आप किशमिश को सलाद में खाएं या फिर डेजर्ट में या सुबह-सुबह ऐसे ही 3-4 किशमिश खा लें, ये आपकी स्वीट क्रेविंग्स को काफी हद तक संतुष्ट करती हैं। कई सारे लोग इस पौष्टिक ड्राई फ्रूट को अपने आहार में शामिल करते हैं या इसका पानी पीते हैं, जिसके कई फायदे गिनवाए जाते हैं, लेकिन क्या इसे डायबिटीज के मरीज खा सकते हैं। देखा जाए, तो किशमिश अंगूरो को सुखाकर तैयार की जाती है। चूंकि एक डायबिटीज मरीज को मीठा खाने की सलाह नहीं दी जाती, इसलिए इसे लेकर भी कई सारी बातें कही जाती हैं।
जब यह सवाल हमने न्यूट्रीइतु की फाउंडर न्यूट्रिशनिस्ट इतु छाबड़ा से पूछा तो उन्होंने बताया, 'किशमिश प्रीबायोटिक्स से भरपूर होती है जिसमें इनुलिन शामिल होता है, जो वजन प्रबंधन और ब्लड शुगर के रेगुलेशन में सहायता करता है। इसके अलावा यह एक स्वस्थ कॉलोनिक माइक्रोफ्लोरा प्रोफाइल बनाने में मदद करता है क्योंकि इनमें फ्रुक्टोज का स्तर मध्यम होता है।'
वह आगे कहती हैं, 'चूंकि यह माइक्रोन्यूट्रिएंट्स से भरपूर है, तो अगर आप इसे सही प्रोपोशन में लेते हैं, तो यह आपके लिए एक स्वस्थ स्नैक का ऑप्शन हो सकता है।'
चलिए आगे इस आर्टिकल में हम किशमिश की न्यूट्रिशनल वैल्यू के बारे में जानें। साथ ही इसे डायबिटीज के मरीज कैसे खा सकते हैं, यह भी पता लगाएं।
क्यों अच्छी है किशमिश?
सबसे पहली और अहम बात यह है कि अन्य फलों की तरह, किशमिश में कैलोरी कम होती है और न्यूट्रिशन वैल्यू ज्यादा होता है। उदाहरण के तौर पर, 1/4 कप किशमिश में केवल 120 कैलोरी होती है, जिसमें 2 ग्राम आहार फाइबर होता है। फाइबर आपको लंबे समय तक भरा हुआ महसूस करने में मदद कर सकता है और यह पाचन स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करता है।
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किशमिश का ग्लाइसेमिक इंडेक्स
पहले यह जान लें कि यह क्या होता है। यह एक ऐसा स्केल है जो कार्बोहाइड्रेट्स को इस आधार पर रैंक करता है कि वे ब्लड शुगर के स्तर को कितनी जल्दी बढ़ाते हैं। डायबिटीज के मरीज को ऐसी चीज़ें खानी की सलाह दी जाती है, जिसका ग्लाइसेमिक इंडेक्ट कम या मीडियम है ताकि उनका ब्लड शुगर नियंत्रित रह सके।
कई सारे फ्रूट्स का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, क्योंकि उनमें फाइबर और फ्रुक्टोज होता है। इस मामले में किशमिश का जीआई इंडेक्स 55 है और इसे मीडियम रैंकिंग पर रखा जाता है। ऐसा नहीं है कि आप किशमिश नहीं खा सकते हैं, लेकिन जरूरी है कि आप इसे मॉडरेशन में ही लें।
अगर आप स्नैक के रूप में किशमिश खा रहे हैं, तो सुनिश्चित करें कि इसका पोर्शन छोटा हो और एक समय में केवल एक ही सर्विंग लें। रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (सीडीसी) की एक रिपोर्ट के मुताबिक, एक कार्ब की सर्विंग 15 ग्राम होती है। इसलिए एक बार में लगभग 2 बड़े चम्मच किशमिश ही खाएं।
किशमिश को आहार में शामिल करने के तरीके-
- ओटमील या ओवरनाइट ओट्स में किशमिश, नट्स और फलों का इस्तेमाल करें।
- किसी डेजर्ट में चाशनी की जगह किशमिश डालें।
- अपने पसंदीदा नट्स के साथ ट्रेल मिक्स करके खाएं।
- किशमिश को ब्राउन या बासमती चावल, कसकस या क्विनोआ (वजन कम करने के लिए खाएं क्विनोआ) में मिलाएं।
- कैरामेलाइज़्ड मिठास के लिए अपनी पसंदीदा सब्जियों को किशमिश के साथ भूनें।
- मिक्स ग्रीन्स, फल या सलाद पर टॉपिंग की तरह मिलाएं।
- मैश किए हुए शकरकंद में किशमिश डालकर खाएं।
- मीठी और नमकीन चटनी बनाने के लिए किशमिश का प्रयोग करें।
- किशमिश का पानी भी ले सकते हैं।
तो बॉटमलाइन यह है कि डायबिटीज के मरीज जो नियमित रूप से अपनी दवाओं का सेवन कर रहे हैं, वे किशमिश खा सकते हैं, लेकिन इसे मॉडरेशन में खाना ही सबसे अच्छा है।
नोट: अगर आप किशमिश खाना शुरू करना चाहते हैं, तो जरूरी है पहले अपने ब्लड शुगर की जांच करें। अपने डॉक्टर से सलाह लेकर इसे अपने आहार में शामिल करना आपके लिए ज्यादा बेहतर होगा।
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