सुबह आंख खुलती नहीं है और चाय-कॉफी की क्रेविंग होने लगती है, तो इसका साफ मतलब है कि आप कैफीन पर बहुत ज्यादा डिपेंडेंट हैं। कुछ लोग तो चाय-कॉफी पर इस कदर डिपेंड होते हैं कि एक टाइम भी मिस हो जाए तो उनका सिर दर्द करने लगता है या फिर शरीर में थकान महसूस होने लगती है। यह कई डॉक्टर्स और रिसर्च में माना गया है कि बहुत ज्यादा कैफीन लेना शरीर के लिए नुकसानदायक होता है। ऐसे में कुछ लोग इसे अचानक छोड़ देते हैं। जब आप बहुत ज्यादा कैफीन पर डिपेंड होते हैं और अचानक इसे छोड़ते हैं तो शरीर में कई तरह के बदलाव देखने को मिलते हैं। इन बदलावों को कैफीन क्रैश कहा जाता है।
Alyve Health में पोषण विशेषज्ञ और आहार सलाहकार नौशीन शेख का मानना है कि अगर आप बहुत ज्यादा मात्रा में कैफीन लेते हैं और अचानक इसे छोड़ देते हैं तो चक्कर आना, चिड़चिड़ापन और किसी भी काम पर फोकस करने में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। अगर आपको भी कुछ घंटे कैफीन नहीं लेने या अचानक छोड़ने पर परेशानी हो रही है, तो पोषण विशेषज्ञ और आहार सलाहकार नौशीन शेख ने कैफीन क्रैश से बचने के कुछ उपाय भी बताए हैं।
कैफीन क्रैश से बचने के उपाय क्या हैं?
स्लो डाउन
अगर कैफीन यानी चाय-कॉफी नहीं लेने की वजह से आपका शरीर थका-थका महसूस कर रहा है और कोई भी काम करने की एनर्जी नहीं है तो जबरदस्ती काम करने की जरूरत नहीं है। जी हां, आप स्लो डाउन हो सकती हैं। अगर थकान हो रही है तो जरूरी नहीं बहुत ज्यादा मात्रा में कैफीन लिया जाए, आप छोटे-छोटे अमाउंट भी ले सकती हैं। यह एनर्जी को स्टेबल रखने में मदद करते हैं।
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हाइड्रेट रहें
डिहाइड्रेशन की वजह से शरीर में कमजोरी महसूस हो सकती है। ऐसे में दिनभर में पर्याप्त मात्रा में पानी पीना चाहिए और हाइड्रेट रहने की सलाह दी जाती है।
खाने के साथ लें कैफीन
कैफीन क्रैश से बचने के लिए खाने के साथ चाय-कॉफी लेने की सलाह दी जाती है। एक्सपर्ट के मुताबिक, बैलेंस्ड डाइट के साथ कैफीन लेने से ब्लड शुगर लेवल स्टेबल रहता है और क्रैश की सिचुएशन कम होती है।
शुगर लिमिट में लें
कैफीन के साथ बहुत ज्यादा मीठा खाने से ब्लड शुगर लेवल तेजी से बढ़ता है और फिर अचानक ही गिरता है। जिसकी वजह से आपके शरीर के फ्लो में भी अचानक गिरावट आती है। ऐसे में कैफीन के साथ बहुत ज्यादा मीठा खाने से परहेज करना चाहिए।
पर्याप्त नींद लें
अच्छी नींद कई बीमारियों का ईलाज है। ऐसे में डॉक्टर्स हमेशा पर्याप्त नींद लेने की सलाह देते हैं। क्योंकि, अगर आपकी नींद पूरी नहीं होती है तो आप दिनभर कैफीन पर डिपेंड रहते हैं। वहीं, कैफीन कम करने या अचानक छोड़ने पर क्रैश की संभावना बढ़ जाती है।
काम के बीच ब्रेक लें
अगर आप कैफीन के भरोसे घंटों तक काम करते हैं और ब्रेक नहीं लेते हैं तो ज्यादा जल्दी थकान महसूस कर सकते हैं। ऐसे में जब भी कैफीन की मात्रा काम करें तो काम के बीच में छोटे-छोटे ब्रेक लें, इससे क्रैश की संभावना कम होती है।
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कैफीन का ऑल्टरनेटिव
चाय-कॉफी और कैफीन वाली ड्रिंक्स की जगह ग्रीन टी या हर्बल टी अपनी डाइट में शामिल कर सकती हैं। यह लाइट कैफीन वाली होती हैं, जो एनर्जी देने के साथ-साथ क्रैश से बचा सकती हैं।
समय का ध्यान रखें
अगर आप दिन खत्म होने या सोने से पहले कैफीन लेती हैं तो यह आपकी नींद पर असर डाल सकता है। ऐसे में कैफीन किस समय लेना है यह जरूर ध्यान रखें।
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Image Credit: Freepik
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