क्या आपको पता है एक नहीं अलग-अलग तरीके का होता है बेली फैट, कम करने में मदद करेंगी ये चाय

क्या आप जानती हैं कि बेली फैट एक नहीं बल्कि अलग-अलग प्रकार का होता है और इसे कम करने के लिए सबसे पहले आपको यह समझना जरूरी है कि आपका बेली फैट किस टाइप का है। अलग-अलग बेली फैट को कम करने में अलग-अल चाय मदद कर सकती हैं।
image

क्या आपकी पेट की चर्बी लाख कोशिशों के बाद भी टस से मस नहीं हो रही है...अगर ऐसा है, तो आपको सबसे पहले यह समझने की जरूरत है कि आपका बेली फैट किस टाइप का है? अब आप सोच रही होंगी कि भला यह क्या बात हुई...क्या बेली फैट के भी अलग-अलग प्रकार होते हैं, तो आपको बता दें कि बेली फैट भी एक नहीं बल्कि कई प्रकार का होता है और इसे कम करने से पहले आपके लिए यह जानना जरूरी है कि आपका बेली फैट किस प्रकार का है और किस कारण से है। बेली फैट के सही कारण और टाइप को समझने के बाद ही आप उसे कम करने की सही कोशिश कर पाएंगी। अलग-अलग बेली फैट को कम करने में अलग-अलग चाय मदद कर सकती हैं। यहां हम आपको ऐसी ही कुछ हर्बल टी के बारे में बता रहे हैं। इनके फायदे क्या है और ये किस टाइप के बेली फैट को कम कर सकती हैं, इस बारे में एक्सपर्ट से जानते हैं। यह जानकारी डाइटिशियन राधिका गोयल दे रही हैं। वह सर्टिफाइड डाइटिशियन और न्यूट्रिशनिस्ट हैं।

अलग-अलग बेली फैट को कम करने में मदद कर सकती है ये अलग-अलग चाय

  • अगर आपका बेली फैट स्ट्रेस की वजह से बढ़ रहा है यानी शरीर में स्ट्रेस हार्मोन कोर्टिसोल का लेवल बढ़ा हुआ है, तो आप ग्रीन टी का सेवन करें। ग्रीन टी में एलथेनाइन होता है। यह एक तरह का एमीनो एसिड है। इससे दिमाग शांत होता है और स्ट्रेस लेवल कम करने में मदद मिलती है।
  • पीसीओएस में भी बेली फैट बढ़ने लगता है। ऐसा इंसुलिन रेजिस्टेंस के कारण होता है। आपको दालचीनी की चाय पीनी चाहिए। इससे ब्लड शुगर लेवल कम होता है, इंसुलिन सेंसिटिविटी में सुधार होता है और बेली फैट कम करने में मदद मिलती है।
  • थायराइड हार्मोन के सही तरह से काम न करने के कारण भी पेट की चर्बी बढ़ने लगती है। आपको धनिये के बीजों की चाय पीनी चाहिए। यह एंटी-ऑक्सीडेंट्स से भरपूर होती है। इससे इंफ्लेमेशन कम करने में मदद मिलती है और पेट भी अंदर होता है।
  • मेनोपॉज में भी बेली फैट बढ़ने लगता है। इस समय पर एस्ट्रोजन हार्मोन कम होता है और इंसुलिन हार्मोन बढ़ने लगता है और इसके कारण तोंद निकलने लगती है।

belly fat and perimenopause

  • इस समय पर पिपरमिंट की चाय पिएं। इससे ब्लोटिंग कम होती है, डाइजेशन दुरुस्त होता है और इंफ्लेमेशन कम होता है।
  • ब्लोटिंग की वजह से अगर आपका पेट फूल रहा है, तो ऐसा पेट के एसिड के कम होने के कारण होता है। डाइजेस्टिव एंजाइम्स का सीक्रेशन सही न होने के कारण भी ऐसा हो सकता है। आपको सौंफ की चाय पीनी चाहिए। इसमें कार्मेनेटिव गुण होते हैं। यह गैस और ब्लोटिंग को कम करती है।

यह भी पढ़ें- 40 की उम्र के बाद लटकती जा रही है तोंद? इन 3 टिप्स से कम होगी पेट की चर्बी

बेली फैट को कम करने में ये चाय मदद कर सकती हैं। अगर आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या है, तो हमें आर्टिकल के ऊपर दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम अपने आर्टिकल्स के जरिए आपकी समस्या को हल करने की कोशिश करेंगे।
अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
Image Credit:Freepik, Shutterstock

HzLogo

HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!

GET APP