शुगर लेवल 180 हो तो शरीर में क्या होता है? डॉक्‍टर से जानें

डायबिटीज आजकल एक बड़ी समस्या बन गई है, जिससे लगभग हर दूसरा इंसान परेशान है। आज हम आपको बताएंगे कि अगर आपका शुगर लेवल 180 mg/dL तक पहुंच जाए, तो शरीर में क्या बदलाव दिखने लगते हैं। इसकी जानकारी एक्‍सपर्ट विस्‍तार से बता रही हैं।   
 what are 5 signs your glucose is too high

आजकल खराब लाइफस्‍टाइल, खान-पान में गड़बड़ी, एक्‍सरसाइज की कमी और लंबे समय तक बैठे रहने से डायबिटीज से ज्‍यादातर लोग परेशान हैं। यह सिर्फ एक बीमारी नहीं है, बल्कि अगर इसे कंट्रोल में न रखा जाए, तो यह अपने साथ कई गंभीर समस्‍याएं लेकर आती है। ब्लड में बढ़ा हुए शुगर का लेवल शरीर के कई अंगों को नुकसान पहुंचा सकता है, जिससे दिल, किडनी और नर्वस से जुड़ी समस्‍याओं के साथ आंखों की रोशनी पर भी असर पड़ता है।

आज हम आपको बताएंगे कि अगर आपका शुगर लेवल 180 मिलीग्राम/डेसीलीटर (mg/dL) तक पहुंच जाए तो शरीर में क्या बदलाव दिखाई दे सकते हैं। इसकी जानकारी हमारे साथ Alyve Health में पोषण विशेषज्ञ और आहार सलाहकार नौशीन शेख ने शेयर की है।

शुगर लेवल 180 mg/dL हो जाए तो शरीर में क्या बदलाव दिखते हैं?

जब ब्लड शुगर का लेवल 180 mg/dL या ज्‍यादा हो जाता है, तब शरीर इसे नॉर्मल करने के लिए कुछ प्रतिक्रियाएं देना शुरू कर देता है। हालांकि, यह लेवल बहुत गंभीर नहीं माना जाता है, खासकर भोजन के बाद, लेकिन लगातार इस लेवल का बने रहना या इससे ऊपर जाना चिंता का कारण हो सकता है। हम आपको कुछ ऐसे बदलाव के बारे में बता रहे हैं, जो शुगर लेवल के 180 होने पर दिख सकते हैं-

बहुत ज्‍यादा भूख और प्यास लगना

blood sugar high symptoms feeling hungry after eating

जब ब्‍लड में शुगर का लेवल बढ़ जाता है, तब किडनी को ज्‍यादा शुगर को बाहर निकालने के लिए ज्‍यादा मेहनत करनी पड़ती है। इससे शरीर में पानी की कमी होती है और प्यास ज्‍यादा लगती है। ज्‍यादा पानी पीने से बार-बार पेशाब आता है। साथ ही, सेल्‍स को एनर्जी के लिए पर्याप्त शुगर न मिलने के कारण भूख भी बढ़ जाती है, भले ही आपने हाल ही में खाया हो।

इसे जरूर पढ़ें: डायबिटीज हमेशा रखना चाहते हैं कंट्रोल, करें ये 5 काम

बार-बार पेशाब आना

जैसा कि हमने आपको पहले बताया है कि किडनी बढ़े हुए शुगर को छानने और निकालने के लिए ज्‍यादा लिक्विड का इस्‍तेमाल करती हैं, जिससे नॉर्मल से ज्‍यादा बार पेशाब आता है, खासकर रात के समय।

थकान और कमजोरी महसूस होना

सेल्‍स को एनर्जी के लिए ग्‍लूकोज की जरूरत होती है। जब ब्‍लड में शुगर होता है, लेकिन इंसुलिन की कमी या इंसुलिन रेजिस्टेंस के कारण सेल्‍स इसे ठीक से इस्‍तेमाल नहीं कर पाती हैं, तब उन्हें पर्याप्त एनर्जी नहीं मिलती है। इससे व्यक्ति को लगातार थकान और कमजोरी महसूस हो सकती है।

बिना वजह वजन कम होना

high blood sugar cause weight loss

इंसुलिन की कमी के कारण शरीर एनर्जी के लिए मसल्‍स और फैट को तोड़ना शुरू कर देता है, जिससे बिना किसी कोशिश के वजन कम होने लगता है। यह अक्सर टाइप 1 डायबिटीज में ज्‍यादा देखा जाता है, लेकिन कुछ मामलों में टाइप 2 में भी हो सकता है।

धुंधला दिखना

ब्‍लड में शुगर के बढ़े हुए लेवल से आंखों के लेंस में मौजूद लिक्विड पर बुरा असर होता है, जिससे लेंस सूज सकता है और देखने में धुंधलापन आ सकता है। यह आमतौर पर परमानेंट नहीं होता है, लेकिन लगातार शुगर के हाई लेवल से भविष्‍य में आंखों से जुड़ी समस्‍याएं हो सकती हैं।

त्वचा में खुजली और इन्फेक्शन

ब्‍लड में बढ़ा हुआ शुगर लेवल फंगल और बैक्टीरियल इन्फेक्शन का कारण बन सकता है, खासकर त्वचा की परत, वजाइना के आसपास या पैरों पर। इससे खुजली और बार-बार इन्फेक्शन हो सकते हैं।

घावों का धीरे भरना

can high blood sugar cause slow wound healing

हाई ब्‍लड शुगर ब्‍लड वेसल्‍स और नर्वस सिस्‍टम को नुकसान पहुंचा सकता है, जिससे शरीर का नेचुरल ट्रीटमेंट प्रोसेस धीमा हो जाता है। छोटे घाव या कटने पर भी उन्हें ठीक होने में नॉर्मल से ज्‍यादा समय लग सकता है।

चिड़चिड़ापन या मूड में बदलाव

ब्लड शुगर के लेवल में उतार-चढ़ाव से व्यक्ति के मूड पर भी बुरा असर होता है, जिससे चिड़चिड़ापन, चिंता या डिप्रेशन महसूस होता है।

यह सभी चीजें तब होती हैं, जब हमारे शरीर में इंसुलिन नाम के जरूरी हार्मोन की कमी हो जाती है या शरीर इसका सही ढंग से इस्‍तेमाल नहीं कर पाता है। इंसुलिन पैनक्रियाज से बनता है और इसका काम भोजन से मिलने वाली शुगर को ब्‍लड से निकालकर शरीर के सेल्‍स तक पहुंचाना है,जहां इसे एनर्जी के रूप में इस्‍तेमाल किया जाता है। जब इंसुलिन की कमी हो जाती है या इंसुलिन रेजिस्टेंस जाए, तब ब्‍लड में शुगर का लेवल बढ़ जाता है, जिससे शरीर में शुगर का बैलेंस बिगड़ जाता है और मेटाबॉलिज्म से जुड़ी कई समस्याएं आने लगती हैं।

इसे जरूर पढ़ें: डायबिटीज के मरीज जरूर अपनाएं ये आदतें, शुगर रहेगा कंट्रोल

यह ध्यान रखना जरूरी है कि ये लक्षण हमेशा स्पष्ट नहीं होते हैं, खासकर शुरुआती स्‍टेज पर। कई बार महिलाएं इन्हें नॉर्मल थकान या अन्य छोटी-मोटी समस्याओं के रूप में नजरअंदाज कर देती हैं। इसलिए, यदि आपको इनमें से कोई भी लक्षण लगातार दिखाई देता है, तो डॉक्टर से सलाह लेना और अपने शुगर लेवल की जांच करवाना जरूरी है।

अगर आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या है, तो हमें आर्टिकल के ऊपर दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम अपने आर्टिकल्स के जरिए आपकी समस्या को हल करने की कोशिश करेंगे। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

Image Credit: Freepik

HzLogo

HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!

GET APP

FAQ

  • शुगर बढ़ने पर क्या महसूस होता है?

    ज्‍यादा प्यास लगना और बार-बार पेशाब आना, बिना मेहनत के थकान महसूस होना, बिना कारण वजन घटना या बढ़ना आदि जैसे लक्षण महसूस होते हैं।