐसे में शाकाहारी लोग सप्लीमेंट्स के बारे में सोच सकते हैं। हालांकि किसी भी चीज को डाइट में शामिल करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह अवश्य ले लें।
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विटामिन डी 3
विटामिन डी 3, हड्डियों और इम्यून फंक्शन के लिए बहुत जरूरी माना जाता है। एक्सपर्ट के मुताबिक, विटामिन डी3 का रोल रिप्रोडक्टिव हेल्थ में कितना है, यह कुछ सालों से बहस का विषय है। एक रिसर्च के मुताबिक, विटामिन डी3 का एग की क्वालिटी और एंब्रियो पर पड़ सकता है, जिसकी वजह से आईवीएफ के सक्सेसफुल होने के चांस भी बढ़ जाते हैं। विटामिन डी की कमी को पूरा करने के लिए ऐसे तो सूरज की रोशनी सबसे अच्छा सोर्स माना गया है, लेकिन कुछ मामलों में सप्लीमेंट्स लेना जरूरी हो जाता है।
फॉलेट (विटामिन बी9)
फॉलिक एसिड को आमतौर पर विटामिन बी9 के नाम से जाना जाता है। एक्सपर्ट के मुताबिक, इसे बर्थ डिफेक्ट और फीटस की हेल्थ और डेवलपमेंट में फायदेमंद माना गया है। आईवीएफ ट्रीटमेंट ले रही महिलाओं के लिए फॉलेट जरूरी विटामिन्स में से एक है।
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एक्सपर्ट के मुताबिक, फोलेट की कमी की वजह से आईवीएफ ट्रीटमेंट के खराब रिजल्ट्स आ सकते हैं। ऐसे में यह विटामिन आईवीएफ से पहले और प्रोसेस के दौरान बहुत जरूरी होता है। यह ध्यान रखना चाहिए कि आईवीएफ ट्रीटमेंट ले रही महिला को पर्याप्त मात्रा में फॉलेट मिले। एक्सपर्ट के मुताबिक, एक दिन में 400 से 800 माइक्रोग्राम्स फोलेट लेने की ज्यादातर सलाह दी जाती है। हालांकि आपके डॉक्टर जरूरत के अनुसार इसे बदल सकते हैं। हरी पत्तेदार सब्जियों में फॉलिक एसिड की भरपूर मात्रा पाई जाती है।
IVF एक मुश्किल प्रोसेस होता है, इस दौरान महिलाओं को अपना खास ख्याल रखना चाहिए। और अपनी डाइट में किसी भी चीज को शामिल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर ले लेनी चाहिए। क्योंकि वह आपकी जरूरत और कंडीशन के अनुसार सलाह देते हैं। अगर आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या है, तो हमें आर्टिकल के ऊपर दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम अपने आर्टिकल्स के जरिए आपकी समस्या को हल करने की कोशिश करेंगे।
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Image Credit: Freepik
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