अगर आप अपनी मां से प्यार करती हैं और उन्हें स्वस्थ देखना चाहती हैं, तो इस आर्टिकल में बताए गए बीजों को उनकी डाइट में शामिल करने के लिए जरूर कहें। 50 की उम्र के बाद महिलाओं के शरीर में कई तरह के बदलाव आते हैं। इस दौरान मसल्स का कमजोर होना, हड्डियों का डेंसिटी घटना और मेनोपॉज के कई लक्षण सामने आते हैं। लेकिन, डाइट में कुछ स्पेशल बीजों को शामिल करके वे खुद को पोषण दे सकती हैं, मजबूत और हेल्दी रख सकती हैं। आइए योगा एंड वेलनेस कोच और सर्टिफाइड योगा टीचर संगीता से ऐसे 4 बीजों के बारे में जानें, जो 50 साल से अधिक उम्र की महिलाओं के लिए किसी वरदान से कम नहीं हैं।
कद्दू के बीज (Pumpkin Seeds)
- कद्दू के बीज मैग्नीशियम और जिंक से भरपूर होते हैं।
- फायदे: मैग्नीशियम हड्डियों को मजबूत बनाता है और मसल्स को आराम देता है, जबकि जिंक इम्यूनिटी को बढ़ाता है। इन बीजों को खाने से रात में अच्छी नींद आती है।
- इस्तेमाल का तरीका: आप इन बीजों को मुखवास की तरह खा सकती हैं या शाम के नाश्ते के रूप में एक मुट्ठी ले सकती हैं।
अलसी के बीज (Flax Seeds)
- अलसी के बीज ओमेगा-3 फैटी एसिड और फाइबर से भरपूर होते हैं।
- फायदे: ये हार्मोंस को बैलेंस करते हैं, खास तौर पर मेनोपॉज के लक्षणों को कम करते हैं। साथ ही, ये दिल के स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं और डाइजेस्टिव सिस्टम को दुरुस्त रखते हैं, जो 50 की उम्र के बाद ज्यादातर महिलाओं का गड़बड़ा जाता है।
- इस्तेमाल का तरीका: आप इन बीजों को हल्का भूनकर पीस लें और इसका पाउडर रोज़ाना एक चम्मच की मात्रा में आटे, दही या स्मूदी में मिलाकर खा सकती हैं।
तिल के बीज (Sesame Seeds)
- काले या सफेद, दोनों तरह के तिल के बीज सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं।
- फायदे: ये कैल्शियम का बहुत अच्छा स्रोत हैं, जो 50 की उम्र के बाद कमजोरी होती हड्डियों के लिए बेहद जरूरी है। तिल हड्डियों को मजबूत बनाते हैं और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारियों से बचाते हैं।
- इस्तेमाल का तरीका: आप तिल के लड्डू, तिल की चटनी या सब्जियों पर डालकर इन्हें अपनी डाइट का हिस्सा बना सकती हैं।
चिया सीड्स (Chia Seeds)
- चिया सीड्स भी ओमेगा-3 फैटी एसिड और फाइबर का बेहतरीन स्रोत हैं।
- फायदे: ये ब्रेन हेल्थ के लिए बहुत अच्छे होते हैं, याददाश्त को मजबूत बनाते हैं और डाइजेशन को सही करते हैं। इनकी फाइबर की मात्रा पेट को लंबे समय तक भरा रखती है, जिससे बढ़ती उम्र में वजन भी कंट्रोल रहता है।
- इस्तेमाल का तरीका: इन बीजों को कुछ देर पानी में भिगोकर जेल जैसा बना लें। इसे आप सुबह खाली पेट या स्मूदी और छाछ में मिलाकर ले सकती हैं।
इन बीजों को अपनी मां, मौसी, बुआ और 50 साल से ज्यादा उम्र की सभी महिलाओं को खाने के लिए कहें। यह एक छोटा सा बदलाव है, जो उनकी सेहत को काफी फायदा पहुंचाएगा।
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