टीनेज में कौन-कौन से बदलावों का होता है अनुभव, जानें

टीनेज में होने वाले बदलावों की वजह से शर्मिंदा महसूस ना करें, क्योंकि यह चीज सामान्य है। हार्मोन्स के कारण टीनेज में कौन से बदलाव महसूस होते हैं, जानें।

Saudamini Pandey
changes in body during teenage main

टीनेज जीवन की वह अवस्था है, जिसमें गर्ल्स मैच्योर होने की तरफ कदम बढ़ाती हैं। लाइफ के क्या गोल्स होंगे और उन्हें चुनौतियों का सामना करते हुए कैसे हासिल किया जाएगा, इसकी पृष्ठभूमि टीनेज में ही तैयार होती है। इस उम्र में दुनिया जीत लेने का हौसला जाग जाता है, कुछ कर दिखाने का जुनून होता है, लेकिन टीनेज की अवस्था काफी चैलेंजिंग भी होती है। ऐसा इसलिए क्योंकि, इस समय में शरीर में कई तरह के बदलाव आते हैं। अगर आप अपनी टीनेज में हैं और किसी तरह की उलझन में फंसी हुई हैं, तो परेशान ना हों। टीनेज में ऐसा होना बहुत नेचुरल है और यह सभी के साथ होता है। इस अवस्था में शारीरिक से लेकर इमोशनल लेवल तक, हर स्तर पर कई तरह के बदलावों का सामना करना पड़ता है। यह सबकुछ हार्मोन्स में होने वाले बदलाव की वजह से होता है। Puberty यानी युवावस्था में शरीर में अचानक हार्मोन्स का स्राव बढ़ जाता है। आमतौर पर puberty की शुरुआत 8 साल से हो जाती है और 10-11 साल में बदलावों का अनुभव होने लगता है। इस अवस्था में ओवरी का आकार बड़ा होने लगता है और शरीर से प्रमुख रूप से दो हार्मोन्स, oestrogen और progesterone का स्राव होने लगता है। इस बारे में हमने बात की Dr. Supriya Arwari (M.D, D.G.O) से और उन्होंने हमें इस विषय में महत्वपूर्ण जानकारियां दीं-

हार्मोन्स का प्रजनन अंगों पर होता है ये असर

हार्मोन्स के प्रभाव के कारण इस उम्र में ब्रेस्ट का आकार बड़ा होने लगता है और निप्पल का साइज भी बढ़ जाता है। हार्मोन्स के प्रभाव से वैजाइना, फेलोपियन ट्यूब्स और यूट्रस विकसित हो जाते हैं। इस उम्र में mucosal secretion के कारण वैजाइनल डिस्चार्ज भी बढ़ जाता है। इसी उम्र में पीरियड्स की शुरुआत भी हो जाती है और हार्मोन्स से मैन्सट्रुअल साइकिल (पीरियड्स का मासिक चक्र) भी नियंत्रित होती है। 

teenagers experience these changes in body

शारीरिक बदलाव

टीनेज में शरीर में भी काफी बदलाव आते हैं। इस उम्र में अचानक लंबाई बढ़ जाती है। इस समय में शरीर में फैट डिपोजिट भी बढ़ जाता है। खासतौर पर पेट और हिप्स के हिस्से में फैट ज्यादा डिपोजिट होता है। इस उम्र में शरीर ज्यादा मजबूत और हैवी हो जाता है।   

 

कील-मुंहासों की हो जाती है समस्या

इस उम्र में sebaceous glands से ऑयल का स्राव ज्यादा होता है। इसके कारण चेहरा और त्वचा, दोनों ऑयली हो जाते हैं। इसके प्रभाव से कील-मुंहासे की समस्या हो जाती है। इस अवस्था में पसीना भी ज्यादा आता है और यह पूरी तरह से सामान्य है। 

नजर आती है बालों की ग्रोथ

टीनेज में वैजाइना के पास हेयर ग्रोथ हो जाती है। कई बार बालों की ग्रोथ पेट के हिस्से तक भी बढ़ जाती है। शुरुआत में बाल छोटे और सॉफ्ट होते हैं, लेकिन बाद में ये मोटे और घने हो जाते हैं। इसके अलावा अंडरआर्म्स, हाथ और पैरों में भी बालों की ग्रोथ बढ़ जाती है। 

 

इमोशन्स में भी बदलाव महसूस होता है

हार्मोन के प्रभाव के कारण अचानक मूड में बदलाव देखने को मिलता है। इस अवस्था में मूड स्वींग्स और इमोशन्स में बदलाव होना बहुत आम है। मुमकिन है कि इस उम्र में आपको अचानक बहुत एक्साइटमेंट होने लगे और वहीं कुछ देर बाद आप बहुत ज्यादा दुखी हो जाएं। इस उम्र में सेक्शुअल फीलिंग्स भी बहुत ज्यादा बढ़ जाती हैं,  जिसकी वजह से मन में कई तरह की फैंटसी आती हैं। 

आपको यह समझने की जरूरत है कि इस उम्र में होने वाले बदलाव बहुत नेचुरल हैं और ये हार्मोन्स की वजह से महसूस होते हैं। शरीर में होने वाले बदलावों की वजह से आपको शर्मिंदा महसूस होने की जरूरत नहीं है। हालांकि अगर आपको परेशानी महसूस हो तो आप इस पर अपने परिवार वालों से सलाह ले सकती हैं।  

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References:

https://medlineplus.gov/ency/article/002003.htm

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