गेहूं की जगह खाएं इस आटे की रोटी, मेनोपॉज के शुरुआती लक्षणों में मिलेगा आराम

अगर आप पेरिमेनोपॉज यानी की मेनोपॉज से पहले के समय से गुजर रही हैं तो इसके लक्षणों से निजात पाने के लिए आपको अपनी डाइट में एक छोटा सा बदलाव करना चाहिए। 

Deepika Bhatnagar
signs peri menopause is starting

पीरियड्स शुरू होने और इसके बंद होने, दोनों ही स्थितियों में महिलाओं के शरीर में कई हार्मोनल बदलाव होते हैं। इन बदलावों की वजह से महिलाओं को कुछ दिक्कतें भी उठानी पड़ती हैं। बात अगर मेनोपॉज की करें यानी की वो स्थिति, जब पीरियड्स बंद हो जाते हैं। अमूमन 45 से 50 वर्ष की उम्र के आस-पास महिलाओं में ऐसा होता है। मेनोपॉज से पहले महिलाओं को पेरिमेनोपॉज से गुजरना पड़ता है। मेनोपॉज वो स्थिति होती है जब महिलाओं में ओवुलेशन बंद हो जाता है। इसके बाद महिलाएं गर्भवती नहीं हो सकती हैं। पेरिमेनोपॉज यानी की मेनोपॉज से पहले का वो समय, जब पीरियड्स अनियमित होने लगते हैं। इस दौरान शरीर में और भी कई लक्षण नजर आते हैं जो इस बात की ओर इशारा करते हैं कि मेनोपॉज का समय नजदीक है।

आइए जानते हैं इस दौरान किसी भी महिला के शरीर में कौन से लक्षण दिखाई देते हैं।

signs of premenopause

  • पीरियड्स का अनियमित होना
  • हॉट फ्लैशेज यानी की पूरे शरीर में गर्माहट महसूस होना
  • वजाइन में सूखापन
  • जोड़ों में दर्द होना
  • सिर में दर्द होना
  • नींद ना आना
  • वजन में बदलाव होना
  • यह भी पढ़ें- मेनोपॉज के लक्षणों को मैनेज करने के लिए हर महिला को पता होनी चाहिए ये बातें

    कैसे पाएं इन लक्षणों से निजात

    कई बार ये लक्षण इतने ज्यादा दिखाई देने लगते हैं कि महिलाओं के लिए रोजमर्रा के कामों में मुश्किल आने लगती है। अगर आप पेरिमेनोपॉज यानी की मेनोपॉज से पहले के समय से गुजर रही हैं और आपके शरीर में ये लक्षण नजर आ रहे हैं तो एक छोटा सा काम करके, आप इन लक्षणों में काफी हद तक आराम पा सकती हैं।

    आपको अपनी डाइट में एक छोटा सा बदलाव करना है। गेहूं के आटे की रोटी की जगह आपको सोया के आटे की रोटी खानी है। इससे आपके लक्षणों में आराम मिलेगा।

    सोया आटा ही क्यों ?

    does soy atta help with menopause symptoms

    आपके मन में ये सवाल जरूर आ रहा होगा कि आखिर सोया आटे की रोटी ही क्यों खानी है ? इसके बारे में डाइटीशियन मनप्रीत ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर जानकारी दी है। सोया आटे में आइसोफ्लेवोन्स (फाइटो-एस्ट्रोजन) अधिक मात्रा में होते हैं। जो पेरिमेनोपॉज के लक्षणों जैसे कि वजाइन में सूखेपन और हॉट फ्लैशेज से निजात दिलाते हैं।

    यह भी पढ़ें- मेनोपॉज के बाद हार्ट डिजीज से बचना है तो एक्सरसाइज करें

    यहां देखें एक्सपर्ट का पोस्ट

    सोया रोटी बनाने की विधि

    सामग्री

    • 1 कप सोया का आटा (70 प्रतिशत)
    • 1 कप पानी
    • 1 चम्मच देसी घी
    • 1/2 कप गेहूं का आटा (30 प्रतिशत)
    • नमक स्वादानुसार

    कैसे बनाएं

    • एक पैन में पानी डालें और इसे उबालें।
    • अब इसमें घी और नमक डालें।
    • सोया(सोया के फायदे) के आटे को इस उबलते हुए पानी में डाल दें। इसे अच्छे से चलाएं और फिर ढक्कन से ढक दें।
    • गैस बंद कर दें और इसे 10 मिनट के लिए रेस्ट करने दें।
    • इस मिश्रण को किसी कटोरे में निकालकर उसमें गेहूं का आटा मिलाएं और अच्छे से गूंथ लें।
    • अब इसकी रोटी बनाएं।

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    Image Credit- Freepik

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