क्या घास पर नंगे पांव चलने से सच में आंखों की रोशनी बढ़ती है? एक्सपर्ट से जानें

क्या आप भी ऐसा मानते हैं कि घास पर नंगे पांव चलने से आंखों की रोशनी बढ़ सकती है। आइए जानते हैं इसकी सच्चाई

  • Aiman Khan
  • Editorial
  • Updated - 2024-06-06, 22:50 IST
barefoot on grass improves eyesight

आंखें हमारे शरीर का सबसे अहम हिस्सा होता है, इसमें जरा सी भी खराबी हो जाए तो आपकी दुनिया अंधेरी हो सकती है। इसलिए इसका ख्याल रखना काफी जरूरी है। लेकिन आजकल खराब जीवनशैली और खानपान के कारण आंखें कमजोर हो रही है। कम उम्र में ही आंखों पर चश्मा चढ़ रहा है। वैसे तो आंखों को हेल्दी रखने के लिए डॉक्टर दवा और आहार में विटामिन ए युक्त शामिल करने की सलाह देते हैं। वहीं आपने अक्सर घर के बड़े बुजुर्गों को कहते हुए सुना होगा कि नंगे पाव सुबह सवेरे घास पर चलने से आंखों की रोशनी बढ़ती है। कुछ लोग तो इसे फॉलो भी करते हैं। लेकिन क्या सच में ऐसा करने से रोशनी बढ़ती है। क्या यह मिथ है या सच्चाई, इस बारे में जानने के लिए हमने Doctor Seema Raj (Eye Surgeon),Senior Consultant of Ophthalmology,Cataract Surgeon (PHACO)Founder & Director of Visio Foundation & Visio Eye Clinic से बात की।

क्या घास पर नंगे पांव चलने से सच में आंखों की रोशनी बढ़ती है?

BAREFOOT

डॉ. सीमा के मुताबिक इसका कोई वैज्ञानिक सबूत नहीं है ना ही इसे डॉक्टर सही मानते हैं,लेकिन कुछ लोग जिन्होंने इसे एक्सपीरियंस वो इसमें विश्वास रखते हैं। नेचुरोपैथी में इसे फायदेमंद माना जाता है। नेचुरोपैथी में एक्यूप्रेशर प्वाइंट माना जाता है उसके मुताबिक कुछ प्रेशर प्वाइंट नंगे पांव घास पर चलने से एक्टिवेट होते हैं जिससे ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है। आंख के नसों का ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है जिससे आंखें रिलैक्स होती हैं और रोशनी में सुधार होता है। एक्सपर्ट ने यह भी स्पष्ट किया की एलोपैथी इसमें विश्वास नहीं रखता है।

EYESIGHT

एक्सपर्ट के मुताबिक एक बार आपके चश्मे का नंबर बढ़ गया तो आप इसे कम नहीं कर सकते हैं,बल्कि इसे उतने पर ही कंट्रोल में रख सकते हैं। आंखों को हेल्दी बनाने का सबसे बेहतर तरीका है की आप आई एक्सरसाइज करें, डाइट में हरी सब्जियों को शामिल करें, इसमें विटामिन ए होता है, इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट आंखों को फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाने में मदद करता है।

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