Period Rituals: क्या आप जानती हैं कि भारत के कई राज्यों में पीरियड्स से जुड़े रिवाज निभाए जाते हैं? आंध्र प्रदेश भारत के साउथ ईस्ट में बसा एक राज्य है। हजारों की संख्या में यहां पर्यटक घूमने जाते हैं। यह राज्य अपनी सांस्कृति विरासत के लिए भी जाना जाता है।
आज इस आर्टिकल में हम आपको यहां के पीरियड्स से संबंधित रिवाज के बारे में बताएंगे। शायद इससे पहले आपको इसके बारे में कोई जानकारी न हो। चलिए जानते हैं क्या हैपेडमनिषी पंडगा रिवाज।
आंध्र प्रदेश में मासिक धर्म के इस त्योहार को 'पेडमनिषी पंडगा' के नाम से जाना जाता है। इस शब्द का अर्थ है, वयस्क व्यक्ति। अन्य राज्यो जैसे तमिल में इस त्योहार को पवादाई धवानी कहा जाता है। वहीं कन्नड़ में लंगा दावानी है।
जैसा कि हम सभी जानते हैं कि ज्यादातर महिलाओं के पीरियड्स 5 दिन से ज्यादा चलते हैं। इसी कड़ी में यह त्योहार भी पीरियड्स के पहले, पांचवे और आखिर दिन सेलिब्रेट किया जाता है।
पीरियड्स के पहले दिन मंगल स्नान का रिवाज निभाया जाता है। इसमें लड़की को नहलाया जाता है। नहलाने के लिए पांच महिलाओं को बुलाया जाता है। लेकिन मंगल स्नान में मां शामिल नहीं होती है। (शादी से जुड़े रिवाज)
पीरियड्स के तीसरे दिन लड़की को नहलाया जाता है। इसके बाद लड़की द्वारा छुई गई चीजों पर हल्दी के पानी का छिड़काव किया जाता है, ताकि सभी चीजें शुद्ध हो जाएं। इस दौरान उसे श्र्लोक बोलने होते हैं, जो संस्कृत कविता का एक रूप होता है, जिसमें वह भगवान को याद करती है।
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ऐसा माना जाता है कि पीरियड्स के दौरान लड़की किसी भी चीज को छू लेती है तो वह अशुद्ध हो जाती है। इसी कारण से जितने दिन तक पीरियड्स होते हैं, उतने समय के लिए लड़की को एक अलग कमरे में रखा जाता है। वह कमरे के बाहर नहीं जा सकती है। इस दौरान उसके बर्तन से लेकर गद्दे तक सभी चीजें कमरे में रखी जाती है। साथ ही उसे अच्छा खाना दिया जाता है। (पीरियड्स से जुड़े रिवाज)
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जिस दिन पीरियड्स खत्म होते हैं, यानि 5वें दिन लड़की के लिए चंदन का लेप तैयार किया जाता है। इस लेप को लड़की के शरीर पर लगाते हैं।
पीरियड्स के आखिर दिन लड़की के दोस्तों और परिवार वालों के लिए भव्य दावत रखी जाती है। फंक्शन के लिए लड़की साड़ी और सोने के गहने पहनकर तैयार होती है। इस दौरान महिलाएं लोक संगीत गाती हैं और खूब नाचती हैं। पेडमनिषी पंडगापर लड़की को खूब सारे तोहफे और बड़ों द्वारा आशीर्वाद दिया जाता है। तोहफों मेंकपड़े, गहने और पैसे शामिल हैं। परिवार वाले लड़की को ऐसी चीजें देते हैं, जो उसके वयस्क होने पर काम आएंंगी, ताकि वह अपना अच्छे से ख्याल रख सकें। यह त्योहार बच्चे से वयस्क बनने का प्रतीक है।
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