चैत्र हिंदू पंचांग का पहला मास है। इसी महीने से भारतीय नववर्ष शुरुआत होती है और इसलिए चैत्र का अधिक महत्व है। अनेक पर्व इस मास में मनाये जाते हैं। चैत्र मास की पूर्णिमा, चित्रा नक्षत्र में होती है इसी कारण इस महीने का नाम चैत्र पड़ा। इसी महीने में माता दुर्गा के 9 रूपों की भी पूजा की जाती है, जिसे चैत्र नवरात्रि कहा जाता है।
अब यह तो थी इस महीने के बारे में जानकारी, लेकिन आपको पता है कि इस महीने में किस तरह का खाना खाया जाता है? मार्च और अप्रैल चूंकि चैत्र मास होते हैं, इसलिए इस समय हरी सब्जियां बहुत ज्यादा खाई जाती हैं। गर्मियों की शुरुआत होती है, इसलिए शरीर का खास ख्याल रखा जाना चाहिए। नवरात्रि के 9 दिन भी खाने का विशेष ख्याल रखा जाता है। चलिए इस आर्टिकल में जानें कि चैत्र मास में आप कौन-सी चीज़ों को अपने आहार में शामिल कर सकते हैं।
कढ़ी
कढ़ी छाछ या दही से तैयार की जाती है। कढ़ी का सेवन स्वास्थ्य के लिए सहायक होता है, क्योंकि यह पोषक तत्वों से भरपूर होता है जो पाचन तंत्र को सुधारने में मदद करता है। इतना ही नहीं, यह डिहाइड्रेशन को नियंत्रित करने में भी मदद करता है। व्रत में भी कढ़ी का सेवन किया जा सकता है। बस कढ़ी में बेसन की जगह सिंघाड़े का आटा इस्तेमाल किया जाता है।
साबूदाना
साबूदाना फाइबर से भरपूर होता है और यह आपके पेट को लंबे समय तक भरा रखने में मदद करता है। इससे कई सारी व्रत की रेसिपीज भी बन सकती हैं। यह उपवास रखने के लिए आपके शरीर को आवश्यक ऊर्जा प्रदान करता है। आप इसकी टिक्की, खिचड़ी और खीर बनाकर अपने आहार में शामिल कर सकते हैं।
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हरी सब्जियां
मार्च के महीने में हरी सब्जियां बड़ी तादाद में मिलती हैं। हरी पत्तेदार सब्जियां स्वास्थ्य के लिए कई रूप में गुणकारी साबित होती हैं। विटामिन सी, के और आयरन से भरपूर, हरी सब्जियां अद्भुत प्रतिरक्षा प्रणाली बूस्टर के रूप में काम करती हैं। उपवास के दौरान पालक, ब्रोकली, गोभी और करेला जैसी सब्जियां खाना न केवल आपके लिए स्वास्थ्यप्रद भोजन होगा, बल्कि बीमारियों को भी दूर रखेगा। आप या तो हरी सब्जियों का सूप पी सकते हैं या उनका सलाद बना सकते हैं।
आलू
उपवास तोड़ते समय पकी हुई, नरम, स्टार्च वाली सब्जियां जैसे आलू अच्छा भोजन विकल्प हो सकते हैं। आलू फाइबर का एक अच्छा स्रोत है, जो आपको लंबे समय तक भरा हुआ रखकर वजन कम करने में मदद कर सकता है। इसे फास्टिंग के बाद भी कई तरह से खाया जा सकता है। आप चाहे इसे लजीज दम आलू रेसिपी में तब्दील करें या चाहे इसके पकौड़े तैयार करें।
व्रत के चावल
व्रत वाले चावल का ही उपयोग नवरात्रि के व्रत में किया जाता है। सामक ग्लूटेन फ्री, फाइबर और प्रोटीन में उच्च होता है और इसमें कैलोरी भी कम होती है। इससे ऐसी रेसिपीज तैयार की जाती हैं जो आपके पेट को अच्छी तरह भरें और साथ ही आपको भरपूर ऊर्जा प्रदान करें। इसकी खीर, पकौड़े, अन्य स्नैक्स, पुलाव आदि जैसी कई सारी चीज़ों को नवरात्रि के दौरान खाया जा सकता है।
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इसके अलावा ऐसे कई फल और सब्जियां हैं जिन्हें चैत्र मास में आप अपने आहार में शामिल कर सकते हैं। वसंत के साथ नवरात्रि का मजा भी इन रेसिपीज को ट्राई करके लिया जा सकता है।
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Image Credit: freepik
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