मौसम बदल रहा है। धीरे-धीरे ठिठुरने वाली सर्दियों के बाद अब सुहावना मौसम यानि वसंत का मौसम आ गया है। इस बदलते मौसम में लगभग हर कोई पहनावे के साथ-साथ खान-पान में भी बदलाव करने लगा है। कई लोग अब अधिक गर्म खाना की जगह हल्का गर्म भोजन को खाना पसंद करने लगे हैं। कई महिलाएं ऐसी भी हैं जो सेहत का ध्यान रखने के लिए हरी सब्जियों, प्रोटीन युक्त फूड्स, फाइबर युक्त फूड्स आदि का सेवन करने लगी है।
लेकिन, अगर आपसे यह सवाल किया जाए कि स्प्रिंग सीजन यानि वसंत ऋतु में सेहत का ध्यान रखने के लिए क्या-क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए, तो फिर आपका जवाब क्या होगा? अगर आपको इसके बारे में नहीं मालूम है, तो आयुर्वेद की डॉक्टर वारालक्ष्मी बताने जा रही हैं कि सेहत को दुरुस्त रखने के लिए वसंत ऋतु में किन चीजों का सेवन करना चाहिए और किन चीजों का सेवन करने से बचना चाहिए, तो आइए जानते हैं।
इन चीजों को करें भोजन में शामिल
मौसम के अनुसार किसी भी खाद्य पदार्थ को आहार में शामिल करना सबसे अधिक महत्वपूर्ण माना जाता है। ऐसा नहीं कि सर्दी का मौसम हो और एक से दो कटोरा दही खाने के लिए बैठ गए। ऐसी गलती से कभी-कभी गंभीर समस्या भी हो सकती है। ऐसे में वसंत ऋतु के इस मौसम में किन फूड्स का सेवन करना चाहिए इसका ध्यान रखना बहुत ज़रूरी है।
डॉक्टर वारालक्ष्मी कहती हैं कि स्प्रिंग सीजन में मौसमी सब्जियों को ही भोजन में शामिल करना चाहिए। जैसे-पत्ता गोभी, पालक, गाजर, सरसों साग, बीन्स और चुकंदर आदि मौसमी चीजों को शामिल करना चाहिए। इसके अलावा फल में सेब, अंगूर, अनार, नाशपाती आदि फलों को शामिल करना चाहिए।
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शहद को करें शामिल
प्राचीन काल से शहद औषधीय गुणों का भंडार माना जाता है। मौसम कोई भी इसके इस्तेमाल से एक नहीं बल्कि कई बीमारियों को आसानी से दूर किया जाता सकता है। आज भी कई महिलाएं पेट समस्या, गला समस्या आदि चीजों में इस्तेमाल सकती हैं। वारालक्ष्मी भी शहद को वसंत ऋतु में शामिल करने की सलाह देती हैं। वो कहती हैं कि सप्ताह में दो से तीन बार शहद को आहार में शामिल करना चाहिए। इसे गुनगुने पानी में मिक्स करके भी सेवन किया जाता सकता है। दूध में भी मिक्स करके सेवन किया जा सकता है।
रोजाना करें ये काम
वसंत ऋतु में खुद को और अपने परिवार के अन्य सदस्यों को सेहतमंद रखने के लिए आपको कुछ चीजें नियमित समय पर शामिल करना चाहिए। वो कहती हैं कि स्प्रिंग सीजन में सुबह या शाम को ऑयल पुल्लिंग ज़रूर करना करना चाहिए। इसके अलावा दिन में दो बार ब्रश ज़रूर करना चाहिए।
अन्य दिनों की तरह भी स्प्रिंग सीजन में हर रोज एक्सरसाइज करना बेहद ज़रूरी है। वो कहती हैं सुबह-सुबह बेड छोड़ने के बाद गुनगुने पानी का सेवन करने और फ्रेश होने के बाद लगभग 30-35 मिनट तक एक्सरसाइज ज़रूर करें। मेडिटेशन को भी दिनचर्या में शामिल कर सकते हैं।
चंदन तेल का करें उपयोग
वैसे तो शरीर की मालिश करने के लिए आपने इससे पहले कई ऑयल का इस्तेमाल किया होगा लेकिन, वारालक्ष्मी का कहना है कि स्प्रिंग सीजन में चंदन का तेल लगाना फायदेमंद साबित हो सकता है। ऐसे में अपने आप को सेहतमंद रखने के लिए आप चंदन का तेल भी इस्तेमाल कर सकती हैं।
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न करें ये गलतियां
हालांकि, ऐसी कई गलतियां हैं जिसे नहीं करने की सलाह देती हैं लेकिन, हम आपको कुछ महत्वपूर्ण बातें बताने जा रहे हैं, जिन्हें लगभग हर कोई करते रहता है। अधिक तला हुआ भोजन न करें। खट्टे और मीठी चीजों को एक साथ मिक्स करके कभी भी सेवन न करें। एक्सरसाइज के दौरान अधिक पानी न पिए। अधिक डेयरी प्रोडक्ट्स खाने से बचें। ठंडे पानी से नहाने से बचें। दिन में अधिक सोने से बचें। इसके अलावा अल्कोहल का सेवन करने से किसी भी टाइम आप बचें।
हैवी भोजन करने बचें
भारतीय लोग रात के समय हैवी भोजन करना पसंद करते हैं क्योंकि, उनको लगता है कि खाना खाने के बाद सीधा बेड पर ही हो जाना होता है। लेकिन, अगर आप भी दूसरों की तरह गलतियां करते हैं, तो आपको बचना चाहिए। रात के समय लाइट लेकिन, पौष्टिक भोजन ही करें। रात में भोजन करने के बाद लगभग 10-15 मिनट टहले ज़रूर।
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