थायराइड की दिक्कत महिलाओं में तेजी से बढ़ती जा रही है। आजकल काफी महिलाएं हाइपोथायराइड या हाइपरथायराइड से परेशान हैं। थायराइड ग्लैंड के सही से काम न करने पर यह दिक्कत होती है। गलत खान-पान और अनियमित जीवनशैली का भी सीधा असर, हार्मोनल इंबैलेंस पर होता है और इसकी वजह से पीसीओडी और थायराइड समेत कई परेशानियां हो सकती हैं। यह दिक्कत महिलाओं को फर्टाइल एज, मेनोपॉज या उम्र के किसी भी पड़ाव पर हो सकती है। थायराइड में दवाइयों के साथ खान-पान का भी अहम रोल रहता है। प्रोसेस्ड फूड्स की जगह हेल्दी डाइट लेने, खान-पान की टाइमिंग सही रखने और स्ट्रेस से दूर रहने समेत कई चीजों से इसे मैनेज किया जा सकता है। अगर आप थायराइड से परेशान हैं, तो डाइट में गेहूं की जगह कुछ खास आटे की रोटी शामिल करनी चाहिए। इससे वजन भी कम होगा, डाइजेशन दुरुस्त होगा और हार्मोन्स बैलेंस होंगे। चलिए इस बारे में आयुर्वेदिक डॉक्टर से जानते हैं। यह जानकारी डॉक्टर दीक्षा भावसार दे रही हैं। डॉक्टर दीक्षा, आयुर्वेदिक प्रोडक्ट्स ब्रांड द कदंब ट्री की फाउंडर और BAMS (Bachelor of Ayurveda Medicine) हैं।
थायराइड में गेहूं की जगह खाएं सिंघाड़े, अमरंथ और ज्वार के आटे की रोटी, मिलेंगे कई बड़े फायदे
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- एक्सपर्ट का कहना है कि अगर आप थायराइड से परेशान हैं, तो गेहूं के आटे से बनी रोटी को अवॉइड करें। गेहूं में ग्लूटन होता है। इसकी वजह से हमारे गट के लिए इसे ब्रेकडाउन करना और इसमें मौजूद न्यूट्रिएंट्स को अब्जॉर्ब करना मुश्किल होता है।
- इसकी जगह आप मिलेट्स राजगिरा, सिंघाड़ा और ज्वार के आटे की रोटी खाएं। ये ग्लूटन फ्री होती हैं। ये न्यूट्रिशन से भरपूर होती हैं और हमारे डाइजेस्टिव सिस्टम के लिए इन्हें पचाना आसान होता है
- इनसे शरीर को सेलेनियम, आयरन, प्रोटीन, फोलेट, मैग्नीशियम, कैल्शियम, जिंक, फॉस्फोरस और विटामिन-बी मिलता है। ये सभी थायराइड फंक्शन के लिए फायदेमंद होते हैं।
- इनकी रोटी से मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करने में मदद मिलती है और वजन भी आसानी से कम होता है।
- राजगिरे को मोटापा कम करने के लिए रामबाण माना जाता है। अगर आप इस आटे की रोटी खाएंगी, तो बेली फैट भी आसानी से कम होगा।
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- ज्वार भी एक सुपरफूड है। इसमें फाइबर, प्रोटीन और जरूरी मिनरल्स भरपूर मात्रा में होते हैं। यह भी वजन कम करने और थायराइड को बैलेंस करने में मदद करता है।
- सिंघाड़े का आटा, आयोडीन और मैंगनीज का अच्छा सोर्स है। यह वजन कम करता है और इससे डाइजेशन भी बेहतर होता है।
महिलाओं में थायराइड की समस्या काफी आम है। हालांकि, दवाइयों के साथ, डाइट और लाइफस्टाइल में बदलाव करके इसे काफी हद तक मैनेज किया जा सकता है। अगर आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या है, तो हमें आर्टिकल के ऊपर दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम अपने आर्टिकल्स के जरिए आपकी समस्या को हल करने की कोशिश करेंगे।
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Image Credit:Freepik, Shutterstock
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