मूवी हॉल हो या गली-चौबारा, पॉपकॉर्न की सोंधी महक आपको इसे खाने के लिए मजबूर कर ही देती है। शायद यही वजह है कि पॉपकॉर्न दुनिया में सबसे अधिक खाए जाने वाला खाद्य पदार्थ माना जाता है। ऐसे में पॉपकॉर्न की लोकप्रियता को देखते हुए लोगों के मन में अक्सर यह सवाल आता है कि सेहत के लिए पॉपकॉर्न का सेवन कितना सही है?
इस आर्टिकल में हम इस सवाल का जवाब अपने रीडर्स के लिए लेकर आए हैं। बता दें कि हमने इस बारे में न्यूट्रिशनिस्ट गुंजन सचदेवा से बात की और उनसे मिली जानकारी यहां आपके साथ शेयर कर रहे हैं।
बात करें पॉपकॉर्न की पौष्टिकता की तो हल्के-फुलके इन मक्के के दानों में काफी ताकत होती है। असल में पॉपकॉर्न में हाई फाइबर के साथ ही विटामिन, खनिज तत्व और एंटीऑक्सीडेंट अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं। ऐसे में यह शरीर को आवश्यक पोषण देने के साथ ही उन्हें तमाम तरह की शारीरिक समस्याओं से बचाव में भी सहायक होता है।
इस तरह से देखा जाए तो पॉपकॉर्न एक बेहतरीन स्नैक्स है जो मूड के साथ ही सेहत को भी बेहतर बनाता है। तो चलिए अब इसके सेहत लाभ के बारे में जरा विस्तार से जान लेते हैं।
पॉपकॉर्न की लो कैलोरी और हाई फाइबर वैल्यू, वजन कम करने में खासतौर पर मददगार साबित होती है। पॉपकॉर्न के सेवन से कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखने में मदद मिलती है और वजन पर नियंत्रण पाना आसान होता है।
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पॉपकॉर्न में मौजूद फाइबर भोजन को पचाने में सीधे तौर पर सहायक साबित होते हैं। ऐसे में अगर संयमित रूप से पॉपकॉर्न का सेवन किया जाए तो यह आपके पाचन को दुरुस्त करने में मददगार हो सकता है।
पॉपकॉर्न में शरीर के लिए जरूरी विटामिन और खनिज तत्वों के साथ एंटीऑक्सीडेंट्स भी अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं। ऐसे में ये सभी पोषक तत्व बीमारियों से बचाव करते हुए शरीर को स्वस्थ रखने में मददगार साबित होते हैं।
पॉपकॉर्न में मौजूद हाई फाइबर डायबिटीज के मरीजों के लिए भी लाभकारी होते हैं। ये ब्लड शुगर को नियंत्रित में रखने में सहायक होते हैं, जिससे डायबिटीज से पीड़ित व्यक्ति की परेशानी कम होती है।
पॉपकॉर्न में पॉलिफिनॉलिक पाया जाता है, जो कैंसर के जोखिम को कम करने वाले शक्तिशाली कंपाउंड के तौर पर जाता है। ऐसे में पॉपकॉर्न का सेवन कुछ हद तक ही सही पर इस कंपाउंड की मौजूदगी के चलते कैंसर के जोखिम को कम करने में सहायक माना जा सकता है।
अब बात करें पॉपकॉर्न खाने से होने वाले संभावित नुकसान की तो आजकल मार्केट में जिस तरह के फ्लेवर्ड पॉपकॉर्न मिल रहे हैं वो सेहत के लिए नुकसानदेह हो सकते हैं। असल में पॉपकॉर्न को चटपटा और टेस्टी बनाने के लिए इनमें जिस तरह के नमक-मसाले और बटर का इस्तेमाल किया जाता है वो इसकी पौष्टिकता को न सिर्फ कम कर देते हैं, बल्कि इसे सेहत के लिए हानिकारक भी बना देते हैं।
यही वजह है कि पॉपकॉर्न खाने के चलते लोगों में वजन बढ़ने की समस्या पेश आ सकती है। जबकि सादा पॉपकॉर्न वजन कम करने में सहायक होता है। इसलिए अगर आप पॉपकॉर्न के सेवन से होने वाले फायदों का लाभ लेना चाहते हैं तो उचित होगा कि आप सादे पॉपकॉर्न का ही सेवन करें। स्वाद के लिए आप सादे पॉपकॉर्न पर हल्का नमक छिड़ककर खा सकते हैं, पर सेहत के लिए अधिक नमक-मसाले और केमिकल्स युक्त सामग्रियों से बने पॉपकॉर्न से दूरी बनाना ही बेहतर है।
इसके साथ ही माइक्रोवेव में बनने वाले पॉपकॉर्न का सेवन भी सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। इसलिए बेहतर होगा कि आप सामान्य गैस चूल्हे की आंच पर ही मक्के के दानों को भूनकर पॉपकॉर्न तैयार करें। इस तरह से कुछ सावधानियों का ध्यान रखा जाए तो पॉपकॉर्न का मजा और सेहत लाभ दोनों ही एक साथ मिल सकता है। उम्मीद करते हैं सेहत से जुड़ी यह जानकारी आपके लिए उपयोगी साबित होगी। अगर यह जानकारी आपको अच्छी लगी हो तो इसे अपने दोस्तों और परिचितों के साथ शेयर करना न भूलें।
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