लाइफस्टाइल और खान-पान की खराब आदतों की वजह से इनफर्टिलिटी की समस्या बहुत कॉमन हो गई है। इनफर्टिलिटी की वजह से नेचुरल तरह से कंसीव करना मुश्किल हो जाता है। हालांकि, साइंस और टेक्नोलॉजी के डेवलपमेंट ने इनफर्टिलिटी की समस्या का हल निकाल लिया है, जिसमें से एक IVF यानी इन विट्रो फर्टिलाइजेशन भी है।
IVF ट्रीटमेंट ले रहे कपल्स को डॉक्टर्स लाइफस्टाइल और डाइट का खास ख्याल रखने की सलाह देते हैं। एंब्रियो ट्रांसफर से पहले ही कुछ चीजों को डाइट में शामिल करने और कुछ को निकालने की सलाह दी जाती है। ऐसे में अगर आप IVF के बारे में सोच रही हैं और आपकी डाइट में कैफीन और अल्कोहल जैसी चीजें शामिल हैं, तो उन्हें छोड़ने का प्लान बना लें।
IVF ट्रीटमेंट पर कैफीन और अल्कोहल का पड़ता है असर?
IVF ट्रीटमेंट के दौरान कैफीन और अल्कोहल का सेवन करना नुकसान पहुंचा सकता है या नहीं, यह हमें डॉ. ज्योति बाली ने बताया है। डॉ. ज्योति बाली, एमबीबीएस, एमएस- ऑब्स्टेट्रिक्स और गायनोकोलोजिस्ट हैं। वह बेबी सून फर्टिलिटी और आईवीएफ सेंटर की फाउंडर भी हैं।
कैफीन का सेवन करना नुकसानदायक
एक्सपर्ट के मुताबिक, लिमिट से ज्यादा कैफीन का सेवन करना महिलाओं और पुरुषों, दोनों में फर्टिलिटी को कम कर सकता है। कैफीन का ज्यादा सेवन करने से हार्मोनल बैलेंस भी बिगड़ सकता है, जिसका असर ओव्यूलेशन और स्पर्म प्रोडक्शन पर भी पड़ता है। आम भाषा में बात करें तो, महिलाओं को एक दिन में 200 से 300 मिलीग्राम ही कैफीन का सेवन करना चाहिए।
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एक्सपर्ट के मुताबिक, ज्यादा कैफीन का सेवन करना आईवीएफ के प्रोसेस और सक्सेस पर असर कर सकता है। ऐसा माना जाता है कि कैफीन यूट्रस के अंदर की लाइनिंग और ब्लड फ्लो को बदल देता है, जो एंब्रियो के अटैचमेंट के लिए जरूरी मानी जाती है। आईवीएफ साइकिल के दौरान कैफीन के सेवन को कम करने से सक्सेस के चांस बढ़ जाते हैं। प्रेग्नेंसी में भी कैफीन का सेवन डॉक्टर की सलाह लेने के बाद ही करना चाहिए।
अल्कोहल का सेवन करना नुकसानदायक
अल्कोहल का सेवन करने से महिलाओं और पुरुषों, दोनों की फर्टिलिटी पर असर होता है। अल्कोहल का सेवन करने से महिलाओं की मेंस्ट्रुअल साइकिल और ओव्यूलेशन प्रोसेस पर असर पड़ता है। वहीं पुरुषों के स्पर्म काउंट्स पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है, जिसकी वजह से इनफर्टिलिटी की समस्या होती है। ऐसे में बेहतर फर्टिलिटी के लिए अल्कोहल का कम से कम सेवन करना चाहिए।
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एक्सपर्ट के मुताबिक, अल्कोहल का सेवन करने से आईवीएफ ट्रीटमेंट की सक्सेस पर भी असर पड़ सकता है। रेगुलर अल्कोहल लेने से किसी के भी हार्मोन लेवल पर असर पड़ सकता है और फर्टिलिटी की दवाइयों के असर को भी कम हो सकता है। इसके अलावा, अल्कोहल का सेवन करने से आईवीएफ ट्रीटमेंट के दौरान एंब्रियो और एग्स पर भी नेगेटिव असर आ सकता है, जिससे सक्सेस के चांस भी कम हो जाते हैं। सक्सेसफुल प्रेग्नेंसी के लिए आईवीएफ ट्रीटमेंट के दौरान अल्कोहल का सेवन नहीं करने की सलाह दी जाती है।
डाइट में करें बदलाव
प्रोटीन: IVF ट्रीटमेंट के दौरान लाइफस्टाइल और डाइट में बदलाव करने की सलाह दी जाती है। कई डॉक्टर्स एंब्रियो ट्रांसफर से पहले डाइट में प्रोटीन की मात्रा बढ़ाने की सलाह देते हैं। प्रोटीन की कमी को पूरा करने के लिए बीन्स, टोफू, चिकन, फिश और दालों का सेवन कर सकते हैं।
- हेल्दी फैट्स: डाइट में पर्याप्त मात्रा में हेल्दी फैट्स भी शामिल करने की सलाह दी जाती है, क्योंकि इससे लंबे समय तक एनर्जी बनी रहती है। हेल्दी फैट्स के लिए आप डाइट में एवोकाडो, नट्स, सीड्स को शामिल कर सकती हैं।
- फल और सब्जियां: हेल्दी रहने के लिए फल और सब्जियों सेवन करना चाहिए। क्योंकि कई फलों में प्रोटीन, विटामिन्स और मिनरल्स भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। यह इम्यूनिटी को मजबूत और डाइजेशन ठीक रखते हैं, जिससे बीमारियों का खतरा कम हो सकता है। साथ ही पर्याप्त मात्रा में पानी, जूस और लिक्विड का सेवन करना फायदेमंद हो सकता है।
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