पीरियड्स के बारे में आप कितना जानती हैं? हो सकता है कि ये सवाल आपको बचकाना लगे क्योंकि पीरियड्स तो हर महीने होते हैं। पर यकीन मानिए पीरियड्स से जुड़ी ऐसी कई बातें होती हैं जिन्हें खुद मेंस्ट्रुएटर्स को भी उनके बारे में नहीं पता होता। दरअसल, उन्हें कही-सुनी बातों पर यकीन होता है और वो अपने ही शरीर से जुड़ी इस बेहद आम बात को भी अलग और अछूत जैसा मानने लगती हैं। हो सकता है आपने भी ऐसी बातों को सुना हो कि 'नहीं अचार के डिब्बों को मत छूना खराब हो जाएगा, नहीं यार बिस्तर पर मत सो सब गंदा हो जाएगा, नहीं ऐसे मौके पर गेम्स नहीं खेलने चाहिए।'
भारत जैसे देश की बात करें तो यहां पीरियड्स बहुत बड़े टैबू की तरह देखे जाते हैं। ऐसे कई घर हैं जहां आज भी मेंस्ट्रुएटर्स को पीरियड्स के समय बिस्तर से नीचे या फिर अलग कमरे में सोना पड़ता है क्योंकि ऐसी मान्यताएं हैं कि यह अशुद्ध है।
पर क्या आप जानती हैं कि पीरियड्स से जुड़े किस तरह के मिथकों पर लोग यकीन करते हैं?
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मिथक- पीरियड्स के दौरान खेल-कूद करना अच्छा नहीं है
सच्चाई - ये एक बड़ा मिथक है जिसे लोग सच मानते हैं। सच्चाई की बात करें तो पीरियड्स के दौरान दर्द होता है ये सही है, लेकिन खेल-कूद करने या फिर किसी भी तरह की शारीरिक गतिविधी से कोई असर नहीं होता है। एथलीट्स आदि अपना पूरा रूटीन फॉलो करते हैं और पीरियड्स के दौरान टूर्नामेंट भी करते हैं।
ये सही है कि पीरियड्स के दौरान शरीर में काफी दर्द होता है। अगर आप उसे सह सकती हैं तो बिल्कुल घूमिए फिरिए और खेलिए। इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा।
मिथक- पीरियड्स के दौरान बाल नहीं धोने या कटवाने चाहिए
सच्चाई- पीरियड्स के दौरान बालों को धोने और बाल कटवाने से मना किया जाता है। इसे बहुत ही ज्यादा खराब माना जाता है, लेकिन क्या इसका कोई भी साइंटिफिक कारण नहीं है। पीरियड्स के दौरान बाल धोने से ना ही कोई शारीरिक परिवर्तन होता है ना ही किसी तरह का कोई दोष लगता है।
इसके अलावा, बाल कटवाने को लेकर भी कोई साइंटिफिक प्रूफ नहीं है। पीरियड्स के दौरान बालों को कटवाने से क्यों मना किया जाता है वो यहां पढ़ें।
मिथक- पीरियड्स के दौरान प्रेग्नेंसी नहीं होगी
सच्चाई- पीरियड्स के दौरान भी आप अगर अनप्रोटेक्टेड सेक्स करती हैं तो कुछ हद तक ये मुमकिन है कि आप प्रेग्नेंट हो जाएं। ये आपके शरीर पर निर्भर करता है। इसका 100% कोई चांस नहीं होता कि आप इस दौरान प्रेग्नेंट नहीं हों। इस दौरान सेक्सुअली ट्रांसमिट होने वाली बीमारियां भी आपको ज्यादा परेशान कर सकती हैं इसलिए ये जरूरी है कि आप अनप्रोटेक्टेड सेक्स से इस दौरान बचें।
मिथक- पीरियड्स सिर्फ महिलाओं को होते हैं
सच्चाई- पीरियड्स किसी भी मेंस्ट्रुएटर को हो सकते हैं। पर यह मिथक है कि यह सिर्फ महिलाओं को ही होते हैं। पीरियड्स ट्रांसजेंडर्स, ट्रांसमेन, सिसजेंडर, इंटरसेक्ट ऑपरेशन करवाने वाले लोग और नॉन बायनेरी लोगों को भी होते हैं। पीरियड्स का होना सिर्फ फेमिनाइन नहीं है। हर जेंडर के लोग मेंस्ट्रुएटर हो सकते हैं। इसके पीछे बस हमारी शारीरिक रचना जिम्मेदार है। एजेंडर लोग भी मेंस्ट्रुएटर हो सकते हैं।
मिथक- पीरियड्स के दौरान अचार छूने से खराब हो जाता है
सच्चाई- ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। अचार बिल्कुल सेफ रहता है। हां, पीरियड्स के दौरान खट्टा खाने से कुछ मेंस्ट्रुएटर्स को क्रैम्प्स बढ़ जाते हैं और शायद यही कारण हो कि खट्टा खाने से मना किया जाता है, लेकिन इसका मतलब ये बिल्कुल नहीं है कि अगर आप इस दौरान कुछ भी ऐसा खाएंगी या छुएंगी तो वो खराब होगा।
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मिथक- पीरियड्स 28 दिन में होने चाहिए
सच्चाई- ये हर किसी की हेल्थ कंडीशन और उनकी पीरियड साइकिल पर निर्भर करता है। ये जरूरी नहीं है कि आपके पीरियड्स 28 दिन में ही आएं। 21-40 दिन तक की साइकिल को भी कई बार नॉर्मल ही माना जाता है। इसलिए पीरियड्स की साइकल अगर बहुत ऊपर नीचे हो रही है तो डॉक्टर के पास जाएं, लेकिन अगर आपके पीरियड्स एक नॉर्मल समय में आ रहे हैं तो दिक्कत की जरूरत नहीं।
पीरियड्स को अभी भी गंदी चीज या फिर खराब माना जाता है, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं है। पीरियड्स के खून से ही 9 माह गर्भ में बच्चा बनता है और ऐसे में ये गंदा खून बिल्कुल नहीं हो सकता है। आपका इस मामले में क्या सोचना है? इसके बारे में हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं।
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