चाइनीज डिशेज को दुनिया भर में बहुत पसंद किया जाता है। फ्राइड राइस, नूडल्स और स्प्रिंग रोल, दुनिया भर में लाखों लोगों द्वारा पसंद किया जाने वाले पॉपुलर व्यंजन हैं। हम चाइनीज प्लेटर्स, नूडल्स और फ्राइड राइस-मंचूरियन की बातें तो अक्सर करते हैं। मगर आज स्प्रिंग रोल्स की बाते करेंगे। यह सदियों पुराना एक समृद्ध और विविध इतिहास समेटे हुए है।
ऐसा कहा जाता है कि चीनी लोगों की बढ़िया इन्वेंशन में से एक इन्वेंशन यह है, लेकिन इसकी उत्पत्ति की सही जानकारी आज भी किसी के हाथ नहीं लग पाई है। हां, यह जरूर हुआ कि चीन से यात्रा करते हुए यह दुनिया भर में लोकप्रिय हुआ। स्प्रिंग रोल की यात्रा इसकी स्थायी लोकप्रियता और सांस्कृतिक महत्व का प्रमाण है। आइए स्प्रिंग रोल के आविष्कार के पीछे के दिलचस्प इतिहास के बारे में विस्तार से हम इस आर्टिकल में जानें।
सदियों पुरानी रेसिपी है स्प्रिंग रोल्स की
स्प्रिंग रोल की उत्पत्ति चीन में हुई थी यह सब जानते हैं। यह पहली बार जिन राजवंश (265-420 ईस्वी) के दौरान बनाया और परोसा गया था। शुरुआत में इसे स्प्रिंग डिश या केक कहकर पुकारा जाता था। ऐसा माना जाता है कि जिन राजवंश में इसे सब्जियों और मांस को मिलाकर तैयार किया जाता है। इसमें उसी वक्त से सीफूड का भी मिश्रण भी उपयोग किया जाता था।
सब्जियों को जिस लेयर में भरा जाता था, उसे गेहूं से तैयार किया जाता था। दिलचस्प बात यह है कि आज तो इसे किसी भी वक्त बना लिया और खा लिया जाता है, लेकिन उस दौरान खास अवसरों,पारंपरिक रूप से वार्षिक वसंत महोत्सव, और नए साल पर बनाया जाता था।
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एशिया में की स्प्रिंग रोल ने सैर
आज भी हम स्प्रिंग रोल्स के कई सारे वर्जन देखने हैं। चीन में बनने के बाद, यह अपने स्वाद के कारण एशिया के बाकी हिस्सों में लोकप्रिय हुआ। इस दौरान यह कई तरह के परिवर्तनों से भी गुजरा। वियतनाम में, स्प्रिंग रोल, का नया वर्जन देखा गया है। वहां इसे 'गई कुएन' के नाम से जाना जाता है। वहां पर चावल की पेपर जितनी पतली लेयर तैयार की जाती है, जिसमें हर्ब्स, सेंवई नूडल्स, और झींगा या पोर्क आदि को भरा जाता है। इस पारदर्शी रोल को फ्राई करके इसका मजा लिया जाता है। इसी तरह यह वियतनामी संस्करण स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी बेहद लोकप्रिय हुआ।
इसी तरह, थाईलैंड में स्प्रिंग रोल 'पोर पिया टॉड' या 'टॉड मुन' नाम से जाना जाता है। थाईलैंड में सब्जियों, ग्लास नूडल्स और कभी-कभी कीमा बनाया हुआ पोर्क या श्रिंप को मिलाकर इसका मिश्रण तैयार किया जाता है। इस स्वादिष्ट मसाले को एक कुरकुरी लेयर में रोल किया जाता है। इस तरह ये थाई शैली के स्प्रिंग रोल थाई व्यंजनों का मुख्य हिस्सा बन गए, जिनका लोकप्रिय स्ट्रीट फूड स्नैक या ऐपेटाइजर के रूप में आनंद लिया गया।
पश्चिमी दुनिया से रूबरू हुए स्प्रिंग रोल्स
एशिया के बाद, बारी थी पश्चिमी दुनिया की। पश्चिमी दुनिया में स्प्रिंग रोल को लाने का श्रेय चीनी प्रवासी और पश्चिम में एशियाई व्यंजनों की बढ़ती लोकप्रियता को दिया जा सकता है। संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में बसने के दौरान चीनी आप्रवासी अपनी पाक परंपराओं को अपने साथ ले गए। वहां उन्होंने पश्चिमी फ्लेवर के साथ स्प्रिंग रोल जैसे व्यंजन पेश किए।
20वीं सदी में, वैश्वीकरण के बढ़ने और यात्रा और व्यापार में जैसे वृद्धि हुई एशियाई व्यंजनों ने पश्चिमी देशों में बहुत ज्यादा लोकप्रियता हासिल की। स्प्रिंग रोल चीनी रेस्तरां मेनू पर मोस्ट पॉपुलर ऐपेटाइजर बन गए।
फिलिंग्स में भी आ गया बदलाव
आज, स्प्रिंग रोल्स के नए-नए वर्जन देखे जाते हैं। इसकी फिलिंग्स और आउटर लेयर में भी एक्सपेरिमेंट्स होने लगे हैं। आज स्प्रिंग रोल्स को समकालीन स्वाद और आहार संबंधी प्राथमिकताओं के अनुरूप बनाया जा रहा है। मांस या सीफूड भरने के अलावा, स्प्रिंग रोल के मॉर्डन वर्जन में वेजिटेरियन और वीगन इंग्रीडिएंट्स, जैसे टोफू, मशरूम, या प्लांट-बेस्ड प्रोटीन के विकल्प शामिल हो गए हैं। चावल या टैपिओका आटे से बने ग्लूटेन-फ्री लेयर बनने लगी है, जो लोगों की अपनी प्राथमिकताओं को पूरा कर रही है।
इसके अलावा, शेफ और घरेलू रसोइयों ने ने भी इसमें अलग-अलग प्रयोग किए हैं। मैक्सिकन, मेडिटेरेनियन, या मेडिटरेनियन स्वाद जैसे इंग्रीडिएंट्स को भी इसमें शामिल किया जाने लगा है। इस तरह से फ्यूजन स्प्रिंग रोल इस क्लासिक व्यंजन में एक नई और क्रिएटिव साइड जोड़ते हैं।
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सांस्कृतिक महत्व का प्रतीक बन गया स्प्रिंग रोल
क्या आपने कभी सोचा है कि कोई डिश सांस्कृतिक महत्व का प्रतीक बन सकती है। हां, भारत की ऐसी कई डिशेज हैं, लेकिन स्प्रिंग रोल के बारे में सोचते हुए थोड़ा अलग लग सकता है। मगर यह सच है कि स्प्रिंग रोल भी सांस्कृतिक महत्व का प्रतीक है। चीनी परंपरा में, स्प्रिंग रोल वसंत महोत्सव से जुड़े हुए हैं और समृद्धि, सौभाग्य और नई शुरुआत के वादे का प्रतीक हैं। कहा जाता है कि स्प्रिंग रोल का बेलनाकार आकार सोने की छड़ों जैसा होता है, जो धन और प्रचुरता का प्रतिनिधित्व करता है।
वहीं वियतनामी संस्कृति में, ताजा स्प्रिंग रोल शुद्धता और स्वास्थ्य का प्रतीक हैं, जबकि पारदर्शी चावल पेपर से तैयार किया गया रोल पारदर्शिता और ईमानदारी का प्रतिनिधित्व करता है। उन्हें अक्सर बड़े-बड़े अवसरों और पारिवारिक समारोहों के दौरान सद्भावना और आतिथ्य के संकेत के रूप में परोसा जाता है।
अब बताइए है न कितना दिलचस्प स्प्रिंग रोल का इतिहास। आपके यहां ऐसी कौन-सी डिश है जिसका सांस्कृतिक महत्व आपको आश्चर्य में डालता है। उसके बारे में हमें कमेंट करके जरूर बताएं। यदि आपको यह लेख पसंद आया, तो इसे लाइक और शेयर करें। ऐसे ही लेख पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी के साथ।
Image Credit: Freepik
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