घर की जिम्मेदारियां हो या ऑफिस का काम, महिलाएं अपनी हर जिम्मेदारी को अच्छी तरह से निभाती हैं। लेकिन, इन सभी कामों के बीच वे अपनी सेहत को अक्सर नजरअंदाज कर देती हैं। ऐसे में हेल्थ से जुड़ी कई परेशानियां जैसे डायबिटीज, हार्ट से जुड़ी समस्याएं, मोटापा, पीठ में दर्द आदि का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में महिलाएं खुद को फिट और एक्टिव रखने और समस्याओं से बचाव के लिए रोजाना कुछ योगासन कर सकती हैं।
आज हम आपको ऐसे योगासन के बारे में बता रहे हैं, जो 30 की उम्र की महिलाओं को रोजाना करने चाहिए। इन योगासन के बारे में हमें फिटनेस ट्रेनर जूही कपूर बता रही हैं। एक्सपर्ट का कहना है, ''योग करने से न सिर्फ शरीर हेल्दी रहता है, बल्कि मन भी चुस्त रहता है। इसके अलावा, इससे चेहरे पर निखार भी आता है।''
एकपादासन (Ekpadasana)
- सीधे खड़े हो जाएं।
- दाएं पैर को ऊपर उठाएं।
- इस पैर को बाईं जांघ पर रखें।
- शरीर के वजन को बाएं पैर पर बैलेंस करें।
- हृदय चक्र पर प्रणाम मुद्रा में हथेलियों को मिलाएं।
- दूसरे पैर से योगासन को दोहराएं।
उत्कटासन (Utkatasana)
- सीधे खड़े हो जाएं।
- गहरी सांस लेते हुए हाथों को ऊपर ले जाएं।
- शरीर को धीरे-धीरे बैठने की मुद्रा में लेकर आएं, जैसे आप चेयर पर बैठते हैं।
- इस मुद्रा में कुछ सेकेंड्स के लिए रुकें।
- फिर पहली पोजिशन में आ जाएं।
बद्ध कोणासन (Baddhakonasana)
- पैरों को सीधा करके जमीन पर बैठ जाएं।
- फिर धीरे-धीरे घुटनों को मोड़ें और दोनों पैरों के तलवों को साथ में लाएं।
- हाथों से पैरों को कसकर पकड़ें।
- दोनों पैरों के घुटनों को ऊपर और नीचे की तरफ लेकर जाएं।
- ऐसा कई बार दोहराएं।
- ध्यान रखें कि घुटने जमीन पर नहीं छूने चाहिए।
- इस आसन को कई बार दोहराएं।
उष्ट्रासन (Ustrasana)
- उष्ट्रासन को Camel Pose के नाम से भी जानते हैं।
- इसे करने के लिए वज्रासन में बैठ जाएं।
- फिर घुटनों के बल खड़े हो जाएं।
- घुटनों से कमर के हिस्सों को सीधा रखें।
- पीठ को पीछे की ओर मोड़कर हाथों से पैरों की एड़ियों को पकड़ें।
- अब सिर को पीछे की ओर झुकाएं।
- कुछ देर इस मुद्रा में रहें।
आनंद बालासन (Ananda balasana)
- पीठ के बल लेट जाएं।
- घुटनों को मोड़ते हुए चेस्ट की तरफ लेकर आएं।
- पैरों को हाथों से पकड़ते हुए, धीरे-धीरे घुटनों को फैलाते हुए थाइज की ओर ले जाएं।
- इस मुद्रा में कुछ देर रहें।
- धीरे से सांस छोड़ते हुए इस मुद्रा से बाहर आ जाएं।
सुप्त बद्ध कोणासन (Supta baddha konasana)
- पीठ के बल लेट जाएं।
- सांस छोड़ते हुए घुटनों को मोड़कर एड़ी को पेल्विक की ओर स्ट्रेच करें।
- पैरों के तलवों को एक साथ लाएं।
- एड़ियों को पेल्विक के पास लाएं।
- इस आसन में कुछ देर रहें।
- सांस लें और घुटनों को ऊपर उठाएं।
- पैरों को वापस पहली पोजिशन में लेकर जाएं।
योगासन के फायदे
- जांघों, कमर और घुटनों में स्ट्रेच लाते हैं।
- पोश्चर में सुधार करते हैं।
- हल्के डिप्रेशन, चिंता और थकान दूर करते हैं।
- पीरियड्स में होने वाली परेशानियों को दूर करते हैं।
- रिप्रोडक्टिव हेल्थ में सुधार करके फर्टिलिटी को ठीक करते हैं।
- पेट और कमर के आस-पास की चर्बी कम होती है।
- हाई ब्लड प्रेशर और अस्थमा की समस्या को कंट्रोल में रखते हैं।
- पैरों को मजबूत बनाते हैं।
- मेटाबॉलिज्म को ठीक रखते हैं।
- रीढ़ को मजबूत बनाते हैं।
- शरीर की अच्छी स्ट्रेचिंग होती है।
अगर आपकी उम्र भी 30 साल है, तो इन योगासन को जरूर करें। अगर आपको भी योग से जुड़ी जानकारी चाहिए, तो हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
Image Credit: Shutterstock & Freepik
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