नीम के पत्तों को घरों में उनके तमाम स्वास्थ्य लाभों के कारण इस्तेमाल किया जाता है। इसे लोग स्किन और हेयर केयर में शामिल करते हैं। मगर क्या आप जानते हैं कि इनका उपयोग किचन में भी किया जा सकता है। मानसून में चावल, आटा, दाल और सूजी जैसी चीजों में कीड़े या घुन बड़ी जल्दी लगते हैं।
क्या आपको पता है कि आप नीम के पत्तों से सूजी और आटे को कीड़ों से बचा सकते हैं। जी हां, नीम से बढ़िया बग रिपेलेंट कुछ नहीं होता है। यह इंफेस्टेशन को रोकर चीजों की शेल्फ लाफ को भी बढ़ा सकता है। कई लोग इस बात को नहीं जानते हैं और इसलिए उन्होंने इसका उपयोग भी करके नहीं देखा होगा।
जब नीम के पत्तों को सूजी और आटे में रखा जाता है, तो वे न केवल इन खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता बनाए रखने में मदद करते हैं, बल्कि कई अन्य लाभ भी प्रदान करते हैं। आइए इस लेख में आपको बताएं कि आटे और सूजी में नीम के पत्ते रखने से क्या होता है।
1. घुन, कीड़े और चींटियां होती हैं दूर
नीम के पत्तों को सूजी और आटे में रखने का एक प्राथमिक लाभ यह है कि ये पत्ते नेचुरल पेस्ट रिपेलेंट के रूप में काम करने की क्षमता रखते हैं। नीम के पत्तों में एजाडिरेक्टिन जैसे कंपाउंड्स होते हैं, जो कीड़ों के लिए जहरीले होते हैं। सूजी और आटे के कंटेनरों में नीम के पत्ते रखकर, आप घुन, चींटियों और अन्य कीड़ों के संक्रमण को रोक सकते हैं जो आमतौर पर स्टोर किए हुए अनाज और आटे में घर बना लेते हैं।
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2. लंबे समय तक कर सकते हैं स्टोर
नीम के पत्तों में किसी तरह का हानिकारक रेसिडेयू नहीं होता है। यही कारण है कि इन्हें किचन की खाने-पीने वाली चीजों में रखा जा सकता है। इन पत्तों से आप फूड प्रोडक्ट्स को लंबे समय तक स्टोर कर सकते हैं। ये उन्हें कंटेमिनेट किए बगैर लंबे समय तक सुरक्षा प्रदान करते हैं। नीम के पत्तों में मौजूद प्राकृतिक कंपाउंड्स लंबे समय तक प्रभावी रहते हैं, जिससे आटा और सूजी लंबे समय तक स्टोर किया जा सकता है। नीम के पत्ते अपने जीवाणुरोधी और एंटीफंगल गुणों के लिए जाने जाते हैं। सूजी और आटे में डालने पर, ये गुण हानिकारक बैक्टीरिया और फंगस को बढ़ने से रोकने में मदद करते हैं।
3. ताजगी बनाए रखते हैं नीम के पत्ते
एक समय के बाद सूजी और आटे में अलग-सी महक आने लगती है। इसके कारण उन्हें फेंकने के अलावा कोई उपाय नहीं बचता है। नीम के पत्ते आस-पास से अतिरिक्त नमी को सोखने में मदद करते हैं। सूजी और आटे में फफूंद के विकास को रोकने में यह महत्वपूर्ण है। अगर आप चाहते हैं कि सूजी और आटे में नमी न हो और यह ताजगी बरकरार रहे, तो नीम के पत्तों का उपयोग जरूर करें। इससे आपका अनाज ड्राई रहेगा।
4. शेल्फ लाइफ बढ़ेगी
नीम के पत्तों से सूजी और आटे की शेल्फ लाइफ को काफा हद तक बढ़ाया जा सकता है। कीड़े या घुन होंगे, तो ये चीजें जल्दी खराब हो सकती हैं। नीम के पत्ते किसी भी तरह का कंटेमिनेशन रोकते हैं और आपके खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता भी बेहतर होती है। इस तरह से आटे और सूजी के पोषक मूल्य को लंबे समय तक बनाए रखने में मदद मिलती है और उनकी शेल्फ लाइफ बढ़ती है।
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नीम के पत्तों के इस्तेमाल करने के टिप्स-
- सूजी और आटे को सुरक्षित रखने के लिए नीम के पत्तों का प्रभावी ढंग से इस्तेमाल करना जरूरी है। इसके लिए इन बातों का ध्यान रखें-
- ताजे नीम के पत्तों का ही उपयोग करें। इसके साथ ही, पत्तों को अच्छी तरह से धोकर सुखा लें।
- सूजी या आटे के कंटेनर में मुट्ठी भर पत्ते डालें और फिर सामग्री डालें।
- इस बात का ध्यान रखें कि पत्ते पूरे कंटेनर में समान रूप से रखे हुए हों।
- नीम के पत्तों की प्रभावशीलता बनाए रखने के लिए हर कुछ महीनों में उन्हें बदल सकते हैं।
इसके अलावा, हमेशा कोशिश करें कि सूजी और आटे के कंटेनर को सीधे धूप से दूर ठंडी और ड्राई जगह पर रखें। इससे नीम के पत्तों के प्रिसर्वेशन इफेक्ट्स में वृद्धि होगी और खाद्य पदार्थ जल्दी खराब नहीं होंगे।
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Image credit: Freepik
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