क्या आप उन महिलाओं में से हैं, जिन्हें दही खाना बेहद पसंद है और जो इसे अपनी डाइट का एक अभिन्न हिस्सा मानती हैं? यदि हां, तो यह जानकारी आपके लिए बेहद जरूरी है। अगर आप कुछ खास स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रही हैं, तो आयुर्वेद के प्राचीन सिद्धांतों के अनुसार आपको दही का सेवन तुरंत बंद या कम से कम उस पर विचार करना चाहिए।
भारत की सदियों पुरानी चिकित्सा प्रणाली आयुर्वेद के अनुसार दही हर किसी के लिए फायदेमंद नहीं होता है। इसके गुण कुछ खास बीमारियों को बिगाड़ सकते हैं, खासकर यदि आपको पहले से ही डाइजेशन संबंधी समस्याएं, हार्मोनल असंतुलन हो या आपके शरीर में किसी विशेष दोष (जैसे वात, पित्त या कफ) का असंतुलन मौजूद हो। आयुर्वेद के अनुसार, हर भोजन का हमारे शरीर पर अलग असर पड़ता है और दही भी इसका अपवाद नहीं है। आज आयुर्वेदिक एक्सपर्ट जीतूंचदन बता रही हैं कि कौन सी समस्याओं में दही खाने से बचना चाहिए।
1. सांस लेने में समस्या और बलगम की शिकायत
अगर आपको अक्सर सांस लेने में तकलीफ होती है, अस्थमा की शिकायत है या आपकी नाक बंद रहती है और चेस्ट में बलगम जमा रहता है, तो आपको दही खाने से बचना चाहिए। आयुर्वेद के अनुसार, दही शरीर में 'कफ' दोष को बढ़ाता है, जिससे बलगम ज्यादा बनता है और सांस संबंधी समस्याएं जैसे खांसी, जुकाम और सांस लेने में कठिनाई बढ़ सकती है। यह भी माना जाता है कि दही से हिचकी ज्यादा आती है, जिससे सांस की तकलीफ बढ़ जाती है।
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2. जोड़ों का दर्द या सूजन
जिन महिलाओं को शरीर में कहीं भी सूजन की समस्या है, जैसे कि जोड़ों में दर्द या कोई अन्य सूजन संबंधी बीमारी, उनके लिए दही खाना हानिकारक हो सकता है। आयुर्वेद बताता है कि दही शरीर में सूजन को बढ़ा सकता है और जोड़ों में अकड़न व दर्द को और बदतर बना सकता है, जिससे सूजन संबंधी समस्याएं ज्यादा बढ़ सकती हैं।
3. त्वचा संबंधी समस्याएं और मुंहासे
यदि आप लगातार त्वचा संबंधी समस्याओं जैसे लाल चकत्ते, मुंहासे या एक्जिमा से परेशान रहती हैं, तो आपको दही खाने से पहले कई बार सोचना चाहिए। आयुर्वेदिक सिद्धांतों के अनुसार, दही कुछ विशेष प्रकार की त्वचा संबंधी समस्याओं को बिगाड़ सकता है, जिससे त्वचा पर दाने या मुहांसे ज्यादा निकल सकते हैं या मौजूदा त्वचा रोगों की गंभीरता बढ़ सकती है।
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4. सिरदर्द, एसिड रिफ्लक्स और अनिद्रा
दही, खासकर खट्टा दही शरीर में 'पित्त' दोष को बढ़ाने वाला माना जाता है, जिससे कई तरह की परेशानियां हो सकती हैं। यदि आप अक्सर सिरदर्द, एसिड रिफ्लक्स (सीने में जलन या खट्टी डकारें) या अनिद्रा जैसी समस्याओं से परेशान रहती हैं, तो खट्टा दही इन लक्षणों को और खराब कर सकता है। पित्त बढ़ने से शरीर में गर्मी बढ़ जाती है, जिससे ये समस्याएं हो सकती हैं।
इन समस्याओं से परेशान महिलाएं दही खाने से बचें। अगर आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या है, तो हमें आर्टिकल के ऊपर दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम अपने आर्टिकल्स के जरिए आपकी समस्या को हल करने की कोशिश करेंगे। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
Image Credit: shutterstock & freepik
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