बॉडी डिटॉक्सिफिकेशन एक ऐसा फैन्सी शब्द है, जो आजकल हर किसी को आकर्षित करने लगा है। अमूमन लोग हेल्दी रहने और लाइट फील करने के लिए बॉडी डिटॉक्स करना शुरू कर देते हैं। उन्हें लगता है कि समय-समय पर उन्हें अपने शरीर पर रीसेट बटन दबाने की ज़रूरत है। बॉडी को डिटॉक्स करने के लिए लोग फैंसी डिटॉक्स ड्रिंक से लेकर, जूस क्लींज या सौना में पसीना बहाना शुरू कर देते हैं। उन्हें लगता है कि इससे उन्हें काफी फायदा मिलेगा।
हालांकि, अधिकतर लोग इस बात से अनजान हैं कि हमारा शरीर अपने आप ही डिटॉक्स करने में माहिर है, और इसके लिए लीवर और किडनी जैसे अंग काफी मेहनत करते हैं। आज के समय में फिटनेस इंडस्ट्री ने बॉडी डिटॉक्स से जुड़े कई मिथ्स को इतना ज्यादा फैला दिया है कि अब लोग उसे ही सच मानने लगे हैं। तो चलिए आज इस लेख में सेंट्रल गवर्नमेंट हॉस्पिटल के ईएसआईसी अस्पताल की डाइटीशियन रितु पुरी आपको बॉडी डिटॉक्सिफिकेशन से जुड़े कुछ ऐसे ही मिथ्स और उनकी सच्चाई के बारे में बता रही हैं-
सच्चाई- अक्सर यह देखने में आता है कि जब भी लोग अपनी बॉडी को डिटॉक्स करना चाहते हैं तो जूस पीना शुरू कर देते हैं। उन्हें लगता है कि इससे उनकी बॉडी क्लीन्ज और रीसेट होती हैं। जबकि वास्तव में ऐसा नहीं है। यह सच है कि जूस आपके पाचन तंत्र को आराम दे सकता है, लेकिन यह आपके शरीर से प्रोटीन और वसा जैसे ज़रूरी पोषक तत्वों को भी छीन सकता है। साथ ही, जूस में मौजूद शुगर की वजह से आपका ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है, जिससे आपको भूख और थकान महसूस हो सकती है।
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सच्चाई- अधिकतर लोगों का यह मानना होता है कि बॉडी को डिटॉक्स करने के लिए व्रत रखना सबसे अच्छा तरीका है। भोजन छोड़ना आपको थोड़े समय के लिए वजन घटाने में मदद कर सकता है, लेकिन यह कोई जादुई डिटॉक्स इलाज नहीं है। अगर आप लंबे समय तक व्रत रखते हैं तो इससे आपके शरीर में पोषक तत्वों की कमी और थकान की शिकायत हो सकती है। इतना ही नहीं, इससे आपका मेटाबॉलिज्म भी स्लो हो सकता है।
सच्चाई- जब लोग वेट लॉस जर्नी शुरू करते हैं तो बॉडी डिटॉक्स डाइट लेते हैं। उन्हें लगता है कि इससे कम समय में वजन घटाने में मदद मिलेगी। डिटॉक्सिंग से अक्सर अस्थायी वजन घटता है, लेकिन यह ज़्यादातर पानी का वजन होता है, फैट का नहीं। इसलिए जैसे ही आप फिर से सामान्य रूप से खाना खाते हैं, वजन आमतौर पर वापस आ जाता है। इसलिए स्थायी वजन घटाने के लिए बैलेंस डाइट और रेग्युलर एक्सरसाइज की जरूरत होती है।
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सच्चाई- कुछ लोगों का यह भी मानना होता है कि बॉडी डिटॉक्स डाइट फॉलो करने से स्किन रातों-रात दमकने लगती है। जबकि ऐसा नहीं है। आपको यह पता होना चाहिए कि स्किन हेल्थ मुख्य रूप से आपकी ओवर ऑल डाइट, हाइड्रेशन, हार्मोन और स्किनकेयर रूटीन से प्रभावित होता है। निश्चित रूप से, बेहतर खाना और अधिक पानी पीना लंबे समय में मदद कर सकता है, लेकिन सिर्फ तीन दिन में आपको कोई जादू नजर नहीं आने वाला।
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