जब भी हम बंगाल की बात करते हैं तो वहां का कल्चर, खाना, दुर्गा पंडाल और खूबसूरत साड़ियों की झलक सामने आ जाती है। बंगाल में कपड़े और खासतौर पर साड़ियों को लेकर कई सारे प्रकार उपलब्ध हैं, लेकिन अगर किसी खास बंगाली साड़ी या कपड़े की बात की जाए तो जामदानी साड़ी का नाम जरूर याद आएगा। हालांकि, ये बंगलादेशी मानी जाती है, लेकिन पश्चिम बंगाल में भी इसकी बहुत मांग है। हालांकि, अगर हैंडलूम के शौकीनों की बात की जाए तो पूरे भारत और विदेशों में भी बंगाली जामदानी साड़ी के शौकीन मिल जाएंगे।
इसे ढाकाई जामदानी या ढाकाई भी कहा जाता है तो ढाका, बांग्लादेश से जोड़ी जाती है। इसे बहुत ही सावधानी से बनाया जाता है और ये ऐसे मलमल से बनता है जो कपास से हाथ से बुना जाता है। हालांकि, ये भारतीय कला का हिस्सा है, लेकिन इसमें मुगल कलाकृतियों का संगम देखा गया है। यहां तक कि जामदानी का नाम भी फारसी भाषा से लिया गया है जिसमें 'जाम' का मतलब फूल और 'दानी' का मतलब फूलदान होता है।
पर ये जितनी महंगी होती है उतनी ही खूबसूरत भी, लेकिन कई लोग इस बारे में धोखा खा जाते हैं कि आखिर इन्हें पहचाना कैसे जाए? इस बारे में जानने के लिए हमने फैब्रिक और टेक्सटाइल इंडस्ट्री से जुड़े ब्रांड फैबक्यूरेट (Fabcurate) के डायरेक्टर मिस्टर संजय देसाई से बात की है। संजय जी पिछले कई सालों से फैब्रिक और टेक्सटाइल इंडस्ट्री में काम कर रहे हैं और कपड़ों से जुड़ी बारीकियां जान रहे हैं।
उन्होंने हमें बताया कि जामदानी साड़ियों या दुपट्टों को हम किस तरह से पहचान पाएंगे।
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जामदानी को इस तरह से पहचानें-
जामदानी साड़ी हल्की होगी
जामदानी साड़ी की असली पहचान ही यही है कि ये बहुत हल्की होती है। ये काफी ज्यादा कंफर्टेबल होती है और इसका फैब्रिक भी सॉफ्ट और डेलिकेट ही होगा। भले ही कोई कितना भी कहे कि हाथ की कारीगरी के कारण ये भारी हो जाती है, लेकिन ऐसा नहीं है। जामदानी कपड़ा बहुत ज्यादा लाइट होगा और अगर ये सॉफ्ट और स्किन पर कंफर्टेबल नहीं है तो ये असली जामदानी नहीं है।
जामदानी साड़ी का कारीगरी का तरीका
जामदानी साड़ी में कारीगरी के तरीके पर भी ध्यान दिया जाता है। ये साड़ी में हॉरिजॉन्टल धागों की बुनाई के साथ एडिशनल वीविंग भी होती है। यानी एक बार बुनाई के बाद दोबारा बुनाई होती है जो इस पैटर्न को पक्का कर देती है। ये जामदानी की पहचान है। आप साड़ी को उल्टा कर इस एडिशनल वीविंग को देख पाएंगे।
अधिकतर एक्स्ट्रा धागा जो बुनाई के बाद बचता है उसे हाथ से ही काटा जाता है। इसके बाद ही जामदानी का पैटर्न बनता है।(साड़ी की परफेक्ट प्लेट्स ऐसे बनाएं)
थ्रेड काउंट
किसी भी कपड़े की क्वालिटी थ्रेड काउंट से ही देखी जाती है और जामदानी साड़ी के साथ भी ऐसा ही होता है। जामदानी साड़ी में एक अनुपात में ही थ्रेड काउंट देखा जाता है। जामदानी साड़ी थोड़ी पारदर्शी हो सकती है। मलमल के कपड़े में 300 थ्रेड काउंट होता है और जामदानी में 40-120 थ्रेड काउंट हो सकता है। जामदानी साड़ी बहुत ज्यादा मोटी नहीं होगी ये पतली ही होगी।
जामदानी साड़ी की कीमत
एक ऑथेंटिक जामदानी साड़ी कम से कम 2500 रुपए से ऊपर की ही होगी। इससे कम की साड़ी ऑथेंटिक नहीं हो सकती है।
कारीगरी में मिलेंगे पैटर्न
कारीगरी में कई तरह के पैटर्न दिखेंगे जिसमें फूल, पत्ते, डायमंड, कमल आदि होगा। आपको फूलों की शक्ल का कोई न कोई पैटर्न जरूर मिलेगा।
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कितनी तरह की होती है जामदानी साड़ी?
वैसे तो आपको कई जामदानी लुक-अलाइक यानी डुप्लीकेट साड़ियां मिल जाएंगी, लेकिन अगर आपसे पूछा जाए कि ये कितनी तरह की होती है तो आपका जवाब क्या होगा? दरअसल, जामदानी साड़ी का टाइप इस बात पर निर्भर करता है कि वो किस जगह से बनी हुई है।
ढाकाई जामदानी
ये सबसे चर्चित जामदानी साड़ी है जो ढाका और उसके आस-पास के इलाकों में बनाई जाती है। वहां मौजूद कई गांव सिर्फ इसी व्यापार में लगे हुए हैं और इसे हाथ से बुना जाता है, कई जगहों पर हैंडलूम का इस्तेमाल भी होता है, लेकिन अधिकतर हाथ से ही बुनाई होती है और एक साड़ी को बनाने में कई दिन लग जाते हैं।
तंगैल जामदानी साड़ी
बांग्लादेश के तंगैल जिले से आने वाली साड़ियां तंगैल जामदानी कही जाती हैं। ये अपने फ्लोरल डिजाइन और ब्रॉड मोटिफ के लिए मशहूर हैं।
शांतिपुरी जामदानी साड़ी
शांतिपुरी और तंगैल काफी कुछ एक जैसी होती हैं, लेकिन इसमें अंतर दिखता है स्ट्राइप्स में। शांतिपुरी जामदानी साड़ी में स्ट्राइप्स बहुत अच्छे से दिखती हैं और तंगैल में ब्रॉड मोटिफ होते हैं।
बंगाली जामदानी साड़ी
ये भारत के पश्चिम बंगाल में मिलने वाली साड़ियां हैं जो काफी कुछ ढाकाई जामदानी जैसी होती हैं।
अगर इनके अलावा, टेक्सचर और डिजाइन में हम फर्क करने बैठेंगे तो कम से कम 1000 तरह की जामदानी साड़ियां निकल आएंगी।
टेक्सचर के हिसाब से भी इसे डिवाइड किया जा सकता है जिसमें सॉफ्ट जामदानी और स्टार्च वाली जामदानी साड़ियां अलग होती हैं।
उम्मीद है कि इस आर्टिकल में आपको वो सब कुछ मिल गया होगा जो आप चाहते हैं। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी से।
Photo credit: Shutterstock, Loomfolks, Esty
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