नमक खाने का एक जरूरी हिस्सा होता है। यह खाने का स्वाद तो बढ़ाता ही है। साथ में हमारे शरीर से सारे टॉक्सिन्स को भी बाहर निकाल देता है। लेकिन कई लोगों को खाने में ऊपर से नमक लेने की आदत होती है। जबकि खाने में ऊपर से नमक लेना जहर के समान खतरनाक होता है। खासकर गर्मी के मौसम में खाने में ऊपर से नमक लेना बहुत ही खतरनाक होता है। इससे कई सारी समस्याएं होती है।
ज़्यादा नमक मतलब हाई बीपी
खाने में ज्यादा नमक लेने का मतलब होता है हाई ब्लड प्रेशर को न्यौता देना। ज्यादा नमक खाने वालों को गर्मी में अधिकतर लोगों को हाई बीपी की समस्या होती है। इसलिए ब्लड प्रेशर बढ़ने पर डॉक्टर नमक की मात्रा कम करने को कहते हैं। दअरसल ज्यादा नमक लेने से शरीर में सोडियम क्लोराइड यानी नमक की मात्रा बढ़ जाती है जिससे धमनियों में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ जाता है। यह बढ़ा हुआ ब्लड सर्कुलेशन ही दिल पर दबाव डालता है जिससे हाई बीपी की समस्या होती है।
इसी कारण भी दिल के मरीजों को गर्मी में अधिक दिकक्त होती है।
वॉटर रिटेंशन
गर्मी में नमक अधिक खाने से सबसे ज्यादा समस्या वॉटर रिटेंशन की होती है। वॉटर रिटेंशन का मतलब होता है शरीर में पानी का जमाव। शरीर में नमक की मात्रा ज़्यादा होने पर पानी का जमाव यानी वॉटर रीटेंशन बढ़ जाता है। इससे हाथ, पैर और चेहरे में सूजन बढ़ आ जाती है। दरअसल अधिक नमक खाने से शरीर में सोडियम का स्तर बढ़ जाता है, जो पानी को ऊतकों में खींच लाता है। जिससे शरीर में पानी जमा होने लगता है और सूजन की समस्या होने लगती है।
किडनी भी होती है प्रभावित
इन दिनों युवाओं में भी किडनी से जुड़ी समस्याओं के मामले काफी बढ़ गए हैं। ऐसा जंक फूड का अधिक सेवन और नमक ज्यादा खाने से होता है। जंक फूड में नमक काफी मात्रा होता है। दरअसल ज़्यादा नमक खाने से किडनी में कैल्शियम की मात्रा बढ़ जाती है जिससे किडनी स्टोन की समस्या होती है। इसलिए अगर किडनी को हेल्दी रखना है तो बेहतर होगा कि गर्मी में ज्यादा नमक का सेवन ना करें।
बढ़ जाता है टाइप 2 डाइबिटीज़ का ख़तरा
ज्यादा नमक खाने से टाइप 2 डाइबिटीज़ का ख़तरा भी बढ़ जाता है। स्वीडन के इंस्टिट्यूट ऑफ़ एन्वायरन्मेंटल मेडिसिन के एक रिसर्च के मुताबिक़ जो लोग हर दिन तकरीबन 7.3 ग्राम नमक का सेवन करते हैं, इनमें उन लोगों के मुक़ाबले डायबिटीज़ का ख़तरा ज़्यादा होता है, जो हर दिन 6 ग्राम तक नमक का सेवन करते हैं। रिसर्चर के अनुसार नमक में मौजूद सोडियम इंसुलिन प्रतिरोध पर सीधा असर डालता है। जिसके कारण टाइप 2 डाइबिटीज़ होने का ख़तरा 43% तक बढ़ जाता है।
इसलिए गर्मी में ज्यादा नमक का सेवन नहीं करना चाहिए। क्योंकि इससे टाइप 2 डाइबिटीज़, वॉटर रिटेंशन, हाई बीपी और किडनी स्टोन का खतरा बढ़ जाता है।
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