सिगरेट पीना या धूम्रपान करना सेहत के लिए बेहद ही हानिकारक माना जाता है। यह कैंसर सहित अन्य कई गंभीर बीमारियों की वजह बन सकता है। इसलिए इससे दूर रहने की सलाह दी जाती है। हालांकि, कई लोगों को सिगरेट पीने की लत होती है, लेकिन फिर भी वह अपनी सेहत का ख्याल करते हुए इसे छोड़ना चाहते हैं। हो सकता है कि आपका नाम भी ऐसे ही लोगों की लिस्ट में शामिल हो, जो धूम्रपान करने के आदी हों, लेकिन अब उसे छोड़ने का मन बना चुके हों।
इस स्थिति में सबसे बड़ी समस्या यह होती है कि सिगरेट स्मोकिंग करने वाले लोगों को बार-बार धूम्रपान करने की इच्छा होती है और वह चाहकर भी खुद को इससे दूर नहीं रख पाते हैं। दरअसल, सिगरेट स्मोकिंग एक लत की तरह होती है, जिसके कारण वे फिर से स्मोकिंग की तरफ भागते हैं। यकीनन ऐसे लोगों के लिए स्मोकिंग की क्रेविंग को मैनेज करना मुश्किल हो सकता है। लेकिन फिर भी कुछ उपाय इसमें आपकी मदद कर सकते हैं। तो चलिए आज इस लेख में दिल्ली के सरोज अस्पताल के पल्मोनरी मेडिसिन डिपार्टमेंट के एचओडी व सीनियर कंसल्टेंट डॉ. राकेश चावला आपको कुछ ऐसे उपायों के बारे में बता रहे हैं, जो बार-बार स्मोकिंग की इच्छा को कम करने में मदद करेंगे-
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टोबैको फ्री हो वातावरण
जब आप स्मोकिंग छोड़ने का मन बना चुके हैं तो यह बेहद आवश्यक हो जाता है कि आपके आसपास का वातावरण पूरी तरह से टोबैको फ्री हों। आप कोशिश करें कि ऐसे लोगों के संपर्क में ना आएं, जो स्मोकिंग करते हों। पैसिव स्मोकिंग भी सेहत के लिए उतनी ही नुकसानदायक हो सकती है। इसके अलावा, जब आप ऐसे लोगों के संपर्क में रहते हैं तो इससे बार-बार स्मोकिंग करने की इच्छा तीव्र होती है। जिसके कारण व्यक्ति चाहकर भी खुद पर नियंत्रण नहीं रख पाता है और वह फिर से धूम्रपान करना शुरू कर देता है। इसलिए, यह बेहद आवश्यक है कि आप अपने आसपास के वातावरण का भी ख्याल रखें।
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परिवार का साथ
चूंकि धूम्रपान एक लत की तरह है, इसलिए इसे छोड़ने के लिए व्यक्ति का मानसिक रूप से भी उतना ही मजबूत होना आवश्यक है। हो सकता है कि आपको बार-बार धूम्रपान करने की इच्छा हो। इस स्थिति में परिवार का साथ बेहद ही मददगार साबित होता है। जब परिवार का सपोर्ट मिलता है तो इससे व्यक्ति का मानसिक बल मजबूत होता है, जिसके कारण वह खुद को इस चंगुल से बाहर निकाल पाने में सक्षम हो पाता है।
लें मेडिकल हेल्प
कभी-कभी परिवार का सपोर्ट भी व्यक्ति को पूरी तरह से धूम्रपान से रोकने में मदद नहीं कर पाता है, इस स्थिति में व्यक्ति के लिए मेडिकल हेल्प लेने की जरूरत पड़ती है। जब आप डॉक्टर से मिलते हैं तो वह आपको वर्नासिलिन टैबलेट लेने की सलाह दे सकते हैं। इसे व्यक्ति को नियमित रूप से कम से कम चार सप्ताह तक लेना जरूरी होता है। नियमित रूप से दवाई का सेवन करने से धूम्रपान करने की इच्छा खत्म हो जाती है। इसके अलावा, डॉक्टर आपको पैच थेरेपी के जरिए भी निकोटिन आपकी बॉडी में सप्लाई कर सकते हैं। इस पैच थेरेपी में धीरे-धीरे निकोटिन की मात्रा को कम किया जाता है और चार-पांच सप्ताह में व्यक्ति की धूम्रपान करने की इच्छा पूरी तरह से दूर हो जाती है।
निकोटिन च्वूइंग गम की लें मदद
आजकल मार्केट में निकोटिन च्वूइंग गम भी अवेलेबल हैं, जो स्मोकिंग की इच्छा को खत्म करने में आपकी मदद कर सकती हैं। अगर आपने अभी-अभी स्मोकिंग छोड़ी है तो आप शुरुआत में एक सप्ताह हर दिन 12 च्वूइंग गम ले सकते हैं। इसके बाद आप अगले सप्ताह प्रतिदिन 8 च्वूइंग गम लें। तीसरे सप्ताह आप 4 च्वूइंग गम प्रतिदिन ले सकते हैं। इसके बाद आप कम से कम तीन से चार सप्ताह तक अपने साथ यह निकोटिन च्वूंइग गम अवश्य रखें, जब तक कि आपकी स्मोकिंग करने की इच्छा पूरी तरह से खत्म ना हो जाए।
तो अब आप भी इन टिप्स को अपनाएं और धूम्रपान को हमेशा के लिए अलविदा कह दें।
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Image Credit- freepik
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