पाचन तंत्र आपके स्वास्थ्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, क्योंकि यह पोषक तत्वों को अवशोषित करने और वेस्ट को बाहर निकालने का काम करता है। मगर कई लोग ऐसे होते हैं, जो पेट संबंधी समस्याओं से ग्रस्त रहते हैं। खाने के बाद तुरंत टॉयलेट जाना, पेट में मरोड़ उठना, डकार या ऐंठन होना एक आम समस्या है, जिससे हर दूसरा व्यक्ति परेशान है।
हम जो भी फूड खाते हैं, उसे हमारा डाइजेस्टिव सिस्टम न्यूट्रिएंट्स और एनर्जी में तोड़ता है, ताकि शरीर उसका ढंग से उपयोग कर सकते है। खराब लाइफस्टाइल और जंक फूड खाने के कारण हमारा पाचन तंत्र खराब हो सकता है। इसके कारण ही गट हेल्थ हमेशा खराब रहती है।
ऐसे में जरूरी है कि हम माइंडफुल ईटिंग पर ध्यान दें और ऐसी चीजों का सेवन करें, जो हमारे गट हेल्थ के लिए अच्छी हो। आइए जानें कि हमें अपने आहार में कौन-से फूड्स शामिल करने चाहिए।
"हमारी पाचन प्रक्रिया, गट माइक्रोबायोम और ब्रेन का सीधा संबंध है और वह हमारे खाए जाने वाले भोजन के प्रकार से जुड़े और प्रभावित होते हैं। एक संतुलित आहार जो एक डाइवर्स गट माइक्रोबायोम को बढ़ावा देता है, पाचन का समर्थन करने और सूजन या पाचन विकारों जैसी समस्याओं को रोकने के लिए महत्वपूर्ण है।"
ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस, दिल्ली की फॉर्मर सीनियर डाइटीशियन,अनुजा अग्रवाल
1. फर्मेंटेड खाद्य पदार्थ
दही, इडली, टोफू और अंकुरित फलियां जैसे खाद्य पदार्थ गुड प्रोबायोटिक्स के बढ़िया स्रोत हैं जो आंत के स्वास्थ्य को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ये प्रोबायोटिक्स, जो जीवित बैक्टीरिया और यीस्ट हैं, अच्छे बैक्टीरिया की संख्या बढ़ाकर गट माइक्रोबायोम को संतुलित करने में मदद करते हैं। यह बदले में पाचन में सुधार करता है, प्रतिरक्षा को मजबूत करता है और पोषक तत्वों के अवशोषण में सहायता करता है।
2. हाई फाइबर वाले खाद्य पदार्थ
साबुत अनाज (ओट्स, क्विनोआ, ब्राउन राइस) जैसी चीजें फाइबर से भरपूर होते हैं। ये पाचन में सहायता करते हैं और बाउल रेगुलेरिटी बनाए रखने में मदद करते हैं।
वहीं, फलियां (बीन्स, दाल) फाइबर और प्लांट-बेस्ड प्रोटीन से भरपूर होती हैं और पाचन को दुरुस्त करती हैं। ये आंत के बैक्टीरिया को पोषण देती हैं। छिलके और बीज वाले फल (सेब, जामुन, नाशपाती) घुलनशील और अघुलनशील फाइबर प्रदान करते हैं, जो आंत के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए आवश्यक हैं। पत्तेदार साग, ब्रोकोली और गाजर फाइबर, विटामिन और खनिजों से भरपूर, ये सब्जियां पाचन स्वास्थ्य को बढ़ावा देती हैं और डाइवर्स गंट माइक्रोबायोम को सपोर्ट करती हैं।
3. प्री-बायोटिक से भरपूर खाद्य पदार्थ
लहसुन, प्याज, केला जैसे खाद्य पदार्थों में प्रीबायोटिक्स होते हैं, एक प्रकार का फाइबर जो आंत में अच्छे बैक्टीरिया को पोषण देता है। उनकी वृद्धि और गतिविधि को बढ़ावा देता है। लहसुन में इनुलिन प्रीबायोटिक होता है, जोअच्छे बैक्टीरिया को पोषण देने में मदद करता है, स्वस्थ पाचन तंत्र को बढ़ावा देता है और इम्यूनिटी बूस्ट करता है। केले में रेसिस्टेंट स्टार्च होता है, जो प्रीबायोटिक के रूप में कार्य करता है। यह पाचन में सुधार करके और अनुकूल बैक्टीरिया के विकास को बढ़ावा देकर आंत के स्वास्थ्य को बढ़ाने में मदद करता है।
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4. मेवे और बीज का सेवन करें
बादाम, चिया सीड्स और अलसी के बीज फाइबर और हेल्दी फेट्स से भरपूर होते हैं, जो अच्छे पाचन स्वास्थ्य को बनाए रखने में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। ये खाद्य पदार्थ न केवल आंत की गतिशीलता को सपोर्ट करते हैं, बल्कि इनमें सूजन-रोधी गुण भी होते हैं जो हेट हेल्थ को बूस्ट करते हैं।
5. हेल्दी फैट्स का सेवल
एवोकाडो और ऑलिव ऑयल स्वस्थ मोनोअनसैचुरेटेड वसा से भरपूर होते हैं जो आंत के स्वास्थ्य के लिए कई लाभ प्रदान करते हैं। ये फैट्स पाचन तंत्र में सूजन को कम करने में मदद करते हैं, जो आंत की परत और लीकी गट सिंड्रोम जैसी स्थितियों को रोकने के लिए महत्वपूर्ण है।
6. फ्रेश हर्ब्स और स्पाइसेस
अदरक और हल्दी जैसे हर्ब्स और स्पाइसेस पाचन में सहायता करने और पाचन एंजाइम के उत्पादन को उत्तेजित करते हैं। अदरक आंतों में मांसपेशियों को आराम देने में मदद करता है, जिससे यह सूजन, गैस और अपच से राहत दिलाने में प्रभावी होता है। अदरक के सूजनरोधी कंपाउंड्स जैसे जिंजरोल, आंत में सूजन को भी कम करते हैं, पाचन को सुचारू बनाते हैं और बेचैनी से राहत देते हैं।
वहीं हल्दी में करक्यूमिन होता है जो शक्तिशाली सूजनरोधी और एंटीऑक्सीडेंट है। हल्दी आंतों की परत में सूजन को कम करके और लाभकारी आंत बैक्टीरिया के विकास को बढ़ावा देकर आंत के स्वास्थ्य का समर्थन करती है।
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7. ग्रीन टी का सेवन करें
ग्रीन टी के एंटीऑक्सीडेंट आंत में सूजन को कम करने में मदद करते हैं, जिससे यह इरिटेबल बाउल सिंड्रोम (आईबीएस) और कोलाइटिस जैसी सूजन संबंधी पाचन स्थितियों से पीड़ित व्यक्तियों के लिए फायदेमंद होता है। यह आंतों की परत को आराम पहुंचाती है, उपचार को बढ़ावा देती है और सूजन और ऐंठन जैसे लक्षणों को कम करती है। यह पाचन एंजाइम के उत्पादन में सुधार लाती है, जिससे भोजन को अधिक प्रभावी ढंग से तोड़ने में मदद मिलती है।
अपने आहार में आप भी इन हेल्दी चीजों को शामिल करें और डाइजेशन को सुधारें। यदि आपका डाइजेशन खराब रहेगा, तो वह आपकी ओवरऑल हेल्थ को भी नुकसान पहुंचाएगा। यदि आप किसी गंभीर पेट संबंधी स्थिति से जूझ रहे हैं, तो फिर अपने आहार में सुधार करना और भी महत्वपूर्ण हो जाता है।
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