क्या आपके बाल सफेद हो रहे हैं?
क्या आप पीठ दर्द से परेशान रहती हैं?
क्या आपको थकान भी ज्यादा महसूस होती है?
अगर आपकी उम्र 30 साल या इससे ज्यादा है और ये समस्याएं आपको भी परेशान कर रही हैं तो इस आर्टिकल को जरूर पढ़ें। आज हम आपको कुछ ऐसे सप्लीमेंट्स के बारे में बता रहे हैं जो 30 की उम्र के बाद लगभग हर महिला को अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए।
इसकी जानकारी हमें नूट्रिशनिस्ट मनोली मेहता जी दे रही हैं। वह डायबिटीज शिक्षक और वेट मैनेजमेंट स्पेशलिस्ट हैं। यह जानकारी उन्होंने अपने इंस्टाग्राम के माध्यम से शेयर की हैं। जानकारी शेयर करते हुए उन्होंने कैप्शन में लिखा, 'सही सप्लीमेंट चुनना अक्सर भारी होता है लेकिन, यहां बहुत सारे विकल्प हैं।'
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आप प्रेग्नेंट होने की प्लानिंग बना रही हैं या नहीं, फोलिक एसिड/फोलेट या विटामिन बी9 लेने से ब्रेन हेल्थ और सेल रिप्रोडक्शन में मदद मिलती है, याद्दाश्त में वृद्धि होती है और माना जाता है कि यह किसी के मूड को बढ़ाता है।
यह प्रीनेटल विटामिन्स का एक प्रमुख घटक है। वास्तव में, अधिकांश महिलाएं प्रीनेटल विटामिन्स के बारे में सोचती हैं कि प्रेग्नेंट होने से पहले उन्हें लेना शुरू करना अधिक फायदेमंद हो सकता है।
14 साल और ऊपर
प्रेग्नेंट महिला
ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली महिलाएं
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आयरन की कमी उन महिलाओं में हो सकती है जो मीट का सेवन बहुत ज्यादा नहीं करती हैं। इसके अलावा, एथलीट, प्रेग्नेंट महिलाओं और हैवी पीरियड्स वाली महिलाओं में भी दिखाई दे सकती है। बेहतर अवशोषण के लिए विटामिन-सी के साथ आयरन सप्लीमेंट लेना सबसे अच्छा रहता है।
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विटामिन-सी शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है और यह त्वचा को बाहर और अंदर से ग्लोइंग बनाता है। साथ ही विटामिन-सी इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है और कोलेजन के निर्माण को सपोर्ट करता है, जो त्वचा को जवां, मुलायम और लोचदार बनाने में मदद करता है।
इसमें हेल्दी ओमेगा -3 फैटी एसिड होता है, जो समग स्वास्थ्य का समर्थन करने के लिए एक बढ़िया सप्लीमेंट है। फिश ऑयल की तलाश करते समय, जंगली पकड़े गए मछली स्रोतों और पारे से मुक्त होने के लिए परीक्षण किए गए संस्करणों का चयन करना सुनिश्चित करें।
कैल्शियम के साथ विटामिन-डी लेने से हेल्दी हड्डियों को सहारा देने और बनाए रखने में मदद मिल सकती है। विटामिन-डी शरीर में कैल्शियम और फॉस्फेट की मात्रा को नियंत्रित करने में मदद करता है। हड्डियों, दांतों और मसल्स को हेल्दी रखने के लिए इन पोषक तत्वों की जरूरत होती है।
विटामिन डी की कमी से वयस्कों में ऑस्टियोमलेशिया नामक कंडीशन के कारण हड्डी में दर्द हो सकता है।
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कृपया ध्यान दें कि प्रत्येक महिला को अपनी डाइट, जीवनशैली और लाइफ स्टेज के आधार पर अलग-अलग सप्लीमेंट्स लेने पड़ सकते हैं, कुछ सप्लीमेंट दूसरों पर अलग-अलग तरीके से लाभ पहुंचाते हैं।
कृपया चिकित्सीय सलाह लें या अपने न्यूट्रिशनिस्ट से बात करें। अगर आपको भी हेल्थ से जुड़ी कोई समस्या है तो हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं और हम अपनी स्टोरीज के जरिए इसका हल करने की कोशिश करेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
Image Credit: Shutterstock & Freepik
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